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June 18, 2025

Good News for Mumbai: पवई तालाब ओवरफ्लो, दो दिनों की बारिश ने भरा तालाब

Good News for Mumbai: मुंबई के एक अहम Artificial Water Source, पवई तालाब ने बुधवार सुबह 6 बजे के करीब अपनी अधिकतम क्षमता पूरी कर ली और अब इसका पानी बहकर मिठी नदी में जा रहा है। बीते दो दिनों में पवई और इसके आसपास के इलाकों में हुई भारी बारिश के चलते यह तालाब पूरी तरह से भर गया है और अब Powai Lake Overflow होने लगा है। हम आपको बता दें कि पवई तालाब का पानी पीने योग्य नहीं होने की वजह से इसका उपयोग मुख्यतः औद्योगिक जरूरतों और आरे मिल्क कॉलोनी जैसे क्षेत्रों में गैर-पीने के कामों के लिए किया जाता है।

पवई तालाब: एक नजर में, Mumbai Rains News

यह तालाब BMC मुख्यालय से करीब 27 किलोमीटर दूर स्थित है। पवई तालाब का निर्माण वर्ष 1890 में पूरा हुआ था। इसका कैचमेंट एरिया (पानी एकत्र करने का क्षेत्र) करीब 6.61 वर्ग किलोमीटर है। जब तालाब पूरी तरह भर जाता है, तो इसका जल क्षेत्रफल करीब 2.23 वर्ग किलोमीटर होता है। इसकी कुल जल धारण क्षमता 545.5 करोड़ लीटर (यानी 5455 मिलियन लीटर) है। तालाब भरने के बाद इसका अतिरिक्त पानी मिठी नदी में छोड़ दिया जाता है।

लगातार बारिश बनी वजह, पिछली बार कब भरा था तालाब?

पिछले 48 घंटों में मुंबई और विशेष रूप से पवई के कैचमेंट एरिया में भारी बारिश हुई (Heavy Rain in Mumbai), जिससे यह तालाब जल्दी भर गया। BMC के Water Department of BMC ने बताया कि बारिश के इस दौर में तालाब का जलस्तर तेजी से बढ़ा और 18 जून की सुबह यह अपनी पूरी क्षमता तक भर गया। पिछले साल यानी 2024 में यह तालाब 8 जुलाई को ओवरफ्लो हुआ था। इस बार यह लगभग 20 दिन पहले ही भर गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस साल मानसून ने समय से पहले दस्तक दी है और अच्छी शुरुआत की है।

कहां होता है इस पानी का इस्तेमाल?

हालांकि पवई लेक का पानी पीने योग्य नहीं है, लेकिन यह मुंबई के लिए उद्योगों में उपयोग, बगीचों की सिंचाई, और साफ-सफाई के कार्यों के लिए काफी अहम है। खासतौर पर आरे कॉलोनी में यह पानी अन्य घरेलू उपयोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। तालाब का अतिरिक्त पानी अब मिठी नदी में बहाया जा रहा है, जिससे तालाब का जलस्तर नियंत्रित किया जा सके और भविष्य में संभावित जलभराव की स्थिति से निपटा जा सके। मुंबई जैसे महानगर में जल स्रोतों का समय से भरना न सिर्फ जल उपलब्धता का सूचक है बल्कि यह मानसून की अच्छी शुरुआत और पर्यावरणीय संतुलन का भी संकेत देता है। पवई तालाब का समय से पहले भर जाना जहां एक ओर मुंबई वासियों के लिए राहत की खबर है।

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