भटवाड़ी, उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित एक गांव है, जिसे अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी ने गोद लिया है। वह इस गांव को पुनर्जीवित करने और वहां के निवासियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही हैं। हिमानी शिवपुरी, भटवाड़ी गांव में महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के कल्याण के लिए काम करने की योजना बना रही हैं, साथ ही बालिका शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए भी काम कर रही हैं।
हिमानी शिवपुरी का मायका है उत्तराखंड का भटवाड़ी गांव
भटवाड़ी गांव, उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में है और हिमानी शिवपुरी का पैतृक स्थान है। पलायन की समस्या के कारण, गांव में ज्यादातर बुजुर्ग रह गए हैं, और हिमानी शिवपुरी का लक्ष्य गांव में रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार करना है। वह जैविक खेती, पशुधन प्रबंधन और स्थानीय उत्पादों के निर्माण में प्रशिक्षण प्रदान करने की भी योजना बना रही हैं। हिमानी शिवपुरी ने गांव में महिलाओं और बच्चों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना बनाई है, जिसमें स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और आजीविका के अवसर शामिल हैं। वह अपने गांव को एक आदर्श बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं, जहां परंपरा और प्रगति एक साथ चलें।
हिमानी शिवपुरी ने अपने गांव को गोद लेने के फैसले के बारे में बात करते हुए कहा कि यह एक सामूहिक प्रयास है और इसमें ग्रामीणों की भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि वह अपने गांव के विकास के लिए हर संभव प्रयास करेंगी और सभी को अपने मूल स्थान के विकास में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।
पलायन को रोकने के लिए गांव का विकास ज़रूरी
अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी मूल रूप से उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले की रहने वाली हैं। उन्होंने पलायन की स्थिति को देखते हुए भटवाड़ी गांव को गोद लिया है। उत्तराखंड के पहाड़ों से लोग अक्सर रोजगार की तलाश में पलायन करते हैं। ऐसे ही कई सालों पहले अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी (Himani Shivpuri Uttarakhand) ने भी पहाड़ से पलायन किया था। आज वह सफलता के कई मुकाम पार कर चुकी हैं। अब उन्होंने अपने गांव, अपने क्षेत्र के पहाड़ों के लिए बेहद नेक काम किया है। हिमानी ने अपने मायके के गांव को गोद ले लिया है। हिमानी शिवपुरी बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री हैं। वह मूल रूप से उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले की रहने वाली हैं। उन्होंने अपने शानदार अभिनय से बॉलीवुड और छोटे पर्दे पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने भटवाड़ी गांव में पलायन की स्थिति को देखते हुए गांव को गोद लिया है। यह गांव उनके मायके का गांव है। अब वह इस गांव के लोगों के हितों के लिए काम कर रही हैं, जिससे भटवाड़ी गांव की तस्वीर बदलने की उम्मीद जगी है।
बुजुर्गों, महिलाओं और बालिकाओं के लिए सार्थक प्रयास
हिमानी शिवपुरी अब भटवाड़ी गांव की महिलाओं और बच्चों के जीवन को सुधारने के साथ ही बुजुर्गों के कल्याण के लिए काम कर रही है। वह बालिका शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए भी कई योजनाएं तैयार कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उनके मायके भटवाड़ी गांव में पलायन की वजह से ज्यादातर परिवारों में सिर्फ बुजुर्ग ही रह गए हैं। ऐसे में वह अपने गांव के लोगों के स्वास्थ्य और अन्य सुविधाओं के लिए काम करेंगी। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों से वार्ता करके पहले गांव को समझने का प्रयास किया है। खासकर उन्होंने महिलाओं और बच्चों से बात की है। क्योंकि, गांव में जो परिवार रह गए हैं, उनमें ज्यादातर बुजुर्ग और महिलाएं ही हैं। उन्होंने कहा कि गांव से लोगों के पलायन का मुख्य कारण रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य है। एक्ट्रेस ने अपने मायके के गांव को गोद लेकर एक मिसाल पेश की है। गांव के लोग हिमानी के इस फैसले से बेहद खुश हैं और इस उम्मीद में हैं कि जल्द ही उनके दिन फिरेंगे और रोटी के जुगाड़ में गांव से बाहर गए बच्चे फिर घर लौट आएंगे।
बॉलीवुड का शुद्ध भारतीय चेहरा-हिमानी शिवपुरी
आर्ट फिल्मों से करियर की शुरुआत करने वाली अभिनेत्री हिमानी भट्ट शिवपुरी का जन्म रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि ब्लॉक के भटवाड़ी गांव में 26 अक्टूबर 1964 में हुआ था। हिमानी के पिता हरिदत्त भट्ट हिंदी विषय के शिक्षक थे और मां शैला भट्ट गृहिणी हैं। अभिनेत्री हिमानी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा देहरादून से ग्रहण की है। इसके बाद उन्होंने साल 1984-85 में आर्ट फिल्मों से अपने करियर की शुरुआत की। हिमानी ने अपने शानदार अभिनय से बॉलीवुड फिल्मों में अपनी खास पहचान बनाई है। उन्होंने अपने करियर में 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। साथ ही टीवी सीरियल्स में भी उन्होंने खूब काम किया है। वह अपने साड़ी लुक की वजह से भी काफी फेमस हैं। आज वो अभिनय के क्षेत्र में सफलता के कई मुकाम पार कर चुकी हैं। उन्होंने अपने शानदार अभिनय से बॉलीवुड और छोटे पर्दे पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से प्रवासी उत्तराखंडियों के सम्मेलन में प्रवासियों को अपने गांव की भी सुध लेने का आह्वान किया था, जिससे प्रभावित होकर हिमानी शिवपुरी ने भी अपने मायके भटवाड़ी गांव को गोद लिया है।
गांव से लोगों के पलायन का मुख्य कारण रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य
आज उत्तराखंड के ज्यादातर गांव पलायन की मार झेल रहे हैं। अब भी कई गांव मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं। भले ही सरकारें लगातार प्रयास कर रही हैं, लेकिन निष्कर्ष नहीं निकल पा रहा है। हिमानी ने प्रवासी उत्तराखंडियों से अपील की है कि वे भले ही आजीविका के लिए बाहर जाएं, लेकिन अपनी जड़ों से जुड़े रहें।
भटवाड़ी गांव में हिमानी पर्यावरण संरक्षण, आजीविका उत्पादन और समृद्ध संस्कृति के संरक्षण के लिए कार्य कर रही हैं। यह कदम न केवल गांव के विकास में योगदान दे रहा है, बल्कि गांव से पलायन कर चुके लोगों के लिए एक मिसाल भी बन रहा है। अभिनेत्री हिमानी ने अपने मायके भटवाड़ी गांव को गोद लेकर एक मिसाल पेश की है। अब वो इस गांव के लोगों के हितों के लिए काम कर रही हैं, जिससे भटवाड़ी गांव की तस्वीर बदलने की उम्मीद जगी है।
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