गौतम अडानी ने छात्रों को बड़ी सीख दी है। अपने एक भाषण में गौतम अडानी ने कहा है कि मेरे पास केवल सपने थे, सपने अमीरों का विशेषाधिकार नहीं है। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी (Gautam Adani) ने ये बता सोमवार को अदाणी इंटरनेशनल स्कूल (Adani International School) के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने इस दौरान छात्रों से कहा कि सफलता निजी नहीं होती है। सफलता तो तभी होती है जब आप पूरी दुनिया को बेहतर बनाएं। सक्सेस के साथ ही आप बेहतर विश्व के लिए भी काम करें। हमारी दुनिया तेजी से बदल रही है। मेरा इस बात में विश्वास है कि शिक्षक केवल परीक्षा के लिए तैयार नहीं करते बल्कि वो आपको जिंदगी के लिए भी तैयार करते हैं।
अडानी इंटरनेशनल स्कूल में छात्रों को गौतम अदाणी का संदेश, ‘पैरेंटिंग का समझाया मतलब
गौतम अदाणी ने कहा कि जब मैंने अपनी यात्रा शुरू की थी, तो मेरे पास कोई रोडमैप, रिसोर्स और कनेक्शन नहीं था। मेरे पास केवल सपने थे। सपने कुछ अर्थपूर्ण चीजें करने के। कुछ ऐसे जो मेरा आत्मविश्वास बढ़ाए। मैं हर दिन यह सपने देखता था। पैरेंटिंग का मतलब महज बच्चे के भविष्य को आकार देना नहीं है, उन्हें देश के भविष्य को बनाने के लिए भी प्रेरित करना है। यहां मौजूद एजुकेटर्स को मेरी सलाह है कि आप ‘ड्रीम क्रिएटर्स’ हैं।
सपने अमीरों का विशेषाधिकार नहीं – गौतम अदाणी
सपने अमीरों का विशेषाधिकार नहीं हैं, वे उन लोगों का पुरस्कार हैं जो विश्वास करने और अथक परिश्रम करने का साहस करते हैं। अदाणी ने कहा, “असफलताएं आएंगी, और बाधाएं आपकी परीक्षा लेंगी, लेकिन यह याद रखें: असफलता सफलता का विपरीत नहीं है, यह सफलता का सबसे महत्वपूर्ण साथी है। साधारण और असाधारण सफलता के बीच एकमात्र अंतर लचीलापन और हर गिरावट के बाद उठने का साहस है।अदाणी बच्चों में मजबूत मूल्यों को स्थापित करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “आपके बच्चे सिर्फ आपकी संपत्ति से अधिक प्राप्त करते हैं; उन्हें आपके मूल्य मिलते हैं। उन्हें लचीलापन, सहानुभूति और दूसरों की सेवा करने की क्षमता से लैस करें। उन्हें खोज करने, नवाचार करने, सपने देखने के लिए प्रोत्साहित करें। लेकिन उन्हें जड़ें भी दें ताकि वे कभी भी उस मिट्टी को न भूलें जिससे वे आए हैं।” उन्होंने छात्रों से कहा, “वे जीवन में जहां भी जाएं, भारत की भावना को अपने साथ लेकर चलें।”