हरियाणा के सीनियर IPS वाई पूरन कुमार के सुसाइड मामले में तीसरे दिन गुरुवार को भी शव का पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ। पत्नी IAS अमनीत पी. कुमार ने सीएम से मीटिंग के दौरान आरोपियों पर केस दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी। परिवार के सदस्य इस बात पर अड़ गए हैं कि जब तक इस मामले को लेकर चंडीगढ़ पुलिस में दी गई शिकायत पर एफआईआर दर्ज नहीं की जाती तब तक पोस्टमार्टम नहीं कराया जाएगा। जिसके चलते सीएम ने शाम 5 बजे तक का समय मांगा।
वरिष्ठ IPS वाई पूरन कुमार की ख़ुदकुशी का हाईप्रोफाइल मामला
हरियाणा के वरिष्ठ IPS वाई पूरन कुमार की खुदकुशी ने पूरे प्रशासनिक तंत्र को हिला दिया है। 9 पन्नों के सुसाइड नोट में उन्होंने 15 वरिष्ठ IAS और IPS अफसरों पर जातिगत भेदभाव और उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। मरने से पहले उन्होंने पत्नी अमनीत पी. कुमार को वसीयत की तस्वीर और सुसाइड नोट भी भेजा था। इसके बाद IAS अमनीत पी कुमार ने उन्हें विदेश से ही 15 बार फोन किया लेकिन पूरन कुमार ने फोन नहीं उठाया और फिर बेसमेंट में उनकी लाश मिली।
विदेश दौरे से लौटीं पत्नी ने नहीं दी पोस्टमार्टम की अनुमति
इसके बाद IPS वाई पूरन कुमार की IAS पत्नी अमनीत पी कुमार ने आधिकारिक विदेश दौरे से लौटते ही पति का पोस्टमार्टम रुकवा दिया और इसकी अनुमति देने से भी इनकार कर दिया। IAS अमनीत पी कुमार ने सीधे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को फोन लगा दिया और पति द्वारा सुसाइड नोट में जिन अधिकारियों को आरोपी बनाया गया है उनकी जवाबदेही तय करने की मांग की। इसके बाद सीएम ने अपने आवास पर हाईलेवल मीटिंग की, जिसमें सीएम नायब सैनी के साथ चीफ सेक्रेटरी अनुराग रस्तोगी, DGP शत्रुजीत कपूर और मंत्री कृष्ण लाल पंवार मौजूद रहे। मीटिंग के बाद सबसे पहले डीजीपी शत्रुजीत कपूर ही सीएम आवास से निकले, जिनपर अमनीत ने आरोप लगाए हैं। वहीं, सूत्रों के मुताबिक सरकार DGP शत्रुजीत कपूर को जबरन छुट्टी पर भेजने और रोहतक SP नरेंद्र बिजारणिया को हटाने के लिए कार्रवाई करने जा रही है। वहीं, OP सिंह को नया DGP बनाए जाने की संभावनाएं हैं।
सीएम ने की IAS अमनीत कुमार से मुलाक़ात
इसके पहले IPS वाई पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी. कुमार से CM नायब सैनी ने करीब 1 घंटे तक मुलाकात की। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे वह चंडीगढ़ के सेक्टर-24 में IG की पत्नी अमनीत कुमार के घर पहुंचे। इस दौरान करीब 1 घंटे तक CM सैनी ने अलग कमरे में IAS अमनीत पी. कुमार के साथ मीटिंग की। मीटिंग के दौरान IAS अमनीत ने CM सैनी को 2 पन्नों की शिकायत सौंपी। इसके जरिए IG के लिखे सुसाइड नोट में शामिल अधिकारियों को सस्पेंड करने, अरेस्ट करने और परिवार को सिक्योरिटी देने की मांग की। अमनीत पी कुमार ने यहां तक कहा दिया कि ये सुसाइड नहीं एक तरह से मर्डर है। आखिरी नोट में सबकुछ साफ है, उसी आधार पर सभी के खिलाफ FIR, अरेस्ट व सस्पेंशन की कार्रवाई होनी चाहिए।
IPS वाई पूरन कुमार ने सुसाइड नोट में किया मानसिक उत्पीड़न का जिक्र
चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर कथित तौर पर आत्महत्या करने वाले हरियाणा पुलिस के अधिकारी IPS वाई पूरन कुमार के ‘लिखे अंतिम नोट’ में पिछले कुछ साल में उनके द्वारा झेले गए ‘मानसिक उत्पीड़न’ और अपमान का जिक्र किया गया है। साथ ही कुछ ‘वरिष्ठ अधिकारियों’ के नाम बताए गए हैं। वाई पूरन कुमार 2001 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी थे और वह मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित अपने आवास में मृत पाए गए थे। सेक्टर 11 स्थित उनके आवास के भूमिगत तल के एक कमरे में उनका शव मिला। शव पर गोली लगने के निशान थे।
आत्महत्या में इस्तेमाल हथियार ज़ब्त
पूरन कुमार अधिकारियों के अधिकारों, वरिष्ठता और अन्य मुद्दों से संबंधित मामलों में अपने हस्तक्षेप के लिए जाने जाते थे। उन्हें हाल में रोहतक के सुनारिया में पुलिस प्रशिक्षण केंद्र (PTC) के महानिरीक्षक के रूप में तैनात किया गया था। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (CFSL) की एक टीम ने भौतिक और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जब्त कर लिए हैं, जिनमें वह हथियार भी शामिल है जिसका इस्तेमाल पूरन कुमार ने कथित तौर पर खुद को गोली मारने के लिए किया था।
