भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (NCL – Northern Coalfields Limited) द्वारा गृहणियों को प्राथमिक उपचार कर्ता के रूप में प्रशिक्षित करने की अनोखी पहल की जा रही है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य घरेलू महिलाओं को ऐसी फर्स्ट एड स्किल्स देना है जिससे वे ना केवल अपने परिवार, बल्कि समाज के लिए भी आपातकाल में मददगार बन सकें। NCL First Aid Training
86 प्रशिक्षण सत्रों में 2773 महिलाएं हुईं प्रशिक्षित Northern Coalfields CSR
अब तक एनसीएल परिवार (Women First Aid Program) की 2773 महिलाओं को 86 ट्रेनिंग के ज़रिए प्राथमिक उपचार का ज्ञान दिया जा चुका है। CPR Training for Housewives यह प्रशिक्षण एनसीएल की सभी परियोजनाओं और इकाइयों में चरणबद्ध रूप से आयोजित किया जा रहा है।
किस तरह की दी जा रही है ट्रेनिंग?
प्रशिक्षण सत्रों में महिलाओं को कई जरूरी जीवन रक्षक तकनीकों की जानकारी दी जाती है, जिनमें शामिल हैं –
CPR (Cardiopulmonary Resuscitation) यानी हृदय पुनर्जीवन
सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को दी जाने वाली फर्स्ट एड Road Accident First Aid Training
सांप काटने की स्थिति में तुरंत इलाज
जलने या चोट लगने पर शुरुआती इलाज
ब्लड प्रेशर और अन्य सामान्य बीमारियों की पहचान और प्राथमिक देखभाल
इन सभी विषयों पर व्यावहारिक और सैद्धांतिक ज्ञान दिया जाता है ताकि महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें और संकट की घड़ी में घबराए नहीं।
एनसीएल द्वारा इस प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत 27 जनवरी को की गई थी। इसके बाद से लगातार विभिन्न परियोजनाओं में इस पहल को आगे बढ़ाया जा रहा है। इसका लक्ष्य महिलाओं को स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में जागरूक और सक्षम बनाना है। इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि महिलाएं अब अपने घर में ‘घरेलू डॉक्टर’ की भूमिका निभा रही हैं। इससे जहां एक ओर इलाज के लिए अस्पताल पर निर्भरता कम होगी, वहीं छोटी-मोटी दुर्घटनाओं में तुरंत इलाज से बड़ी परेशानी को टाला जा सकता है।
एनसीएल की यह पहल बनी मिसाल
एनसीएल की यह पहल कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) का बेहतरीन उदाहरण है, जहां सिर्फ आर्थिक विकास ही नहीं, बल्कि समाज में जागरूकता और आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। यह पहल ना केवल स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ा रही है, बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। प्राथमिक उपचार की जानकारी हर व्यक्ति के लिए जरूरी है, और जब महिलाएं – जो परिवार का सबसे मजबूत आधार होती हैं – इसे सीखती हैं, तो पूरा परिवार सुरक्षित हो जाता है। एनसीएल की यह पहल बताती है कि एक छोटे से प्रशिक्षण से बड़ी दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है। उम्मीद है कि यह मॉडल पूरे देश में अपनाया जाएगा और हर घर में एक फर्स्ट एड एक्सपर्ट होगा।