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June 6, 2025

भारत में iPhone बनाने के प्लान पर ट्रंप ने जताई आपत्ति

भारत में iPhone बनाने की योजना को लेकर ट्रंप ने आपत्ति जताई है। उन्होंने Apple CEO टिम कुक से कहा कि अमेरिका के लिए भारत में iPhones न बनाए जाएं। ट्रंप ने साफ कहा, ‘हमें भारत में आपके प्लांट बनाने में कोई दिलचस्पी नहीं है। भारत अपना ख्याल रख सकता है।’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में दूसरे देशों से आने वाले सामान पर बहुत ज्यादा टैक्स लगता है। इसलिए अमेरिकी सामान को भारत में बेचना मुश्किल है। भारत दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है। हालांकि ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत ने अमेरिकी सामान पर टैक्स कम करने का प्रस्ताव दिया है। भारत चाहता है कि आयात करों पर एक समझौता हो जाए।
iPhone manufaturing Plan in India: भारत में ऐपल के iPhone बनाने का प्लान अब मुश्किल में पड़ सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने Apple के CEO टिम कुक से अपनी बातचीत की जानकारी दी है, जिसमें उन्होंने भारत में iPhone की मैन्युफैक्चरिंग को लेकर सवाल उठाए हैं। ट्रंप ने साफ कहा कि जब तक भारत में बनने वाले iPhone सिर्फ भारत में ही बिकें, तब तक तो ठीक है, लेकिन अमेरिका के लिए भारत में iPhones न बनाए जाएं।

ट्रंप के Tariff के बाद हुआ था भारत में iPhone बनाने का प्लान

iPhone manufaturing Plan in India: कतर में एक बिजनेस मीटिंग के दौरान ट्रंप ने कहा कि उन्होंने टिम कुक से सीधे बातचीत में ये बात कही। ट्रंप के मुताबिक, Apple अब अमेरिका में ही iPhone का उत्पादन बढ़ाएगा। इस बयान के बाद भारत में iPhone बनाने को लेकर चल रही तैयारी पर असर पड़ सकता है। बीते दिनों जब ट्रंप ने चीन से आने वाले सामान पर 54 प्रतिशत तक का टैक्स लगा दिया था, तब Apple ने भारत को एक विकल्प के रूप में देखा। बैंक ऑफ अमेरिका के विश्लेषक वामसी मोहन ने भी कहा था कि Apple इस साल भारत में 2.5 करोड़ iPhone बनाएगा, जिनमें से 1 करोड़ फ़ोन भारत में ही बिकेंगे और बाकी अमेरिका जाएंगे। यानी भारत में बना हर दूसरा iPhone अमेरिका जा सकता था। लेकिन ट्रंप की टिप्पणी के बाद भारत के ऐपल मैन्युफक्चरिंग हब बनने के सपने पर पानी फिरता नजर आ रहा है।

iPhone मैन्युफक्चरिंग के लिए भारत में अभी तक क्या हुआ

 Apple ने 2017 में भारत में पुराने मॉडल्स की असेंबली शुरू की थी। हालांकि अभी तक फुल मैन्युफैक्चरिंग नहीं हो रही है। iPhone के असेंबली का ज्यादातर काम दक्षिण भारत के Foxconn प्लांट में होता है। इसके अलावा Tata Group, जिसने हाल ही में Wistron का लोकल बिजनेस खरीदा है, और Pegatron की यूनिट्स भी इस काम में लगी हैं। Tata और Foxconn दोनों अब दक्षिण भारत में अपनी यूनिट्स और फैक्ट्रियों का विस्तार कर रहे हैं ताकि उत्पादन बढ़ाया जा सके। मार्च 2025 तक खत्म हुए साल में Apple ने भारत में करीब 22 अरब डॉलर के iPhones असेंबल किए, जो पिछले साल के मुकाबले लगभग 60 प्रतिशत ज्यादा है।

मुश्किल है अमेरिका में आईफोन बनाना

विशेषज्ञों का कहना है कि iPhone को अमेरिका में बनाना महंगा और जटिल है। अमेरिका में मजदूरी महंगी, और मैन्युफैक्चरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर कमजोर होने के कारण वहां एक आईफोन बनाना 3000 डॉलर (₹2.5 लाख से ज्यादा) तक का पड़ सकता है। इसी वजह से Apple जैसी कंपनियां भारत जैसे देशों में उत्पादन पर ध्यान देती हैं जहां लेबर और सप्लाई चेन दोनों सस्ती और मजबूत हैं।

ट्रंप ने फिर दोहराई Zero Tariff की बात

iPhone manufaturing Plan in India: इसी बैठक में ट्रंप ने ये भी कहा कि भारत ने अमेरिका से आने वाले सामान पर Zero Tariff की पेशकश की है। हालांकि भारत सरकार की तरफ से अब तक इस दावे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। अमेरिका की ओर से भारत पर टैरिफ बढ़ाए जाने से पहले ऐपल ने आनन-फानन में कई हवाई जहाजों में भरकर आईफोन यूनिट्स अमेरिका मंगवाए थे, जिससे उन्हें कम खर्च पर अमेरिका में बेचा जा सके। ट्रंप को भारत में बने iPhone का अमेरिका में बेचा जाना पसंद नहीं आ रहा। फिलहाल अमेरिका में ना के बराबर आईफोन प्रोडक्शन होता है और टेक्सास में बने प्लांट को मुख्य रूप से सर्वर और बाकी प्रोडक्ट्स के लिए बनाया गया है और यह iPhone का बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन नहीं कर सकता। चीन और भारत के मुकाबले अमेरिका में iPhone मैन्युफैक्चरिंग की कॉस्ट भी ज्यादा है।

चीन में बन रहे हैं सबसे ज्यादा iPhone

 iPhone का सबसे बड़ा हिस्सा, करीब 75 प्रतिशत पड़ोसी देश चीन में मैन्युफैक्चर होता है। इसके अलावा करीब 17 प्रतिशत iPhone यूनिट्स का प्रोडक्शन भारत में किया जा रहा है और बाकी के 8 प्रतिशत डिवाइसेज अन्य देशों (जैसे- वियतनाम और मलेशिया वगैरह) में मैन्युफैक्चर किए जाते हैं। दरअसल, भारत में iPhone मैन्युफैक्चरिंग की कॉस्ट चीन से 5-8 प्रतिशत तक ज्यादा है, लेकिन ऐपल चीन पर अपनी निर्भरता कम करना चाहता है। इसीलिए उसने भारत को iPhone Manufacturing Hub के रूप में चुना।

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