प्रशांत किशोर (पीके) ने स्पष्ट किया है कि उनकी पार्टी जन सुराज आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं बेचती है। इसके बजाय, पार्टी ने उम्मीदवारों के चयन के लिए एक अनूठी प्रक्रिया शुरू की है, जिसमें जनता की भागीदारी को सर्वोपरि रखा गया है। पीके ने गोपालगंज जिले के हथुआ में एक जनसभा के दौरान यह बात कही।
उम्मीदवारी के लिए मामूली शुल्क, गारंटी नहीं
पीके ने बताया कि चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों को जन सुराज का टिकट पाने के लिए एक निर्धारित शुल्क जमा करके आवेदन करना होता है। यह शुल्क ₹21,000 है, जिसे उन्होंने एक सामान्य व्यक्ति के लिए बड़ी रकम नहीं बताया। हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि यह शुल्क जमा करने का मतलब टिकट की गारंटी नहीं है। यह सिर्फ आवेदन प्रक्रिया का एक हिस्सा है।
जनता चुनेगी, पार्टी नहीं
जन सुराज पार्टी की सबसे खास बात यह है कि उम्मीदवारों का अंतिम चयन जनता द्वारा किया जाएगा। पीके ने जोर देकर कहा, “किस सीट से जन सुराज पार्टी का उम्मीदवार कौन होगा, यह जनता तय करेगी।” इस प्रक्रिया का उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता लाना और यह सुनिश्चित करना है कि सबसे योग्य और जनता के बीच लोकप्रिय उम्मीदवार ही आगे आएं।
नवरात्र तक जारी होगी 243 सीटों की लिस्ट
जन सुराज पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सभी 243 सीटों पर एक साथ अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने हाल ही में बताया कि उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और नवरात्र तक सभी प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी। बिहार में अक्टूबर महीने में विधानसभा चुनाव की घोषणा होने की संभावना है।