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March 26, 2025

CBI ने सुशांत केस में दाखिल की Closure Report, दिशा की मौत पर राजनीति शुरू

CBI ने Sushant Singh Rajput की मौत के मामले में 5 साल बाद ‘Closure Report’ दाखिल की, जिसमें Actor की मौत के मामले में किसी गड़बड़ी की संभावना से इनकार किया। Sushant के केस में CBI के Closure Report देने से पहले Actor की पूर्व Manager Disha Salian की मौत पर सियासी खेल शुरू हो गया।

Sushant Singh Rajput की संदेहास्पद मौत

Sushant Singh Rajput को 14 जून, 2020 को उनके बांद्रा स्थित मकान में मृत पाया गया था। सुशांत सिंह राजपूत की गिनती बॉलीवुड के प्रतिभाशाली अभिनेताओं में होती थी। वह हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का एक ऐसा सितारा थे, जिसे बड़ी संख्या में लोग पसंद किया करते थे। उनकी मौत ने न सिर्फ उनके फैंस को सदमे में डाला, बल्कि पूरे देश में एक लंबी बहस को भी जन्म दे दिया। अब इस मामले में CBI ने Closure Report दायर की है। Report में कहा गया है कि सुशांत की मौत में किसी भी तरह की साजिश या आपराधिक षड्यंत्र के सबूत नहीं मिले हैं। बॉलीवुड एक्टर Sushant Singh Rajput की मौत के मामले में CBI की Closure Report (Sushant Singh Rajput CBI Report) के अनुसार सुशांत की मौत में किसी भी तरह की साजिश या आपराधिक षड्यंत्र के सबूत नहीं मिले हैं। CBI ने इसे आत्महत्या का ‘साधारण मामला’ बताया है। अगस्त 2020 में Sushant के पिता के के सिंह की शिकायत के बाद CBI ने ये जांच अपने हाथ में ले ली थी।

दो अलग मामलों में CBI ने दी Closure Report

CBI ने ये Closure Report दो अलग-अलग मामलों में दायर की है। पहले मामले में सुशांत सिंह राजपूत के पिता के के सिंह ने पटना में शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत में उन्होंने रिया चक्रवर्ती Riya Chakravarty पर उनके बेटे Sushant को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। सुशांत के परिवार ने रिया चक्रवर्ती और अन्य के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने, धोखाधड़ी, चोरी और अवैध रूप से बंधक बनाने का आरोप लगाते हुए पटना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इससे बिहार पुलिस और मुंबई पुलिस के बीच अधिकार क्षेत्र को लेकर विवाद भी हुआ था । बिहार सरकार की सिफारिश पर केंद्र सरकार ने इस केस की CBI जांच को मंजूरी दी थी, जिसके बाद 19 अगस्त 2020 को सुप्रीम कोर्ट ने CBI को इस मामले की पूरी जांच करने का अधिकार दिया था।
दूसरे मामले में, रिया चक्रवर्ती ने मुंबई में जवाबी FIR दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने Sushant Singh Rajput की बहनों पर सुशांत को फर्जी मेडिकल प्रिस्क्रिप्शन देने का आरोप लगाया था। रिया चक्रवर्ती ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। वह चाहती थीं कि केस मुंबई में ही रहे। लेकिन 19 अगस्त, 2020 को सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा कि इसकी जांच CBI करेगी। कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को भी CBI के साथ सहयोग करने का आदेश दिया। इसके बाद यह केस बिहार पुलिस से CBI के हाथों में चला गया। CBI ने अगस्त 2020 में जांच शुरू की। रिया चक्रवर्ती, उनके भाई शौविक, Sushant के स्टाफ और करीबी दोस्तों से पूछताछ हुई। इस दौरान Drugs और Money Laundering का एंगल भी सामने आया। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने Drugs Case में रिया और शौविक को 8 सितंबर 2020 को गिरफ्तार किया। हालांकि, बाद में उन्हें जमानत मिल गई। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी पैसे के लेन-देन की जांच की। लेकिन इन सबके बावजूद सुशांत की मौत का रहस्य नहीं सुलझा।

