GUILLAIN BARRE SYNDROME यानि GBS ने महाराष्ट्र में अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। राज्य में GBS संक्रमितों की संख्या अब 184 हो गई है। जबकि इस बीमारी से ग्रसित कुल 6 लोग अपनी जान गवां चुके हैं।20 लोग Ventilator पर हैं और 47 लोग ICU में।
एक दुर्लभ और गंभीर बीमारी है GUILLANE BARRE SYNDROME
GBS एक गंभीर और दुर्लभ बीमारी है, जिसमें शरीर का इम्यून सिस्टम अपने ही नर्व फाइबर पर हमला करना शुरू कर देता है जिससे मांसपेशियों में कमजोरी,सुन्नता और कभी कभी हाथ-पैर में लकवा जैसी समस्याएं भी हो सकती हैंGBS आमतौर पर शारीरिक कमजोरी के रूप में सामने आता है और धीरे धीरे शरीर के अन्य हिस्सों को अपनी गिरफ्त में ले लेता है। दस्त और चलने फिरने में दिक्कत भी हो सकती है। इसके निश्चित कारणों का तो पता अभी नहीं चल पाया है लेकिन इसका फैलाव बैक्टीरियल इन्फेक्शन,वाइरल इन्फेक्शन जैसे फ्लू, कोल्ड या कॉफ के जरिए होता है। सामान्य इन्फेक्शन,कोई बाहरी चोट या शारीरिक तनाव भी इसका कारण बन सकता है।
लक्षणों पर रखें नज़र और बरतें सावधानी
GBS के लक्षणों पर कड़ी नज़र रखें क्यूंकि शरीर को अधिक नुकसान पहुंचने से पहले इसका इलाज जरूरी है। हाथ-पैर में कमजोरी, पेट संबंधी तकलीफ, कमजोरी या लकवा जैसी स्थिति महसूस होते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अतिरिक्त सावधानी बरतें, जैसे पानी उबालकर और छानकर पीयें। खुले में रखा कुछ भी न खाएं। खाना हमेशा ढककर रखें। सेल्फ हाइजीन में अतिरिक्त सावधानी बरतें। GBS संबंधित कोई भी लक्षण महसूस होते ही तुरंत डॉक्टर से मिलें। बच्चों का विशेष ध्यान रखें और उन्हे बाहर भी सावधान रहने को कहें।