बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल गरमा गया है। एक ओर विपक्षी दलों ने Voter Adhikar Yatra शुरू की है, तो दूसरी ओर सत्ता पक्ष भी आम जनता तक पहुँचने की पूरी कोशिश में है। इसी बीच, नेता प्रतिपक्ष Tejashwi Yadav पर महाराष्ट्र के Gadchiroli में FIR दर्ज होने से सियासत और गर्म हो गई है। आरोप है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ Objectionable Post किया था।
Rahul-Tejashwi की Voter Adhikar Yatra
विपक्षी एकजुटता को मजबूत करने के लिए Rahul Gandhi और Tejashwi Yadav संयुक्त रूप से Voter Adhikar Yatra निकाल रहे हैं। इस यात्रा का उद्देश्य जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करना और सरकार पर लगातार हमला करना है। कांग्रेस और राजद दोनों इस यात्रा के जरिए Youth, Farmers और Poor Sections को साधने की कोशिश में जुटे हैं।
Chirag Paswan का तीखा हमला
इसी बीच केंद्रीय मंत्री Chirag Paswan ने कांग्रेस और राजद पर जोरदार प्रहार किया। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक कांग्रेस ने “Divide and Rule Politics” अपनाकर देश को नुकसान पहुँचाया। वहीं, RJD की राजनीति हमेशा से Casteism, Regionalism, Communalism और MY Equation (Muslim-Yadav) तक सीमित रही है।
चिराग ने कहा,
“हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की नीति पर काम करती है। जो लोग समाज को बांटने की राजनीति करते हैं, उन्होंने ही राज्य और देश को सबसे ज्यादा नुकसान पहुँचाया है।”
Illegal Immigrants पर भी टिप्पणी
केंद्रीय मंत्री ने Illegal Immigrants Issue पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में यह स्वीकार्य नहीं कि कोई विदेशी नागरिक अवैध रूप से भारत में प्रवेश करे और हमारे संसाधनों पर अधिकार जताए। उन्होंने स्पष्ट किया कि सबसे पहले अधिकार भारतीय नागरिकों का है और यह बिल्कुल अस्वीकार्य है कि बाहरी लोग देश की सुरक्षा और संसाधनों पर कब्जा करें।
Election Season में Political Heat
बिहार में Assembly Elections से पहले तेजस्वी यादव पर दर्ज हुई FIR और चिराग पासवान के बयानों ने राजनीतिक हलचल को और तेज कर दिया है। एक ओर विपक्ष इसे सरकार की साजिश बता रहा है, तो दूसरी ओर सत्ता पक्ष इसे कानूनन कार्रवाई और जनता के अधिकारों की रक्षा से जोड़कर देख रहा है।
बहरहाल, आने वाले दिनों में Congress-RJD Alliance और NDA Leaders के बीच बयानबाजी और तेज़ होने की संभावना है। चुनावी मौसम में यह मुद्दा जनता की सोच और वोटिंग पैटर्न पर कितना असर डालेगा, यह देखने वाली बात होगी।