वरिष्ठ अधिकारियों पर लगाया जातिगत दुर्भावना का आरोप
जांच के दौरान घटनास्थल से एक ‘वसीयत’ और एक ‘आखिरी नोट’ भी मिला है, जिसे जब्त कर लिया गया है। सूत्रों ने बताया कि कुमार ने आठ पन्नों का टाइप किया हुआ और हस्ताक्षरित ‘अंतिम नोट’ छोड़ा है, जिसका शीर्षक उन्होंने ‘हरियाणा के संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अगस्त 2020 से जाति आधारित लगातार घोर भेदभाव, निशाना बनाकर किया गया मानसिक उत्पीड़न, सार्वजनिक अपमान और अत्याचार, जो अब असहनीय है’ दिया है।
उन्होंने बताया कि नोट में कुछ अधिकारियों के नाम लेते हुए उनकी भूमिका का विवरण दिया गया है और आरोप लगाया गया है कि उनसे जुड़े हर मामले में जाति आधारित भेदभाव, उनका सार्वजनिक अपमान, उन्हें निशाना बनाकर मानसिक उत्पीड़न और अत्याचार किया जाना जारी है। इसके अलावा, उन्होंने कथित तौर पर उनके खिलाफ दुर्भावनापूर्ण तरीके से अज्ञात और छद्म अज्ञात शिकायतें दर्ज कराए जाने का भी जिक्र किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ अधिकारियों ने इस तरह की शिकायतों के आधार पर उन्हें सार्वजनिक रूप से अपमानित और शर्मिंदा किया तथा उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया।
एक वरिष्ठ IPS अधिकारी की भी नहीं हुई सुनवाई
सूत्रों के अनुसार, अनुसूचित जाति समुदाय से आने वाले IPS वाई कुमार ने अपने अंतिम नोट में बताया कि उनके जैसे अधिकारियों के खिलाफ इस तरह के लक्षित प्रतिशोधात्मक और बदले की भावना से मानसिक उत्पीड़न, अपमान और अत्याचार की यह पराकाष्ठा है। उन्होंने कुछ अधिकारियों के नाम भी लिए जो अपने आधिकारिक पदों और अधिकारों का खुलेआम दुरुपयोग कर रहे हैं जिसके चलते वह आत्महत्या जैसा कदम उठाने को मजबूर हुए। सूत्रों ने बताया कि कुमार ने यह भी बताया कि उन्होंने अधिकारियों के खिलाफ शिकायतें की थीं, लेकिन प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों के अनुसार उनकी जांच तक नहीं की गई।
राज्य चुनाव आयोग पर भी उठाई थी उंगली
हरियाणा के मौजूदा पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर से लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, पूर्व गृह सचिव राजीव अरोड़ा और पूर्व डीजीपी मनोज यादव के खिलाफ उन्होंने कई बार मोर्चा खोला। इतना ही नहीं, पिछले साल उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल के खिलाफ भी चुनाव आयोग को शिकायत कर दी थी। तब वाई पूरन कुमार ने आरोप लगाया था कि राज्य चुनाव आयोग जातिगत मामलों को देखते हुए अफसरों पर कार्रवाई कर रहा है। केवल अनुसूचित जाति के अफसरों को बदला जा रहा है, लेकिन स्वर्ण जाति के अफसरों को नहीं बदला जा रहा है। वाई पूरन कुमार ने वर्ष 2022 में तत्कालीन गृह सचिव राजीव अरोड़ा पर भेदभावपूर्ण तरीका अपनाकर पूर्व डीजीपी मनोज यादव के पक्ष में जांच रिपोर्ट देने का आरोप लगाया था। यह मामला पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में भी पहुंचा। नौ IPS अधिकारियों को दो-दो सरकारी मकानों के अलाटमेंट के मुद्दे पर वाई पूरन कुमार ने काफी लंबी लड़ाई लड़ी।उनके द्वारा इसका विरोध करने के बाद संबंधित अधिकारियों से एक-एक सरकारी मकान खाली कराते हुए जुर्माना राशि वसूली गई थी। हरियाणा की अफसरशाही में सिर्फ एक ही सवाल है कि आखिर इतना बोल्ड अधिकारी आत्महत्या करने के लिए क्यों मजबूर हो सकता है
अफसरशाही तंत्र पर सवाल उठा गई IPS कुमार की आत्महत्या
IPS वाई कुमार की नौकरशाह पत्नी IAS अमनीत पी. कुमार जापान से चंडीगढ़ लौटीं। वह जापान गए हरियाणा सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थीं। पूरन कुमार की पत्नी ने बुधवार को पुलिस में दर्ज शिकायत में दावा किया कि उनके पति की मौत उच्च पदस्थ अधिकारियों के ‘सुनियोजित उत्पीड़न’ का परिणाम थी। उन्होंने न्याय मिलने तक मृतक का पोस्टमार्टम कराने से कथित तौर पर इनकार कर दिया। चंडीगढ़ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले में उनका बयान दर्ज किया। हरियाणा की अफसरशाही में सिर्फ एक ही सवाल है कि आखिर किस हद्द तक मानसिक प्रताड़ना के बाद इतना बोल्ड अधिकारी आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो सकता है?
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