देश की कोयला कंपनियां ना सिर्फ देश को आगे बढ़ा रहीं हैं बल्कि एक सशक्त समाज के निर्माण में भी अपना सहयोग दे रहीं हैं। ऐसी ही एक कोयला कंपनी है Central Coalfields Limited जो भारत के सबसे बड़े कोयला उत्पादक में से एक है। सेंट्रल कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड अपने सीएसआर पहल से ना सिर्फ समाज में सकारात्मक बदलाव ला रही है बल्कि अपने सीएसआर प्रयासों से समावेशी विकास भी सुनिश्चित कर रही है। सीसीएल ने सीएसआर के अंतर्गत रामगढ़ जिला प्रशासन के साथ 3 परियोजनाओं के लिए एमओयू किया। जिसका लाभ आने वाले दिनों में झारखंड के रामगढ़ जिले के निवासियों को होगा।
एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट है रामगढ़ जिला, सेंट्रल कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड के सीएसआर पहल से जिले में होगा विकास
हम आपको बता दें कि झारखंड का रामगढ़ जिला एक एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट है जहां Central Coalfields Limited अपने CSR पहल के तहत गोला प्रखंड के बरलांगा में मोबाइल टॉवर के लिए ₹ 1.5 करोड़, 7 ओपन जिम के लिए ₹ 91 लाख और जिला अस्पताल में 3 बायोकेमिस्ट्री एनालाइजर के इंस्टॉलेशन के लिए ₹ 37.5 लाख की राशि व्यय की जाएगी। CCL की ये Corporate Social Responsibility पहल Rural Development और Health के तहत की जाएगी। रामगढ़ जिला एक एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट (Aspirational District Program) होने के नाते बहुत पिछड़ा है और जिले में कई ऐसे दूरदराज इलाके है जहां आज भी मोबाइल की कनेक्टिविटी नहीं है ऐसे में अगर विकास की बयार अगर इन दूरदराज इलाकों में बहानी है तो जाहिर है मोबाइल कनेक्टिविटी बहुत अहम है।
ग्रामीण विकास और स्वास्थ्य पर सीसीएल (सेंट्रल कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड) कर रहा है सीएसआर पहल
सीसीएल बड़े स्तर पर स्वास्थ्य में भी CSR करता है। ओपन जिम Priventive Health Care के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इन सीएसआर इनिशिएटिव के अलावा झारखंड के लातेहार और चतरा जिले में टीबी से पीड़ित 1400 रोगियों की देखभाल और 6 महीने के लिए पोषण प्रदान करने के लिए चाइल्ड इन नीड इंस्टीट्यूट (सीआईएनआई), झारखंड के साथ 74.36 लाख रुपये के हालही में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। इसके अलावा सीसीएल ने अपने सीएसआर पहल के तहत मगध संघमित्रा क्षेत्र के युवाओं के बीच भारी मोटर वाहन लाइसेंस भी वितरित किए गए जिन्होंने लातेहार में एचएमवी प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया।
क्या होता है एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट
नीति आयोग (Niti Aayog) ने पीएम नरेंद्र मोदी के संकल्पना को ध्यान में रखते हुए देश के 112 जिलों को महत्वाकांक्षी जिला घोषित किया है। आयोग के अनुसार ये जिले देश के अन्य जिलों की तुलना में अपेक्षाकृत कम विकसित हैं, इन जिलों को ‘एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट’ भी कहा जाता है।