Dehradun Cloud Burst: देहरादून में बादल फटने से सहस्रधारा और आसपास के इलाके तबाही की चपेट में आ गए हैं। कई होटल व दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। देहरादून में बादल फटने के बाद ऋषिकेश में भी आज सुबह से चंद्रभागा नदी उफान पर है। नदी का पानी हाईवे तक पहुंच गया है। चंद्रभागा नदी में फंसे तीन लोगों को SDRF टीम ने रेस्क्यू किया।
उत्तराखंड की राजधानी हुई पानी से लबालब
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सोमवार देर रात बादल फटने और भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। देहरादून के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सहस्रधारा में देर रात बादल फटने की घटना हुई। इससे कई होटल और दुकानें बह गईं। कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। जबकि झाझरा के पास परवल गांव में आठ मजदूर आसन नदी के तेज बहाव में लापता हो गए, एक ट्रैक्टर और स्कूटी भी बह गए। नंदा की चौकी का पुल भी बहाव की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गया। भारी बारिश से उत्पन्न विकट हालातों को देखते हुए देहरादून डीएम ने जिले के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में छुट्टी की घोषणा की है। आज 12वीं तक स्कूल बंद हैं। साथ ही SDRF और राहत टीमों को अलर्ट पर रखा गया है।
तेज़ बहाव और मलबे में बह गईं दुकाने
देर रात करीब 11:30 बजे हुए इस हादसे में सहस्त्रधारा का कार्लिगाड़ क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ। स्थानीय लोगों के अनुसार तेज बहाव के साथ आई मिट्टी और मलबे ने सात से आठ दुकानों को पूरी तरह बहा दिया, जबकि आसपास के कई होटल भी क्षतिग्रस्त हो गए। इस हादसे में दो लोग लापता बताए जा रहे हैं। हालांकि अभी तक बड़े पैमाने पर जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है। हादसे की जानकारी मिलते ही SDRF और NDRF की टीमें रात में ही मौके पर पहुंच गईं। प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया। राहत और बचाव कार्य के लिए जेसीबी समेत भारी मशीनरी लगाई गई है। लापता लोगों की तलाश युद्धस्तर पर जारी है। कार्लिगाड़ में बादल फटने के बाद भारी मात्रा में मलबा नीचे बाजार में आ गया। इससे कई दुकानें और होटल ध्वस्त हो गए। फिलहाल प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र में एहतियात बरतने और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।
बारिश से कई इलाकों में जल भराव
देहरादून में देर रात मूसलाधार बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। नदी नाले ऊफान पर आ गए। कुछ इलाकों में घरों, दुकानों में जलभराव होने से लोग मुसीबत में हैं। कहीं-कहीं सड़कों पर पेड़ गिरने, मलबा आने से आवागमन बाधित हुआ है। उधर, मालदेवता में सौंग नदी ऊफान पर है। कुछ रिसॉर्ट, होटलों में मलबा और पानी घुस गया है। देहरादून में मोहनी रोड, पूरन बस्ती, बलबीर रोड, भगत सिंह कॉलोनी, संजय कॉलोनी आदि क्षेत्रों में घरों में पानी घुस गया है। आईटी पार्क के पास हाल ही में बनी सड़क मलबा आने से टूट गई है। अधोईवाला, अपर राजीवनगर में बिजली का ट्रांसफार्मर बह गया। एक पुल के टूटने की भी सूचना है। नगर निगम के कंट्रोल रूप को विभिन्न क्षेत्रों में जलभराव की सूचना मिली है, टीमें राहत बचाव के लिए मौके पर रवाना हो गई हैं।
जल प्रलय में बही टपकेश्वर महादेव की मूर्ति, माता वैष्णों देवी की गुफा को जोड़ने वाला पुल धव्स्त
देहरादून के पौराणिक टपकेश्वर महादेव मंदिर में बारिश के चलते भयंकर जल प्रलय आ गया, जिसके बाद मंदिर के बाहर लगी पीतल की शिव मूर्ति बह गई। माता वैष्णों देवी गुफा योग मंदिर टपकेश्वर, संतोषी माता मंदिर टपकेश्वर को जोड़ने वाला गोरखा रेजिमेंट द्वारा 1962 में बना पुल भी बह गया। के वी वीरपुर और आर्मी क्षेत्र के पीछे के भाग का संपर्क कट गया।
इंस्टिट्यूट में फंसे बच्चों का सफल रेस्क्यू
देहरादून के पौंधा स्थित देवभूमि इंस्टिट्यूट परिसर में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिसमें लगभग 200 छात्र-छात्राएं फंसे होने की सूचना SDRF को मिली। उक्त सूचना पर SDRF वाहिनी मुख्यालय, देहरादून से एक रेस्क्यू टीम तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना की गई। टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर त्वरित रेस्क्यू अभियान संचालित किया गया। जलभराव के बीच टीम ने अत्यंत सूझबूझ एवं तत्परता से कार्य करते हुए सभी 200 छात्र-छात्राओं को सुरक्षित बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। SDRF Uttarakhand के प्रयासों से बचाई गए सभी बच्चे सकुशल हैं।
