Rohit Sharma Retires: टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने संन्यास का ऐलान कर दिया है। टीम इंडिया के दिग्गज ओपनर और दो फॉर्मेट में कप्तान रहे रोहित ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया है। हिटमैन के नाम से मशहूर रोहित ने बुधवार 7 मई को एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए लंबे फॉर्मेट के क्रिकेट को अलविदा कह दिया। रोहित के संन्यास की खबर ठीक उस वक्त पर आई, जब सेलेक्शन कमेटी ने उन्हें टेस्ट टीम की कप्तानी से हटाने का फैसला कर लिया था और साथ ही इंग्लैंड दौरे पर टीम में जगह मिलने की संभावना भी नजर नहीं आ रही थी।
Rohit Sharma Retirement की जानकारी सोशल मीडिया पर दी
रोहित ने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने अपनी 280 नंबर की टेस्ट कैप की फोटो पोस्ट की। इसके साथ उन्होंने संन्यास के ऐलान की जानकारी दी। रोहित ने अपनी पोस्ट में लिखा, “मैं आप सबको ये बताना चाहता हूं कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं। सफेद (कपड़ों) में अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए बेहद सम्मान की बात रही। इतने सालों तक अपना प्यार और समर्थन देने के लिए धन्यवाद। ”टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज रोहित ने हालांकि ये साफ कर दिया कि वो फिलहाल वनडे फॉर्मेट में खेलते रहेंगे। उन्होंने कहा, “मैं ODI फॉर्मेट में भारत का प्रतिनिधित्व करता रहूंगा।”
रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट में भविष्य को लेकर सवाल उठ रहे थे
पिछले कुछ महीनों से ही रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट में भविष्य को लेकर सवाल उठ रहे थे। खास तौर पर उनकी कप्तानी पर तो तलवार लटक ही रही थी। पिछले साल न्यूजीलैंड के हाथों उनकी कप्तानी में घर पर ही 0-3 से क्लीन स्वीप और फिर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी टीम की हार के बाद से ही रोहित का आगे कप्तानी कर पाना मुश्किल नजर आ रहा था। हालांकि, रोहित को उम्मीद थी कि वो इंग्लैंड दौरे पर जाएंगे और टीम की कप्तानी करेंगे। मगर मंगलवार 6 मई को सेलेक्शन कमेटी ने उन्हें कप्तानी से हटाने का फैसला कर लिया था, जिसके बारे में बीसीसीआई को भी बता दिया गया था।
पिछले एक साल से इस फॉर्मेट में Rohit Sharma का बल्ला पूरी तरह से फ्लॉप रहा
ऐसे में रोहित का टीम में चुना जाना भी असंभव हो गया था क्योंकि पिछले एक साल से इस फॉर्मेट में उनका बल्ला पूरी तरह से फ्लॉप रहा था। ऐसे में ‘हिटमैन’ ने इस फॉर्मेट को ही अलविदा कहने का ऐलान कर दिया। रोहित ने 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था और पहले ही मैच में शतक जमाया था। उन्होंने अगले टेस्ट में भी सेंचुरी जमाकर खास उपलब्धि हासिल की थी। हालांकि, इसके बाद अगले 6 साल तक वो इस फॉर्मेट में संघर्ष करते रहे और टीम से अंदर-बाहर होते रहे।