हिसार: हरियाणा के हिसार जिले में यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के पाकिस्तान के लिए जासूसी मामले में गिरफ्तारी के बाद पुलिस और खुफिया एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गई हैं। इसी कड़ी में हांसी में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। हिसार के हांसी में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की मौजूदगी का मामला लगातार गंभीर होता जा रहा है। शहर थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार हांसी-तोशाम रोड स्थित कोहिनूर ईंट भट्ठे से शनिवार को एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए 26 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है। इनमें 8 पुरुष, 5 महिलाएं और 13 बच्चे शामिल हैं। सभी को सदर थाना हांसी लाकर पूछताछ की जा रही है।
गौरतलब है कि पिछले रविवार को ही हांसी में 39 बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी हुई थी, जिससे प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया था, जिन्हें बांग्ला देश बॉर्डर पर BSF के हवाले कर टीम शनिवार देर रात ही लौटी थी।
पुलिस और खुफिया एजेंसियां अब हांसी के विभिन्न ईंट भट्ठों की जांच कर रही हैं, क्योंकि यह आशंका जताई जा रही है कि इन जगहों पर विदेशी नागरिकों को मजदूरी पर रखा जा रहा है। हिसार थाना प्रभारी सदानंद के अनुसार, पकड़े गए सभी नागरिकों की जांच की जा रही है और इन्हें भी कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद बॉर्डर पर BSF के हवाले किया जाएगा।
पहले भी हुई थी बड़ी गिरफ्तारी
गौरतलब है कि बीते रविवार को हांसी से ही 39 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था। यह मामला सामने आने के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया था। इन नागरिकों को आवश्यक कागजी कार्रवाई के बाद BSF के हवाले कर दिया गया था। उन्हें बांग्लादेश बॉर्डर तक पहुंचाकर पुलिस टीम शनिवार रात ही लौटी है।
हरियाणा में अब तक पुलिस ने पकड़े 94 बांग्लादेशी,
हरियाणा में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी के खिलाफ पुलिस ने व्यापक अभियान छेड़ रखा है। बीते साढ़े चार महीने में 94 अवैध बांग्लादेशियों को दबोचा गया है। इनमें से 53 को सीमा पार भेजा जा चुका है। ये अवैध प्रवासी बांग्लादेश से पश्चिमी बंगाल और बिहार आए थे। उसके बाद वे ट्रेन से हरियाणा और Delhi NCR जिलों में अपना ठिकाना बना लिया था। हरियाणा पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि हरियाणा की सभी ईंट भट्ठे और फैक्टरियों की जांच की जा रही है। जहां भी बांग्लादेशी मिल रहे हैं, उनके कागज देखे जा रहे हैं। कागज नहीं मिलने पर उन्हें दिल्ली के डिटेंशन सेंटर में भेजा जाता है।
पिछले साल दिसंबर 2024 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को बिना कागजात के बांग्लादेशी प्रवासियों को ढूंढने और उन्हें देश से बाहर करने के निर्देश दिए थे। उसके बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पुलिस के आला अधिकारियों के साथ जनवरी में बैठक की और उन्हें प्रदेश में व्यापक अभियान शुरू करने के निर्देश दिए। उसके बाद से अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ हरियाणा में अभियान चलाया जा रहा है। जनवरी से लेकर अब तक 94 अवैध बांग्लादेशी पकड़े जा चुके हैं। ये सभी बांग्लादेशी हरियाणा के एनसीआर जिलों में ही रहते थे।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद राज्य में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशी की पहचान कर उन्हें हरियाणा से निकालने के आदेश दिए गए हैं। अब हर जिले में इनकी शिनाख्त की जा रही है। खुफिया विभाग भी जांच कर रहा है कि हरियाणा में कितने बांग्लादेशी हैं।
कब-कब पकड़े गए बांग्लादेशी
13 मई को हिसार के हांसी से 39 बांग्लादेशी पकड़े गए। 5 मई को हरियाणा के रेवाड़ी से दो बांग्लादेशी दबोचे गए। 2 अप्रैल को रेवाड़ी से 18 बांग्लादेशी को गिरफ्तार किया गया। 9 फरवरी को नूंह से 5 बांग्लादेशी गिरफ्तार हुए। 27 जनवरी को गुरुग्राम से तीन बांग्लादेशी दबोचा गया। 10 जनवरी को सफीदों से 10 बांग्लादेशी पकड़े गए।
इन लगातार हो रही घटनाओं से यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या हांसी और आसपास का क्षेत्र अवैध नागरिकों का नया केंद्र बनता जा रहा है? और क्या कोई संगठित गिरोह इन लोगों को लालच देकर देश में अवैध तरीके से घुसा रहा है? फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही किसी बड़े खुलासे तक पहुंचा जाएगा।