Thecsrjournal App Store
Thecsrjournal Google Play Store
July 3, 2025

बेटे को लड़की जैसे वस्त्र-श्रृंगार कर खींची फोटो, फिर पूरे परिवार ने की खुदकुशी

राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक पानी के टैंक में दो बच्चों सहित एक परिवार के चार सदस्य मृत पाए गए हैं, जिसे पुलिस आत्महत्या का मामला मान कर तफ्तीश कर रही है। राजस्थान के बाड़मेर से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक महिला ने अपने सबसे छोटे बेटे को चुनरी ओढ़ाकर, गहने पहनाकर और श्रृंगार कर लड़की तरह तैयार किया। उसके बाद चार सदस्यों वाले इस परिवार ने सामूहिक आत्महत्या कर ली। इस घटना से पूरा क्षेत्र हैरान हैं। घटना मंगलवार शाम की बताई जा रही है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आखिर दंपती ने अपने नाबालिग बेटों सहित आत्महत्या क्यों की।

सामूहिक आत्महत्या का अजीबोग़रीब मामला

शिवलाल मेघवाल (35), उनकी पत्नी कविता (32) और उनके 8 और 6 साल के बेटों के शव मंगलवार शाम को उनके घर के बाहर पानी की टंकी में पाए गए। पुलिस के अनुसार, माना जा रहा है कि शिवलाल कथित तौर पर घर को बंद करने के बाद अपने परिवार के साथ टैंक में कूद गया था। सामूहिक आत्‍महत्‍या करने वाले परिवार में 35 वर्षीय शिवलाल मेघवाल, उनकी 32 वर्षीय पत्नी कविता, दो बेटे बजरंग (9 वर्ष) और रामदेव (8 वर्ष) शामिल हैं। मृतक ने सुसाइड नोट में अपनी मां, भाई और भाभी पर प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं और इसी जमीन में अंतिम संस्कार की इच्छा जताई है।
बताया जा रहा है कि आत्महत्या करने से पहले कविता ने अपने छोटे बेटे रामदेव को महिलाओं के कपड़े पहनाए, चुनरी ओढ़ाई, गहने पहनाए, आंखों में काजल और माथे पर टीका लगाया। उसके बाद बेटे की फोटो भी खींची। इसके बाद पूरे परिवार ने पानी की टंकी में कूदकर जान दे दी। बुधवार सुबह पानी की टंकी से शवों को बरामद किया गया।

भाई के फोन का नहीं मिला जवाब, तब पता चली आत्महत्या की बात

यह घटना तब सामने आई जब शिवलाल के छोटे भाई ने उन्हें कई बार फ़ोन लगाया, पर जवाब नहीं मिला। फिर उनकी पत्नी कविता से भी संपर्क करने की कोशिश की, पर नाकाम रहे। फिर शिवलाल के छोटे भाई ने एक पड़ोसी से परिवार की जांच करने के लिए कहा। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
“हमें उनके घर के बाहर टैंक में सभी चार शव मिले,” मनराम गर्ग, पुलिस उपाधीक्षक ने कहा।”परिवार को सूचित कर दिया गया था, और बुधवार सुबह उनकी उपस्थिति में शव बरामद किए गए थे, क्योंकि वे मंगलवार रात को गांव नहीं पहुंच सके थे।”
कविता के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया है कि परिवार को घरेलू उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा था। कविता के चाचा गोपीलाल ने बताया कि शिवलाल अपनी मां और भाई के दबाव में थे, जो कथित तौर पर उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत अपना एक अलग घर बनाने से रोक रहे थे।

सुसाइड नोट से पता चली खुदकुशी की वजह

शिवलाल ने 29 जून को एक सुसाइड नोट लिखा था। सुसाइड नोट में भूमि विवाद को लेकर चली आ रही पारिवारिक कलह का जिक्र किया गया है। सुसाइड नोट में यह भी लिखा है कि चारों का अंतिम संस्कार उनके घर के सामने ही किया जाए। मंगलवार को मां, भाई और पिता से मिलने और एक धार्मिक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद शिवलाल और कविता ने अपने फ़ोन बंद कर दिए और कथित तौर पर चरम कदम उठाया।

परिवार पर मानसिक प्रताड़ना और Amendment To Suicide का केस दर्ज

जानकारी के मुताबिक, घटना के दिन परिवार के अन्‍य सदस्‍य घर पर नहीं थे। शिवलाल की मां अपने भाई से मिलने मायके गईं थी और पिता एक धार्मिक समारोह में शामिल होने गए थे।
पुलिस ने कहा कि वे भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपों की जांच कर रहे हैं। कथित सुसाइड नोट की सामग्री की भी चल रही जांच के हिस्से के रूप में जांच की जा रही है।

Latest News

Popular Videos