Sushil Kedia Challange Raj Thackeray: व्यवसायी सुशील केडिया देश-विदेश की कई बड़ी वित्तीय संस्थाओं के साथ काम कर चुके हैं और वे ‘केडियानॉमिक्स’ नाम की रिसर्च कंपनी चलाते हैं।
मीरा भायंदर मनसे थप्पड़कांड ने बढ़ाई मनसे की मुसीबत
Sushil Kedia on Marathi: मुंबई के करीब मीरा-भायंदर शहर में मराठी न बोलने पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं ने मारवाड़ी जैन समुदाय के दुकानदार से मारपीट की। पुलिस ने इस संबंध में FIR दर्ज कर ली है। लेकिन यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है और अब यह बड़ा सियासी मुद्दा बन गया है। इस बीच, मशहूर बिज़नेसमैन सुशील केडिया ने मराठी में बात न करने की कसम खाकर मनसे प्रमुख राज ठाकरे को चुनौती दी है। उन्होंने साफ तौर पर कहा, “मैं मराठी नहीं बोलूंगा और न ही मराठी सीखूंगा।” उद्योगपति केडिया ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे को सीधे तौर पर सोशल मीडिया पर टैग करते हुए चुनौती दी है, जिसके बाद उन्हें मनसे समर्थकों की ओर से धमकियां मिलने लगी हैं। स्थिति को देखते हुए केडिया ने सरकार और पुलिस से सुरक्षा की मांग भी की है।
मीरा भायंदर में मनसे की कथित गुंडागर्दी ने बढ़ाई सियासी हलचल
मीरा-भायंदर शहर में रविवार (29 जून) की रात मनसे (MNS) कार्यकर्ताओं ने मराठी में बात न करने पर ‘जोधपुर स्वीट्स और फरसाण’ के मालिक बाबूलाल चौधरी के साथ कथित तौर पर मारपीट की। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद शहर में तनाव फ़ैल गया। घटना से नाराज व्यापारियों ने बंद का आह्वान किया और शहर में विरोध मार्च निकाला। इस घटना के बाद बिज़नेसमैन सुशील केडिया ने X पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, “मैं पिछले 30 साल से मुंबई में रह रहा हूं, फिर भी मुझे मराठी ठीक से नहीं आती। जब तक तुम जैसे लोग मराठी भाषियों की ‘देखभाल’ करने का दिखावा बंद नहीं करते, तब तक मैं मराठी नहीं सीखूंगा। मैंने प्रतिज्ञा ली है। क्या करना है बोल?”
केडिया के इस पोस्ट का कई यूजर्स ने समर्थन किया तो कुछ ने तीखी प्रतिक्रियाएं देते हुए धमकियां भी दी। उधर, मनसे कार्यकर्ताओं ने भी उन्हें पिटाई की धमकियां देनी शुरू कर दी। इसके बाद केडिया ने एक और पोस्ट में लिखा, “ड्रामा बंद कर राज ठाकरे! तुम्हारे 2-4 गुंडे आकर मुझे 10-20 थप्पड़ मार भी दें, तो भी मैं डरूंगा नहीं। अगर हम जैसे लोग अपनी पर आ गए और आमरण अनशन पर बैठ गए तो तुझे हाथ जोड़कर माफी मांगनी पड़ेगी।”
शेयर बाज़ार एक्सपर्ट केडिया को मिल रही जान से मारने की धमकियां
सुशील केडिया ने आरोप लगाया है कि मनसे कार्यकर्ताओं से उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने इसके लिए पुलिस से सुरक्षा की मांग की है और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री फडणवीस और गृह मंत्रालय को टैग करते हुए कहा है कि उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए। केडिया ने एक अन्य पोस्ट में यह भी कहा कि राज ठाकरे जी आपके सैकड़ों कार्यकर्ता मुझे धमकाकर फ़्लूएंट मराठी नहीं वहतैो सकते।
Shri @RajThackeray threatening me by 100s of your workers is not going to make me a fluent Marathi speaker.
If I am not confident of the quality of Marathi I can speak, with so much threatening around even more fear happens that if I miss speaking any word(s) improperly more…
— Sushil Kedia (@sushilkedia) July 4, 2025
सुशील केडिया शेयर बाजार और निवेश मामलों के विशेषज्ञ माने जाते हैं। पिछले 25 वर्षों से वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बैंकों के साथ कार्यरत हैं। वे Market Technician Association के निदेशक मंडल में शामिल होने वाले एशिया के पहले व्यक्ति हैं। उन्होंने ‘Kedianomics’ नामक एक रिसर्च फर्म की स्थापना की है, जो शेयर बाजार से संबंधित सेवाएं प्रदान करती है। सुशील केडिया कई बिज़नेस चैनलों पर विशेषज्ञ के रूप में आमंत्रित किए जाते हैं, जहां वे निवेश और शेयर बाजार से जुड़ी विषयों पर बात करते हैं। बताया जा रहा है कि मुंबई में रहने वाले केडिया हिंदी और अंग्रेजी के अलावा गुजराती, मराठी और बंगाली भाषाओं का भी ज्ञान रखते हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी मामले पर कड़ा रूख अपनाते हुए मराठी के लिए मारपीट करने वालों मनसे कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी है।
सीएम फड़नवीस ने दी मनसे को चेतावनी
महाराष्ट्र में हिंदी भाषा को लेकर जारी विवाद के बीच मीरा-भायंदर शहर में रविवार 29 जून की रात मनसे (MNS) कार्यकर्ताओं ने मराठी में बात न करने पर ‘जोधपुर स्वीट्स और फरसाण’ के मालिक बाबूलाल चौधरी के साथ मारपीट की। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद शहर में तनाव फ़ैल गया। घटना से नाराज व्यापारियों ने बंद का आह्वान किया और कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए विरोध मार्च निकाला। अब इस मामले में मारपीट करने वाले मनसे कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कि गई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए स्पष्ट कहा कि “मराठी भाषा पर गर्व करना गलत नहीं है, मराठी सिखने के लिए अनुरोध किया जा सकता है, लेकिन उसके नाम पर गुंडागर्दी को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि मराठी भाषा का अभिमान रखना गलत नहीं है। लेकिन भाषा के नाम पर गुंडागर्दी और मारपीट को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
( मुंबई | 4-7-2025)#Maharashtra #Mumbai pic.twitter.com/CdBbfmOeWK
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) July 4, 2025