धारावी रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट (Dharavi Redevelopment Project Pvt.) का नाम बदलकर अब नवभारत मेगा डेवलपर्स (Navbharat Mega Developers Pvt.) कर दिया गया है। धारावी रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट, महाराष्ट्र सरकार और अदाणी ग्रुप के बीच धारावी के पुनर्विकास के लिए एक स्पेशल पर्पज व्हीकल (SPV) है। ऐसे में अब जल्द ही धारावी वासियों की जिंदगी बदलेगी। इस कदम का मकसद ‘उसी जगह पर सरकारी प्राधिकरण के लिए गलती से बचना है, जो कि DRP (धारावी पुनर्विकास प्राधिकरण) है, जो धारावी के पुनर्विकास के लिए काम कर रही महाराष्ट्र सरकार की स्पेशल प्लानिंग अथॉरिटी है।
प्रोजेक्ट के रीब्रांडिंग से क्या बदलेगा?
परियोजना में महाराष्ट्र सरकार की भूमिका में कोई बदलाव नहीं हुआ है और DRP महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए सुपरवाइजिंग अथॉरिटी बनी हुई है। नवभारत मेगा डेवलपर्स के नए नाम को संस्था के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने बताया है कि ‘नवभारत’ नाम, जिसका मतलब है ‘नया भारत’, बेहतर कल को आकार देने में इस प्रोजेक्ट की व्यापक क्षमता को दर्शाता है। ‘मेगा’ काम के व्यापक पैमाने और प्रभाव की बताता है, जबकि ‘डेवलपर्स’ भूमिका की ओर इशारा करता है। कंपनी का इरादा एक संपन्न कम्यूनिटी के निर्माण में भूमिका निभाने का है।
धारावी के पात्र निवासियों को मिलेगा मुफ्त आवास
इस प्रोजेक्ट के तहत महाराष्ट्र सरकार ने धारावी के पात्र निवासियों को मुफ्त आवास देने का फैसला किया है, इसके अलावा, राज्य सरकार अपात्र निवासियों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत या किराया-खरीद योजना के जरिए किफायती आवास की पेशकश करेगी। साथ ही राज्य सरकार ने एक रेवेन्यू-जेनरेटिंग मॉडल बनाते हुए, कमर्शियल स्पेस के लिए पुनर्वास कंपोनेंट के बिल्ट अप एरिया का 10% आवंटित करने की योजना बनाई है।
10 लाख लोगों को गरिमापूर्ण जीवन देगा धारावी प्रोजेक्ट – गौतम अदाणी
एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती Dharavi के पुनर्विकास को लेकर अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने हालही में एक बयान दिया है। अडानी ने Dharavi Redevelopment Project को ‘विरासत’ करार देते हुए कहा कि यह दस लाख लोगों को गरिमा भरी जिंदगी देने का अवसर है। एक इंटरव्यू में गौतम अदाणी ने कहा है कि “यह केवल एक प्रोजेक्ट नहीं है, बल्कि एक विरासत है। यह धारावी के दस लाख निवासियों को बेहतर जीवन स्तर प्रदान करने का प्रयास है।