CBI की रिपोर्ट में क्या कहा गया

Closures Report में CBI ने 5 प्वाइंट्स पर अपनी रिपोर्ट सौंपी जिनमे-
1.सुशांत सिंह राजपूत ने सुसाइड किया था, किसी ने मजबूर नहीं किया।
2.रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार को क्लीन चिट मिली।
3.कोई Criminal एंगल या ‘Foul Play (षड्यंत्र) नहीं पाया गया।
4.AIIMS Forensic Team ने भी हत्या की संभावना को खारिज किया।
5.सोशल मीडिया चैट्स को अमेरिका भेजकर जांच की गई, जिसमें छेड़छाड़ का कोई सबूत नहीं मिला।
AIIMS के फोरेंसिक विशेषज्ञों ने जहर देने और गला घोंटने की आशंकाओं को खारिज किया, और CBI ने इसी रिपोर्ट के आधार पर अपनी जांच को पूरा किया। अब अदालत तय करेगी कि CBI की रिपोर्ट को स्वीकार किया जाए या आगे की जांच हो। Sushant Singh Rajput के पिता के के सिंह के मामले में Closure Report पटना की एक विशेष अदालत के समक्ष प्रस्तुत की गई। CBI ने इस रिपोर्ट में कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं मिला कि राजपूत को आत्महत्या के लिए किसी ने मजबूर किया था। एजेंसी ने दावा किया कि इस मामले में चक्रवर्ती पर मुकदमा चलाने का कोई आधार नहीं है। वहीं, रिया चक्रवर्ती की शिकायत के मामले में Closure Report मुंबई की एक विशेष अदालत के समक्ष प्रस्तुत की गई। इस रिपोर्ट में कहा कि सुशांत सिंह राजपूत को दिए गए मेडिकल प्रिस्क्रिप्शन में कोई गड़बड़ी नहीं थी।

क्या होती है CBI Closure Report

दरअसल, Closure Report उन मामलों में दाखिल की जाती है, जब जांच एजेंसी को आरोपी के खिलाफ कोई पर्याप्त सबूत नहीं मिलता। Closure Report दाखिल करने का मतलब ये नहीं है कि मामला बंद हो गया है। मजिस्ट्रेट के पास इसे स्वीकार या अस्वीकार करने का अंतिम अधिकार होता है। अगर शिकायतकर्ता जांच के निष्कर्ष से असहमत हो, तो वह इसे अदालत में चुनौती दे सकता है। कानून के तहत जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट को अधिकृत मजिस्ट्रेट के समक्ष दाखिल किया जाता है। जिन मामलों में उन्हें कोई सबूत नहीं मिलता, वहां क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की जाती है। जब क्लोजर रिपोर्ट मजिस्ट्रेट को सौंप दी जाती है, तो मजिस्ट्रेट रिपोर्ट की जांच करते हैं और अगर वह संतुष्ट हो जाते हैं कि कोई सबूत नहीं है, तो क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार कर सकते हैं और केस को बंद कर सकते हैं।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानेशिंदे ने CBI के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हम हर एंगल से मामले के हर पहलू की जांच करने और मामले को बंद करने के लिए CBI के आभारी हैं। महामारी (Covid19) के दौरान, हर कोई TV और सोशल मीडिया से चिपका हुआ था। शायद इसलिए भी इस केस में इतने मुद्दे बने, जितने हक़ीक़त में थे ही नहीं! निर्दोष लोगों को परेशान किया गया और मीडिया और जांच अधिकारियों के सामने पेश किया गया। उन्होंने कहा कि जमानत पर रिहा होने से पहले रिया चक्रवर्ती को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा और 27 दिनों तक सलाखों के पीछे रहना पड़ा। दूसरी तरफ, सुशांत सिंह के पिता के के सिंह ने CBI की जांच पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि जांच एजेंसी ने समय पर अपना काम नहीं किया। CBI की Closure Report दाखिल होने के बाद, सुशांत के परिवार के पास एकमात्र विकल्प है कि वे मुंबई कोर्ट में प्रोटेस्ट पिटीशन दाखिल कर सकते हैं। अगर परिवार को CBI की रिपोर्ट पर संदेह है, तो वे अदालत में भी अपील कर सकते हैं।

