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October 4, 2025

गयाजी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर विकसित होगा विष्णुपद मंदिर क्षेत्र, पटना में बनेगा फाइव स्टार होटल

The CSR Journal Magazine
बिहार में पर्यटन और आधारभूत ढांचे (Infrastructure Development in Bihar) को नई दिशा देने के लिए राज्य सरकार ने दो बड़े फैसले लिए हैं। गयाजी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) की तर्ज पर विष्णुपद मंदिर क्षेत्र (Vishnupad Temple Complex) को पूरी तरह से विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही पटना के बांकीपुर बस स्टैंड परिसर (Bankipur Bus Stand Complex) में एक फाइव स्टार होटल (Five-Star Hotel) का निर्माण जन-निजी भागीदारी (PPP Model) के तहत कराया जाएगा।

गयाजी में बनेगा “Vishnupad Corridor” धार्मिक पर्यटन को मिलेगा नया आयाम

बिहार सरकार ने गयाजी में स्थित प्राचीन विष्णुपद मंदिर क्षेत्र को आधुनिक रूप देने की योजना को मंजूरी दे दी है। इस काम के लिए अहमदाबाद की प्रसिद्ध कंसल्टेंसी फर्म HCP Design, Planning & Management Pvt. Ltd. को मुख्य परामर्शी (Main Consultant) के तौर पर चुना गया है। यही कंपनी वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट की डिजाइन और योजना तैयार कर चुकी है, जो आज देश के सबसे सफल धार्मिक पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। इस परियोजना का उद्देश्य विष्णुपद मंदिर के आसपास के इलाकों में सड़क, प्रकाश व्यवस्था, श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं, पार्किंग जोन, दुकानें और धार्मिक पर्यटन मार्ग को व्यवस्थित तरीके से विकसित करना है। सरकार का मानना है कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से गया अंतरराष्ट्रीय स्तर पर “Spiritual Tourism Hub” के रूप में उभरेगा। कैबिनेट से इस प्रोजेक्ट की लागत वहन की स्वीकृति भी मिल चुकी है।

पटना में बनेगा Five-Star Hotel, बांकीपुर बस स्टैंड परिसर को मिलेगा नया रूप

सरकार ने राजधानी पटना में पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र को मजबूत करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। बांकीपुर बस स्टैंड परिसर की जमीन पर फाइव स्टार होटल निर्माण की मंजूरी दी गई है। यह प्रोजेक्ट जन-निजी भागीदारी (Public-Private Partnership) के तहत पूरा किया जाएगा। होटल निर्माण की जिम्मेदारी कोलकाता की “Saraga Hotels Pvt. Ltd.” को सौंपी गई है। कंपनी को यह जमीन 90 साल की लीज पर दी गई है। जमीन का न्यूनतम पंजीकृत मूल्य (Minimum Valuation Rate – MVR) ₹68 करोड़ 4 लाख रुपये तय किया गया है। इसके अलावा इस रकम पर 9.5 प्रतिशत की वार्षिक दर से ब्याज भी जोड़ा जाएगा, जिसकी पूरी राशि का भुगतान अधिकतम 11 वर्षों में किया जाएगा। कंपनी को ₹18.60 करोड़ प्रति वर्ष अनुमान्य GST राशि के साथ वार्षिक लाइसेंस प्रीमियम भी चुकाना होगा।

बिहार के विकास की नई दिशा Development in Bihar

बिहार सरकार का मानना है कि इन दोनों प्रोजेक्ट्स से राज्य में धार्मिक पर्यटन (Religious Tourism) और आर्थिक गतिविधियों (Economic Activities) को नई रफ्तार मिलेगी। गयाजी का विष्णुपद मंदिर हर साल लाखों श्रद्धालुओं का केंद्र होता है, खासकर पिंडदान और पितृपक्ष के दौरान। कॉरिडोर बनने से श्रद्धालुओं को अधिक सुविधा मिलेगी और स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा। वहीं पटना का नया फाइव स्टार होटल राजधानी को Modern Hospitality Hub के रूप में पहचान दिला सकता है। इससे शहर में National और International Tourists के लिए रहने और कॉन्फ्रेंस जैसी सुविधाएं बढ़ेंगी।

सरकार की मंशा, पर्यटन और निवेश, दोनों को बढ़ावा

बिहार सरकार लगातार पर्यटन और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर “Bihar Tourism Vision 2030” के तहत राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों गया, राजगीर, बोधगया, पावापुरी, वैषाली को आधुनिक रूप देने की योजना पर काम चल रहा है। इन योजनाओं से न सिर्फ रोजगार (Employment Opportunities) के नए द्वार खुलेंगे, बल्कि राज्य का GDP और Revenue Base भी मजबूत होगा। गया में बन रहा Vishnupad Corridor Project और पटना का Luxury Hotel Project दोनों बिहार के भविष्य के विकास की दिशा तय करने वाले हैं। एक ओर यह राज्य की धार्मिक विरासत को संवारेंगे, तो दूसरी ओर आधुनिक सुविधाओं से निवेश का माहौल तैयार करेंगे।

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