दिल्ली में भारी बारिश और यमुना के जलस्तर से कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए है। यमुना नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। यमुना के बढ़ते जलस्तर से यमुना बाजार, गीता कॉलोनी, मजनू का टीला, कश्मीरी गेट और मयूर विहार जैसे इलाकों में बुरा हाल है। अब तक 14,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राहत और बचाव कार्य जारी हैं। राजधानी दिल्ली में यमुना नदी में आई बाढ़ का असर ट्रेन से लेकर मेट्रो और बस सेवा तक देखा जा रहा है। यमुना में बाढ़ के बाद लोहे के पुल पर लगातार दूसरे दिन भी ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित रही। उसके चलते कुल 99 ट्रेनों के परिचालन पर असर पड़ा है।
खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना
दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। पुराने लोहे के पुल की सड़क तक पानी पहुंचने की उम्मीद है। गुरुवार को पुराने रेलवे पुल पर नदी का जलस्तर 207.48 मीटर तक पहुंच गया था, जो इस सीजन का सबसे ऊंचा स्तर है। कुछ समय तक स्थिर रहने के बाद अब धीरे-धीरे इसमें कमी आनी शुरू हो गई है। लगातार बारिश के बाद यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यमुना नदी के उफान पर आने और खतरे के निशान को पार करने के कारण निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को मयूर विहार फेज-1 के पास बनाए गए राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है। बाढ़ के पानी को बाहर निकालने के लिए वासुदेव घाट के आसपास के इलाकों में मशीनें लगाई गईं। वहीं यमुना का पानी कालिंदी कुंज इलाके में भी पहुंच गया है।
बाढ़ ने किया परिवहन को प्रभावित
राजधानी दिल्ली में यमुना नदी में आई बाढ़ का असर ट्रेन से लेकर मेट्रो और बस सेवा तक देखा जा रहा है। यमुना में बाढ़ के बाद लोहे के पुल पर लगातार दूसरे दिन भी ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित रही। उसके चलते कुल 99 ट्रेनों के परिचालन पर असर पड़ा है। यह सभी ट्रेन लोकल गाजियाबाद, सोनीपत, पानीपत, सहारनपुर, शामली समेत अन्य इलाकों को जाने वाली थीं। उत्तर रेलवे का कहना है कि सुरक्षा कारणों से लोहे का पुल बंद किया गया था, जिसके चलते ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं। उत्तर रेलवे के मुताबिक 99 ट्रेन में से 40 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जिसमें ज्यादातर ट्रेन दिल्ली गाजियाबाद, दनकौर, सहारनपुर, शामली, जम्मूतवी-शालीमार एक्सप्रेस समेत ट्रेन शामिल है। उसी तरह 34 ट्रेनों को डायवर्जन करके परिचालन किया जा रहा है, जिससे यात्रियों को ज्यादा परेशानी ना हो।
दिल्ली-सहारनपुर और शामली रूट पर सबसे ज्यादा असर
राजधानी से सहारनपुर और शामली के बीच चलने वाली अधिकांश पैसेंजर और EMU ट्रेनें बंद कर दी गई हैं। दिल्ली जंक्शन–सहारनपुर एक्सप्रेस (14545), दिल्ली–शामली स्पेशल (4413), दिल्ली–सहारनपुर मेमू (64557, 64027) सहित कई ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया या शाहदरा और साहिबाबाद से चलाया जा रहा है। यमुना पुल बंद होने का असर लंबी दूरी की ट्रेनों पर भी पड़ा है। पद्मावत एक्सप्रेस (14208), कैफियत एक्सप्रेस (12226), गरीब नवाज़ एक्सप्रेस (15716), रानीखेत एक्सप्रेस (15013), मसूरी एक्सप्रेस (14041), कलिंदी एक्सप्रेस (14118), फरक्का एक्सप्रेस (15744) और ब्रहमपुत्र मेल (15657) जैसी गाड़ियों को दिल्ली सराय रोहिल्ला, सब्ज़ी मंडी, हजरत निजामुद्दीन और साहिबाबाद होकर गुजारा जा रहा है। साथ ही लगभग 20 ट्रेनें अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच सकीं। उन्हें शाहदरा, आनंद विहार टर्मिनल और गाजियाबाद जैसे स्टेशनों पर ही रोक दिया गया। इनमें सहारनपुर-दिल्ली (64024, 64028), अलीगढ़–दिल्ली मेमू (64151) और हरिद्वार–दिल्ली एक्सप्रेस (14303) जैसी गाड़ियां भी शामिल हैं। उत्तर रेलवे ने कहा है कि स्थिति सामान्य होने तक कई ट्रेनों की समय सारणी और रूट बदले रहेंगे। यात्रियों से अपील की गई है कि यात्रा से पहले अपनी ट्रेन का स्टेटस NTES पोर्टल या 139 नंबर पर कॉल कर जरूर जांच लें।
यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन पर रोका गया प्रवेश-निकास
यमुना में बढ़े जलस्तर के कारण ब्लू लाइन (नोएडा से द्वारका) पर पड़ने वाले यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन पर गुरुवार सुबह स्टेशन परिसर में प्रवेश व निकास को रोक दिया गया था। मेट्रो का परिचालन स्टेशन से होता रहा और इंटरचेंज की सुविधा भी लोगों को मिल रही थी, लेकिन स्टेशन में प्रवेश व निकास बंद कर दिया गया। पूरे दिन यही व्यवस्था बनी रही जिसके चलते यात्रियों को असुविधा हुई।
लोगों ने खुद खोला दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे
जलजमाव से जगह जगह रास्ते बंद होने से लगे जाम से परेशान होकर बुधवार देर रात उत्तर-पूर्वी दिल्ली में लोगों ने दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा आवाजाही के लिए खोल दिया। दुपहिया चालकों ने शास्त्री पार्क चौक के पास दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून एक्सप्रेसवे पर चढ़ने के लिए बने लूप पर रास्ता बंद करने के लिए लगाया गया पत्थर हटा दिया और बाइकर वहां से चढ़ गए।
कश्मीरी गेट बस अड्डे तक पहुंचा पानी
कश्मीरी गेट अंतरराज्यीय बसअड्डे परिसर में बुधवार को बारिश के कारण भरा पानी गुरुवार को भी नहीं निकला। बसों को बस अड्डे के अंदर पानी में ही खड़ा करना पड़ा। पानी में खड़ी बसों तक पहुंचने में यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
यमुना का जलस्तर बढ़ने के कारण डीटीसी मुख्यालय के बगल से बहने वाले नाले को यमुना में गिरने से रोक दिया गया है। रिहायशी इलाकों में यमुना का पानी पहुंचने से रोकने के लिए बंद किया गया यह नाला गुरुवार को ओवरफ्लो हो गया। नाले का पानी डीटीसी मुख्यालय में भर जाने के कारण कार्यालय परिसर गंदे पानी से लबालब हो गया। इसकी वजह से अधिकारियों और कर्मचारियों का कार्यालय के अंदर पहुंचना मुश्किल हो गया और डीटीसी मुख्यालय बंद कर दिया गया। अब जब तक मुख्यालय परिसर से पानी नहीं निकलेगा, कार्यालय में कामकाज बंद रहेगा। मुख्यालय के बगल में डीटीसी के इंद्रप्रस्थ डिपो में भी पानी जमा हो गया। पानी के कारण बसों के आवागमन में बाधा उत्पन्न हो गई।
Welcome to the most prestigious University of Delhi. NIRF ranking,QS world ranking, No.1 college of India and what not we heard. The reality 😁 brings the condition, pathetic drainage system no expenditure on the infrastructure. #DelhiRain @aajtak @ndtv @gupta_rekha #DelhiFloods pic.twitter.com/KEoIWqn3Kk
— Kanishka Rao ❤️ ~ (@Nonitroublmaker) September 3, 2025