Sushant की पूर्व मैनेजर Disha Salian की मौत पर राजनीति गरमाई

Sushant Singh Rajput Suicide case के साथ ही पिछले कुछ दिनों से उनकी Manager Disha Salian की मौत का मामला भी एक बार फिर सुर्खियों में है। दिशा सालियान केस एक हाई-प्रोफाइल और विवादास्पद मामला है। Sushant Singh Rajput की मौत से ठीक 6 दिन पहले 8 जून 2020 Sushant की पूर्व मैनेजर Disha Salian की रहस्यमयी मौत हुई थी। उनकी हत्या हुई थी या मौत, ये बात भी आज तक रहस्य ही है। Disha Salian एक सेलिब्रिटी मैनेजर थीं। उनकी मृत्यु 8 जून 2020 को मुंबई के मलाड इलाके में एक High-Rise बिल्डिंग से गिरने के कारण हुई थी। वह गिरी थीं या गिराई गई थीं, यह जांच का विषय है। पुलिस ने शुरू में इसे आत्महत्या करार दिया और एक आकस्मिक मृत्यु रिपोर्ट (ADR) दर्ज की। हालांकि, इस घटना के बाद कई सवाल और सिद्धांत सामने आए, जिसने इसे एक जटिल और राजनीतिक रूप से संवेदनशील मामला बना दिया। कहा जाता है कि Disha Salian कथित तौर पर अपने मंगेतर रोहन राय के अपार्टमेंट की 14वीं मंजिल से तब गिरी थीं, जब वह अपने दोस्तों और कथित मंगेतर संग पार्टी कर रही थीं। इस पार्टी में कुछ राजनीतिक लोगों के शामिल होने से ये मामला सुर्खियों में आ गया और राजनीतिक रंग लेने लगा।
Disha के पिता सतीश सालियान ने March 2025 में एक बार फिर Bombay High Court का दरवाजा खटखटाया। उन्होंने जून 2020 में रहस्यमयी परिस्थितियों में हुई अपनी बेटी की मौत की नये सिरे से जांच कराने की मांग की है। सतीश सालियन द्वारा दायर याचिका में हाईकोर्ट से शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और मामले की जांच CBI को सौंपने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है। शिवसेना को इस कदम पर साजिश का शक है। शिवसेना (UBT) के प्रवक्ता ने आश्चर्य जताया कि पांच साल बाद अचानक यह मामला सुर्खियों में क्यों आ गया! उन्होंने इसमें साजिश की आशंका जताई। इस बीच, शिवसेना (UBT) नेता Aditya Thackrey का नाम भी इस मामले में सामने आया है। Disha के पिता की याचिका में Aditya Thackrey का नाम शामिल होने पर आदित्य ठाकरे ने कहा, “पिछले पांच सालों से मेरी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। यह मामला कोर्ट में है, मैं कोर्ट में ही जवाब दूंगा। मेरा संघर्ष देश की भलाई के लिए जारी रहेगा।” उन्होंने इसे राजनीतिक साजिश करार देते हुए अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया। दरअसल, दिशा सालियान के पिता ने जो याचिका दायर की है, उसमें आदित्य ठाकरे का नाम लिया है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि Disha Salian के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई और बाद में कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों को बचाने के लिए राजनीतिक रूप से साजिश रची गई। दिशा के पिता सतीश सालियान ने महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और UBT शिवसेना के विधायक Aditya Thackrey, पूर्व मेयर Kishori Pednekar और अन्य के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। सतीश सालियन ने कोर्ट से मांग की है कि आदित्य ठाकरे और अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 376(डी), 302, 201, 218, 409, 166, 107, 109, 120(बी) और 34 के तहत मामला दर्ज किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने मामले की जांच CBI को सौंपने की भी मांग की है।

Maharashtra में राजनीतिक पारा ऊपर चढ़ा

Maharashtra में मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को लेकर मचे घमासान के बीच Disha Salian की मौत का फिर से जिक्र होने पर राज्य की सियासत गरमा गई है। पांच साल पुराने दिशा सालियान केस को लेकर जहां BJP ने उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं, वहीं इस मुद्दे पर महायुति में दो फाड़ सामने आए हैं। Disha Salian के पिता ने बेटी की मौत के मामले की जांच CBI से कराने की मांग की है। BJP की तरफ से फडणवीस सरकार में मंत्री Nitesh Rane इस मुद्दे पर काफी आक्रामक हैं। उनका कहना है कि अगर आदित्य ठाकरे निर्दोष हैं तो फिर डर किस बात का है? वहीं दूसरी तरफ Aditya Thackrey के बाद अब इस मामले पर उद्धव ठाकरे का बयान भी समाने आया है। उन्होंने कहा है कि उनके परिवार का इस मामले से कोई संबंध नहीं है। जो भी लोग उनके परिवार पर दिशा सालियान की मौत में शामिल होने का आरोप लगा रहे हैं, उन्हें सबूतों के साथ सामने आना चाहिए।

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