रोजगार को लेकर सरकारी आकड़े भले ही कुछ भी कहे लेकिन सच्चाई यही है कि देश में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है जिससे निपटने के लिए सीएसआर एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही है। कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी की मदद से Unemployment के मुद्दों को एड्रेस किया जा रहा है। CSR की मदद से कोल इंडिया बेरोजगारों को स्किल ट्रेनिंग देने जा रही है। केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने एजुकेशनल कंसल्टेंट्स लिमिटेड (ईडीसीआईएल), नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन और टाटा स्ट्राइव की मदद से कोल इंडिया लिमिटेड की Corporate Social Responsibility कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में की जा रही तीन पहलों का उद्घाटन किया।
स्किल डेवलपमेंट के लिए कोल इंडिया बनाएगी Multi Skill Development Institutes
इन तीनों सीएसआर पहलों में Skill Training, Smart Classes and Education और Multi Skill Development Institutes स्थापित करने का काम किया जा रहा है। Coal India CSR Initiatives का ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ और ‘डिजिटल भारत’ दृष्टिकोण को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके लिए कोल इंडिया लिमिटेड (Coal India Limited) और एजुकेशनल कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (ईडीसीआईएल) के बीच एक समझौता भी हुआ जिसका उद्देश्य, कोयला वाले राज्यों में 12 वीं तक के स्कूलों में स्मार्ट कक्षाओं और कंप्यूटर लैब के माध्यम से डिजिटल शिक्षा प्रदान करना है। इसके लिए कोल इंडिया अपने सीएसआर बजट से 27.08 करोड़ रुपए खर्च कर लगभग 200 स्कूलों को लाभ देगी। इन सरकारी कोयला कंपनियों की सीएसआर पहल से एक हजार स्मार्ट क्लासरूम पहले ही सुसज्जित किए जा चुके हैं।
कोयला खदानों के आसपास के इलाकों में 655 बेरोजगार युवाओं को कोल इंडिया देगी स्किल
कोयला क्षेत्र के आसपास के Communities के Youth को Skill Training करने के लिए, कोल इंडिया लिमिटेड और उसकी सहायक कंपनी में बहु-कौशल विकास संस्थान यानी Multi Skill Development Institutes स्थापित करने के लिए नेशनल स्किल डेवलपमेंट कारपोरेशन (एनएसडीसी) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इसका व्यापक उद्देश्य युवाओं को आधारभूत सर्वेक्षण और बाजार की आवश्यकताओं के आधार पर अपेक्षित कौशल से लैस करना है। बहु-कौशल विकास संस्थान 2024-25 में पायलट आधार पर सेंट्रल कोल लिमिटेड और भारत कोकिंग कोल लिमिटेड में शुरू किए जाएंगे, और बाद में अन्य कोल इंडिया लिमिटेड सहायक कंपनियों में बढ़ाए जाएंगे।
Coal India के इस CSR पहल से युवाओं को मिलेंगी नौकरियां
कोयला खदानों के आसपास के इलाकों में 655 बेरोजगार युवाओं को रोजगार सुनिश्चित करने के लिए, कोल इंडिया लिमिटेड ने टाटा स्ट्राइव के साथ एक एमओयू किया है जिसके तहत नागपुर, वाराणसी, कामरूप- असम और छिंदवाड़ा में सहायक इलेक्ट्रीशियन, कॉमिस शेफ, एफ एंड बी स्टीवर्ड, हाउसकीपिंग और फ्रंट ऑफिस सहयोगियों के क्षेत्र में प्रशिक्षण शामिल होगा। इसी तर्ज पर टाटा स्ट्राइव के साथ चलाए गए एक पायलट योजना में प्रशिक्षुओं को 100% रोजगार का आश्वासन दिया गया।