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सीएसआर – मोदी की पहल से विकसित होगी आंगनबाड़ी

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मोदी की पहल से विकसित होगी वाराणसी का मॉडल ब्लॉक सेवापुरी की आंगनबाड़ी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में देश के पहले मॉडल ब्लॉक सेवापुरी में आंगनबाड़ी केंद्रों को सीएसआर के माध्यम से अत्याधुनिक बनाने का पहल किया गया है। बड़ी बात ये है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आग्रह पर वाराणसी के मॉडल ब्लाक के आंगनबाड़ी केंद्रों की कमान खुद उत्तर प्रदेश की राज्यपाल ने आनंदीबेन पटेल ने संभाल ली है। नवंबर के पहले सप्ताह में तीन दिन के दौरे के दरमियान राज्यपाल अपनी निगरानी में इन केंद्रों को अत्याधुनिक बनाने की नींव रखेंगी। इसमें निजी कंपनियों के सीएसआर फंड की मदद ली जाएगी। हम आपको बता दें कि सेवापुरी ब्लॉक के आंगनबाड़ी केंद्र को अत्याधुनिक बनाने की कवायद की जा रही है। पिछले दिनों सेवापुरी ब्लॉक के विकास कार्यो की समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से इसकी निगरानी का आग्रह किया था।

सीएसआर – मोदी की पहल से अत्याधुनिक आंगनबाड़ी में होगी ई-लर्निंग की व्यवस्था

राज्यपाल कार्यालय ने जिला प्रशासन को पत्र भेजकर आंगनबाड़ी केंद्रों की वर्तमान स्थिति की रिपोर्ट मांगी है। गुजरात के नंदघर की तर्ज पर सेवापुरी ब्लॉक के आंगनबाड़ी केंद्रों को ई-लर्निंग का केंद्र बनाया जाएगा। इसमें टीवी के माध्यम से गर्भवती माताओं के लिए ई-लर्निंग की व्यवस्था होगी। सेवापुरी ब्लाक में 50 से ज्यादा गांवों के आंगनबाड़ी केंद्र चयनित किए गए हैं। आंगनाबाड़ी केंद्रों में आधुनिक सुविधाएं विकसित करने के लिए निजी कंपनियों के सीएसआर फंड की मदद ली जाएगी। इसमें अलग अलग कंपनियों को गांवों की ज़िम्मेदारी सौंपी जाएगी।

स्वास्थ्य सेवाओं को सुधार रहा है सीएसआर

कोरोना काल में देश की स्वास्थ्य सेवाओं का क्या हाल रहा ये किसी से छुपा नहीं रहा। अर्थ व्यवस्था के साथ साथ देश की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा सी गयी थी, कोरोना काल में सबसे ज्यादा भार और दबाव अस्पतालों पर पड़ी, कोविड मरीज़ों के लिए अस्पताल काम पड़ रहे थे, वेंटिलेटर नहीं था, यहां तक की ऑक्सीजन की भी कमी आ गयी। इन समस्याओं से निपटने के लिए देश की कॉर्पोरेट कंपनियां आगे आयी और सीएसआर फंड का इस्तेमाल कर अस्पतालों में सुविधाएं मुहैया करवाई। चाहे वो अर्थ व्यवस्था हो या स्वास्थ्य व्यवस्था देश की कॉर्पोरेट कंपनियों ने दोनों को संभाल लिया। कोरोना से लड़ने के सीएसआर का सिलसिला अभी भी लगातार जारी है।

रांची को मिलेगा 20 बेड और सिमडेगा को 10 बेड का आईसीयू

सीएसआर झारखंड वासियों के लिए बड़ी खुशख़बरी लेकर आया है। विप्रो के अजीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन ने रांची के सदर अस्पताल में 20 बेड और सिमडेगा सदर अस्पताल के लिए 10 बेड का आईसीयू बनाने में मदद करेगा। रांची का सदर अस्पताल मेडिकल उपकरणों के मामले में अब और भी अत्याधुनिक होने जा रहा है। अजीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन ट्राई नाम की संस्था के माध्यम से अपने सीएसआर फंड के तहत, रांची सदर अस्पताल को 20 बेड का अत्याधुनिक आईसीयू और सिमडेगा को 10 बेड का आईसीयू देने का फैसला किया है। इसके अलावा छोटा नागपुर डिविजन के 5 जिलों में अजीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन कई महत्वपूर्ण मेडिकल इक्विपमेंट्स भी देगा। झारखंड वासियों के स्वास्थ्य के लिए ये एक बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है जिसका सीधा सीधा लाभ झारखंड की गरीब जनता को इलाज में मदद के सिलसिले में मिलेगा।

पिछड़ा जिला है रांची, वहीं वाराणसी है पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र, सीएसआर से हो रहा है विकास

बहरहाल सीएसआर की इन दोनों पहल से आम जनमानस को बहुत फायदा होगा, झारखंड का रांची जिला एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट है, एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट का संकल्पना पीएम नरेंद्र मोदी ने रखी थी और यह प्रोग्राम जनवरी 2018 में लॉन्च किया गया था। नीति आयोग द्वारा संचालित एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट कार्यक्रम का उद्देश्य देश के सबसे पिछड़े हुए जिलों में से विकास करना है। इस योजना की सहायता से पिछड़े जिलों में विकास के इन सूचकों को राष्ट्रीय स्तर के बराबर लाने का प्रयास किया जा रहा है। एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट होने के नाते सीएसआर की मदद से रांची के उपायुक्त कई विकास के कामों को अंजाम दे रहें हैं। वही वाराणसी पीएम नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है और यहां भी बड़े पैमाने पर सीएसआर की मदद से काम हो रहें है। गौरतलब है कि सीएसआर की संकल्पना को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़ी तेजी से आगे लेकर बढ़ रहें है और लगातार सार्वजनिक मंचों पर सीएसआर की ताकत को मोदी ने सराहा है।