कॉलेज हॉस्टल में घुसा पानी, रेस्क्यू किए गए बच्चे
बारिश का कहर देहरादून में लगातार बढ़ रहा है। निमी नदी के किनारे बने एक निजी कॉलेज में हालात बिगड़ गए, जहां नदी के तेज बहाव और मलबे ने कॉलेज को अपनी चपेट में ले लिया। नदी में आए उफान ने पुल के नीचे पेड़ और मलबा फंसा दिया, जिससे पानी का बहाव सीधा कॉलेज के अंदर घुस गया। हालात बिगड़ते देख SDRF और NDRF की टीमें मौके पर पहुंचीं और हॉस्टल में फंसे छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। वहीं कमरों में मलबे के अंदर से समान निकालते युवा, जो अपने घरों के लिए निकल रहे हैं, उनका कहना है कि उन्होंने मौत का मंजर देखा है।
देहरादून में मौत का तांडव! चारों तरफ तबाही का मंजर
बादल फटने के बाद देहरादून के सहस्त्रधारा में बुरा हाल है। तबाही के बाद का मंजर देख वहां के निवासी खुद के जान को खतरे में महसूस कर रहे हैं। सहस्त्रधारा के कार्लीगाढ़ और मज्याड गांव में पहाड़ गिरने के बाद मलबे में 5 लोगों के जिंदा दफन होने की आशंका जताई जा रही है। वहीं दूसरी तरफ विकासनगर की आसन नदी की चपेट में 12 लोग बह गए, जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई, 5 का रेस्क्यू किया गया और 4 लोग अभी तक लापता है।
मसूरी में मलबे में दबकर मजदूर की मौत
Severe cloud burst near Dehradun has caused massive destruction,many bridges and roads incl those between Haridwar-Dehradun, Dehradun-Mussoorie have collapsed or heavily damaged, 2 persons are said to be missing, hotels and shops destroyed @narendramodi ji too much urbanization… pic.twitter.com/jQV1VNh6Ul
— Mona kanwal (@monakaran) September 16, 2025
दूसरी तरफ मसूरी में भी झड़ी पानी में एक मजदूर के आवास पर मलबा आ गया। घटना में एक मजदूर की मौत हो गई है और एक गंभीर रूप से घायल हो गया है। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए और घायल मजदूर को उपचार के लिए अस्पताल ले गए। शहर कोतवाल संतोष कुमार ने बताया कि बारिश का पानी और मलबा मजदूर के कच्चे आवास के ऊपर आ गया था। इससे एक मजदूर की मलबे में दबने से मौके पर ही मौत हो गई और एक मजदूर घायल हो गया है। घायल को उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। अन्य लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।
नैनीताल में स्कूलों की छुट्टी घोषित
देहरादून में देर रात से लगातार बारिश जारी है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार अभी 24 घंटे और बारिश की संभावना जताई जा रही है। वहीं खराब मौसम को देखते हुए नैनीताल जिले में सभी स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है। लगातार हो रही बारिश को देखते हुए जिलाधिकारी वंदना सिंह ने ये आदेश जारी किए हैं।
पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम धामी से ली आपदा की जानकारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फ़ोन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से देहरादून में आई आपदा की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने प्रदेश को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया और कहा कि केंद्र सरकार आपदा की इस घड़ी में राज्य के साथ मजबूती से खड़ी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन और सहयोग से राज्य में राहत कार्य और तेज़ी से संचालित होंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासनिक मशीनरी पूरी तत्परता से सक्रिय है और बचाव एवं राहत कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं।
“जनसेवा ही संकल्प, जनहित ही प्राथमिकता…”
जन्मदिवस पर भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर निकले माननीय मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी pic.twitter.com/z6ldBAfaS6
— Office Of Pushkar Singh Dhami (@OfficeofDhami) September 16, 2025
मुख्यमंत्री धामी देहरादून जनपद के प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं । इस अवसर पर स्थानीय विधायक एवं वरिष्ठ अधिकारी उनके साथ उपस्थित हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी प्रभावित परिवार को असुविधा न हो और राहत सामग्री, सुरक्षित ठहराव, भोजन, पानी एवं स्वास्थ्य सुविधाएं तुरंत उपलब्ध कराई जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है। प्रशासन पहले से ही अलर्ट मोड पर है और SDRF, NDRF, पुलिस बल व स्थानीय प्रशासन लगातार सक्रिय हैं।
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