जमीन, हवा और समंदर — तीनों मोर्चों पर रोकी जाएगी फायरिंग
भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर जारी तनाव को कम करने की दिशा में आज एक बड़ा और अहम कदम उठाया गया है। दोनों देशों के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO – Director Generals of Military Operations) के बीच आज दोपहर 15:35 बजे भारतीय समयानुसार बातचीत हुई। इस बातचीत में आपसी सहमति से यह तय किया गया कि आज यानी 10 मई को शाम 5 बजे से जमीन, हवा और समुद्र तीनों क्षेत्रों में सभी तरह की फायरिंग और सैन्य कार्रवाई को तत्काल प्रभाव से रोका जाएगा। बातचीत के बाद यह भी साफ किया गया कि इस समझौते को लागू करने के लिए दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी सेनाओं को स्पष्ट और सख्त निर्देश जारी कर दिए हैं। यह निर्णय एक ऐसे वक्त में लिया गया है जब सीमा पर बढ़ते तनाव और आम नागरिकों की जान-माल को होने वाले नुकसान को लेकर चिंता जताई जा रही थी। India Pakistan Ceasefire Agreement
भारत पाकिस्तान सीमा पर लंबे समय से जारी थी तनातनी
भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीते कुछ समय से लगातार गोलीबारी और संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं सामने आ रही थीं। दोनों देशों की सेनाओं के बीच कई बार भारी गोलीबारी हुई है, जिसमें न केवल सैन्यकर्मी बल्कि सीमा के पास रहने वाले आम नागरिक भी प्रभावित हुए हैं। इस स्थिति को देखते हुए दोनों देशों के डीजीएमओ का आपसी संवाद और फायरिंग रोकने का फैसला एक सकारात्मक और शांति की ओर बढ़ा कदम माना जा रहा है। Indo-Pak hotline DGMO
India Pakistan DGMO Talk: कब लागू होगा समझौता?
यह समझौता आज, यानी 10 मई को भारतीय समयानुसार शाम 5 बजे से लागू होगा। इसके बाद न तो कोई देश जमीन पर फायरिंग करेगा, न ही एयरस्पेस या समुद्र में सैन्य गतिविधि करेगा। यह निर्णय तीनों मोर्चों लैंड, एयर और सी पर लागू होगा, जो कि इस बातचीत को बेहद व्यापक बनाता है। Indo-Pak Military Operations Halt
इंडिया पाकिस्तान के बीच फिर होगी 12 मई को बातचीत
DGMO स्तर पर यह भी तय हुआ है कि दोनों अधिकारी एक बार फिर 12 मई को दोपहर 12:00 बजे बातचीत करेंगे। इसका मकसद यह होगा कि अब तक लिए गए फैसले को जमीन पर किस हद तक लागू किया गया है, उसकी समीक्षा की जा सके। यह अगली बातचीत भविष्य के लिए और अधिक स्थायी समाधान की दिशा में एक और कदम मानी जा रही है। यदि यह प्रक्रिया सफल रहती है, तो यह न केवल सीमा पर स्थायी शांति की नींव बन सकती है, बल्कि भारत-पाक संबंधों में एक नया अध्याय शुरू कर सकती है। India Pakistan DGMO Talk
सीमावर्ती इलाकों के लोगों को मिली राहत
फायरिंग और गोलाबारी की वजह से जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोग काफी समय से असुरक्षित महसूस कर रहे थे। कई बार इन्हें रातों-रात अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ता था। बच्चों की पढ़ाई से लेकर खेतों की खेती तक सब कुछ ठप हो गया था। अब इस समझौते के बाद उम्मीद की जा रही है कि लोगों को राहत मिलेगी और सामान्य जीवन फिर से बहाल हो सकेगा।
पाकिस्तान की ओर से आई सीजफायर की पहल
भारत सरकार द्वारा जारी बयान में ये बताया गया कि पाकिस्तान की ओर से इस सीजफायर की पहल की गयी। पाकिस्तान द्वारा डीजीएमओ स्तर पर बातचीत की इच्छा जताई गई थी। पाकिस्तान भी घरेलू स्तर पर कई आंतरिक संकटों से जूझ रहा है और सीमा पर शांति उसके लिए भी फायदेमंद मानी जा रही है।
India Pakistan DGMO Talk: भारत का रुख रहा स्पष्ट और सख्त
भारत हमेशा से यह कहता रहा है कि वह शांति में विश्वास करता है, लेकिन किसी भी उकसावे का करारा जवाब देगा। ऐसे में यह समझौता भारत के उसी रुख का हिस्सा है जिसमें एक तरफ कूटनीति और संवाद की बात की जाती है और दूसरी तरफ सुरक्षा के मोर्चे पर पूरी तरह से चौकसी बरती जाती है। भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच हुई बातचीत न केवल सैन्य स्तर पर, बल्कि कूटनीति की दृष्टि से भी एक बड़ा कदम है। हालांकि यह अभी एक शुरुआती पहल है, लेकिन अगर इसे पूरी ईमानदारी से अमल में लाया गया, तो यह दोनों देशों में शांति और स्थायित्व की ओर बढ़ता हुआ रास्ता साबित हो सकता है। अब सबकी निगाहें 12 मई को होने वाली अगली बातचीत पर टिकी हैं, जहां तय होगा कि यह शांति कितनी स्थायी बनती है। India Pakistan DGMO Talk Today