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October 27, 2025

गुना में भाजपा नेता ने किसान को थार से कुचला, पत्नी-बेटियों से किया दुर्व्यवहार, फाड़े कपड़े 

The CSR Journal Magazine
मध्य प्रदेश के गुना जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां स्थानीय भाजपा नेता महेन्द्र नागर पर एक किसान रामस्वरूप नागर की निर्दयतापूर्वक हत्या का मुख्य आरोपी होने का आरोप है। जानकारी के अनुसार, यह घटना छह बीघा जमीन के विवाद को लेकर गणेशपुरा गांव में हुई। बताया गया कि करीब 15 लोगों के समूह ने किसान को लाठी-डंडों और रॉड से बेरहमी से पीटा, और बाद में जीप से कुचल दिया। पुलिस ने मामले में भाजपा किसान मोर्चा के स्थानीय पदाधिकारी महेन्द्र नागर सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करने के बाद घटना की जांच शुरू कर दी है।

बीजेपी नेता ने किसान को थार से कुचला

मध्य प्रदेश के गुना जिले से एक बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां जमीन विवाद को लेकर एक किसान की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी के रूप में भारतीय जनता पार्टी (BJP) किसान मोर्चा के स्थानीय पदाधिकारी महेन्द्र नागर का नाम सामने आया है। घटना गणेशपुरा गांव की बताई जा रही है, जहां 55 वर्षीय किसान रामस्वरूप नागर की मौत आरोपियों द्वारा लाठी-डंडों से पीटकर और बाद में जीप से कुचलने के कारण हो गई।

ज़मीन को लेकर चल रहा था विवाद

मृतक रामस्वरूप नागर के परिजनों के अनुसार, विवाद गांव की छः बीघा जमीन को लेकर चल रहा था। बताया गया कि रविवार दोपहर रामस्वरूप नागर (40) अपनी पत्नी विनोद बाई (38), पुत्री तनीषा (17) और कृष्णा (17) के साथ खेत पर जा रहा था। तभी आरोपी महेन्द्र नागर अपने 15-16 साथियों के साथ खेत पर पहुंचे और जबरन कब्जे की कोशिश करने लगे। किसान रामस्वरूप ने विरोध किया तो उन पर लाठी-डंडों और लोहे की रॉड से हमला कर दिया गया। विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपियों ने रामस्वरूप को थार गाड़ी से कुचल दिया। जिससे उसके दोनों हाथ और पैर फ्रैक्चर हो गए।

बेटियों के साथ दुर्व्यवहार, फाड़े कपड़े

इस दौरान बीच-बचाव करने आई उसकी दोनों बेटियों के साथ अभद्रता की गई और उनके कपड़े भी फाड़ दिए गए। महेन्द्र नागर ने दहशत फैलाने की नीयत से हवाई फायर भी किए। घायल किसान को इलाज न मिल सके इसलिए एक घंटे तक उसके शरीर को गांव से बाहर नहीं जाने दिया गया। पुलिस के पहुंचने के बाद ग्रामीणों की मदद से घायलों को फतेहगढ़ स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल गुना रेफर किया गया। डॉक्टरों ने रामस्वरूप की हालत गंभीर बताई और उसे भोपाल रेफर कर रहे थे लेकिन इलाज के दौरान रामस्वरूप की मौत हो गई। मृतक की बेटी ने मीडिया से बातचीत में घटना का दर्दनाक विवरण देते हुए कहा, “मैं अपने पिता को बचाने गई तो महेन्द्र नागर मेरे ऊपर बैठ गया और मुझसे धक्का-मुक्की करने लगा। मेरे कपड़े तक फाड़ दिए।”

हत्या, उत्पीड़न और बलवा की धाराओं में मामला दर्ज

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने महेन्द्र नागर सहित कई अन्य आरोपियों के खिलाफ हत्या, बलवा, महिला उत्पीड़न और अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।गुना पुलिस अधीक्षक (SP) ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष टीम गठित की गई है। आरोपियों की तलाश में छापेमारी जारी है, जबकि घटनास्थल से फोरेंसिक साक्ष्य जुटाए जा चुके हैं। गांव में इस घटना को लेकर तनाव का माहौल है। ग्रामीणों ने मांग की है कि आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की जाए और पीड़ित परिवार को सुरक्षा दी जाए। राजनीतिक स्तर पर भी मामला तूल पकड़ने लगा है। विपक्षी दलों ने भाजपा पर “गुंडागर्दी को संरक्षण देने” का आरोप लगाते हुए राज्य सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की है। बमोरी विधायक ऋषि अग्रवाल ने भी घटना को लेकर खेद जताया है। कांग्रेस विधायक ने जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तार की मांग की है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि मोहन सरकार में बीजेपी नेताओं का आतंक बढ़ गया है।

इन आरोपियों पर FIR दर्ज

फतेहगगढ़ थाना पुलिस ने मामले में आरोपी महेंद्र पुत्र रामनारायण नागर, वीरेंद्र पुत्र ओमप्रकाश नागर, कन्हैयालाल नागर पुत्र शंकरलाल, लोकेश पुत्र कन्हैयालाल नागर, नवीन पुत्र कन्हैयालाल नागर, हरीश पुत्र कन्हैयालाल नागर, नीतेश पुत्र महेन्द्र नागर, देवेंद्र पुत्र महेंद्र नागर, कमलेश बाई पत्नि महेंद्र नागर, लक्ष्मी बाई पत्नि जितेंद्र नागर, हुकुम पुत्र रामनारायण नागर, प्रिंस पुत्र राधेश्याम नागर, गौतम पुत्र राधेश्याम नागर, सम्मी बाई पत्नि ओमप्रकाश नागर के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। इनमें से 6 आरोपी गणेशपुरा और शेष 9 आरोपी समीतवर्ती राजस्थान के रहने वाले हैं।

आरोपी महेंद्र नागर बीजेपी का नेता

इस मामले में मुख्य आरोपी महेंद्र नागर बीजेपी का नेता है। आरोप है कि वह छोटे किसानों को डरा धमकाकर जमीन पर कब्जा कर लेता है। ग्रामीणों का कहना है कि नागर की दबंगई के चलते गणेशपुरा गांव से करीब 25 किसान औने-पौने दामों में अपनी जमीन बेचकर पलायन कर चुके हैं। रामस्वरूप ने जब विरोध किया, तो उन पर जानलेवा हमला किया गया। गांव में आरोपी के नाम का इतना ज्यादा आतंक है कि कोई भी उसके खिलाफ बोलने को तैयार नहीं है। पुलिस ने इस मामले में महेंद्र नागर समेत उसके परिवार की तीन महिलाओं पर केस दर्ज किया है। साथ ही 14 अन्य लोग आरोपी हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्राथमिक जांच में जमीन विवाद पुराना बताया जा रहा है और पीड़ित परिवार पहले भी प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगा चुका था।
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