पेशे से ट्रक ड्राइवर अविनाश कुमार नाशिक से मुंबई हर दिन सब्जियां लेकर आते है। बड़ी ही सावधानी से पिछले 10 सालों से अविनाश ट्रक चलाने का काम करते है। अविनाश भगवान का शुक्रिया अदा करते है कि अब तक उनसे ऐसी कोई दुर्घटना नहीं घटी हो जिससे किसी का नुकसान हुआ हो लेकिन जब The CSR Journal ने नए कानून ‘हिट एंड रन’ की बात की तो अविनाश कहने लगे कि नया हिट एंड रन कानून (New Hit and Run Law in India) हम सभी ड्राइवर्स (Bus and Truck Drivers Strike) के लिए ऐसा बन गया है कि आगे कुआं पीछे खाई। अविनाश भी नए कानून का विरोध कर रहे हैं।
ड्राइवर और भीड़ दोनों को अपनी नागरिक सामाजिक जिम्मेदारी निभानी चाहिए
नए कानून का विरोध करने वाले ड्राइवर (Truck Driver Strike) का कहना है कि अगर दुर्घटना के बाद वे मौके से फरार होते हैं तो उन्हें 10 साल की सजा हो जाएगी। अगर वे मौके पर ही रुक जाते हैं तो भीड़ उन पर हमला करके पीट पीट कर मार देगी। ड्राइवरों के लिए आगे कुआं और पीछे खाई वाली स्थिति हो गई। यह बात सही भी है कि कई बार उग्र भीड़ हिंसक रूप ले लेती है और मामला मॉब लिंचिंग का रूप ले लेता है। (Road Safety) ऐसे परिस्तिथियों में सिटीजन सोशल रिस्पांसिबिलिटी निभाने की जरुरत दोनों यानी ड्राइवर और भीड़ को है। Citizen Social Responsibility का परिचय देते हुए ड्राइवर को हर हाल में सावधानी पूर्वक गाड़ी चलानी चाहिए और अगर किसी कारणवश दुर्घटना (Road Accident) होती भी है तो उसे पीड़ित को अस्पताल पहुंचाना चाहिए और भीड़ को भी कानून हाथ में लिए बिना ड्राइवर के साथ मारपीट नहीं करनी चाहिए।
Hit And Run New Law – क्या है नया ‘हिट एंड रन’ कानून, देशभर में ड्राइवर क्यों कर रहे इसके खिलाफ प्रदर्शन
केंद्र सरकार ने हाल ही में संसद में नया हिट एंड रन विधेयक पास किया है। इस बिल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मंजूरी भी मिल चुकी है। अब यह भारतीय न्याय संहिता के तहत नया कानून बन चुका है। हालांकि, इस नए कानून में जो प्रावधान जोड़े गए हैं, उन प्रावधानों का देशभर में विरोध हो रहा है। हिट एंड रन केस में अगर ड्राइवर एक्सीडेंट के बाद फरार हो जाता है और हादसे में किसी की मौत हो जाती है तो ड्राइवर को दस साल की कैद की सजा का प्रावधान है। सजा के साथ जुर्माना भी भरने का प्रावधान है। नए कानून में ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई वाले प्रावधान को लेकर Drivers विरोध कर रहे।
जानिए क्या होता है हिट एंड रन What is new Hit and Run Law and why Truck and Bus Rrivers protesting?
हिट एंड रन का सीधा मतलब होता है कि दुर्घटना के बाद ड्राइवर का गाड़ी के साथ मौके से भाग जाना। अगर किसी गाड़ी से किसी को टक्कर लग गई और घायल की मदद करने के बजाय ड्राइवर गाड़ी लेकर फरार हो जाता है तो ऐसे केस हिट एंड रन में गिने जाते हैं। हिट एंड रन के पुराने कानून के मुताबिक ऐसे मामलों में ड्राइवर को जमानत भी मिल जाती थी और अधिकतम दो साल की सजा का प्रावधान था। हम आपको बता दें कि दुर्घटना (Road Accident) में घायल व्यक्ति को अगर एक्सीडेंट करने वाला समय (Golden Hour in Accident) पर अस्पताल पहुंचा देता है तो उसकी जान बच जाती है। हालांकि, एक्सीडेंट के बाद मौके से भागने के केस को हिट एंड रन कहा जाता है। ऐसी ही केस में सख्ती का प्रावधान किया गया है।
नए कानून में क्या है जिसकी वजह से ड्राइवर गुस्से में है
भारतीय न्याय संहिता में हिट एंड रन कानून में जो नए प्रावधान हैं, उसके मुताबिक अगर गाड़ी ड्राइवर हादसे के बाद पुलिस को सूचना दिए बिना फरार होता है तो उसे 10 साल की सजा होगी। इसके साथ ही भारी जुर्माना भी वसूला जाएगा। इस कड़े प्रावधान का देशभर के ट्रक, ट्रेलर, बस, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और टैक्सी ड्राइवर विरोध कर रहे हैं। देश के कई शहरों में, कई राज्यों में इस नए कानून के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं और हाइवे जाम किए जा रहे हैं। दुर्घटना के आंकड़े बताते हैं कि हिट एंड रन के मामलों में हर साल देश में 50 हजार लोगों की मौत हो जाती है। मौतों के इन आंकड़ों को देखते हुए ड्राइवरों पर सख्ती करते हुए नए कानून में सख्त प्रावधान जोड़े गए हैं। बहरहाल अगर ड्राइवर और भीड़ दोनों Citizen Social Responsibility का परिचय देते हैं तो नया कानून कारगर साबित होगा।