बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए सरकारें तो काम कर ही रही है लेकिन सीएसआर (Corporate Social Responsibility) की पहल भी बेहद सराहनीय है। आरईसी लिमिटेड और आरईसी फाउंडेशन की पहल से बिहार वासियों को ना सिर्फ अत्याधुनिक मेडिकल सुविधाएं मिलेंगी बल्कि बिहार रोगमुक्त भी होगा। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने बिहार के भोजपुर जिले को रोग मुक्त जिला बनाने की दिशा में एक ठोस पहल करते हुए ‘डॉक्टर आपके द्वार’ कार्यक्रम की शुरुआत की और 10 जीवन रक्षक मेडिकल एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
बिहार – आरईसी के सीएसआर पहल से होंगे डॉक्टर आपके द्वार
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह का संसदीय क्षेत्र बिहार का भोजपुर जिला है जहां ‘डॉक्टर आपके द्वार’ कार्यक्रम की शुरुआत हुई है। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य की ऐसी परियोजनाओं का लाभ गरीब से गरीब व्यक्ति और समाज के वंचित वर्ग के लोगों तक पहुंचना चाहिए ताकि सभी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें (Health System in Bihar)। अपने संबोधन में उन्होंने आगे कहा कि जिला प्रशासन की सक्रिय भागीदारी और कार्यान्वयन में शामिल सभी एजेंसियों द्वारा निरंतर निगरानी परियोजना की त्वरित और समयबद्ध प्रगति के लिए जरुरी है।
Bihar में REC के CSR पहल से मिलेगा गरीबों को स्वास्थ्य लाभ
हम आपको बता दें कि ‘डॉक्टर आपके द्वार’ कार्यक्रम को पूरा सहयोग भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के सहयोगी आरईसी फाउंडेशन कर रहा है। इस दस मोबाइल हेल्थ क्लिनिक (एमएचसी) की खरीद, संचालन और रखरखाव भी आरईसी की सीएसआर पहल से हो रहा है। इस परियोजना की कुल लागत रु. 12.68 करोड़ है और REC Foundation अगले तीन सालों के लिए ये खर्चा खुद उठाएगा। आरा के 14 प्रखंडों के 228 पंचायतों (Bihar Panchayat) से जुड़े 1200 गांवों और छोटे-छोटे टोलों में इस कार्यक्रम के तहत ये सभी जीवन रक्षक एंबुलेंस घर-घर जाएंगे और लोगों के स्वास्थ्य की जांच करेंगे और आवश्यकतानुसार दवा देंगे। (Health News Bihar)
बिहार में आरईसी के सीएसआर पहल से अत्याधुनिक मेडिकल सुविधाएं अब संभव
ये पहली बार होगा कि जिले स्तर पर इतने बड़े पैमाने पर डॉक्टर (Doctors in Bihar) द्वारा घर-घर जाकर लोगों की निःशुल्क जांच कर दवा देने का काम किया जायेगा। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इन एम्बुलेंस में फिजिशियन, डॉक्टर, महिला डॉक्टर, नर्स और दवा की उपलब्धता रहेगी।10 एमएचसी (Mobile Health Clinic in Bihar), जिनमें से तीन विशेष रूप से महिलाओं के लिए होगा। REC Limited के CSR पहल से बिहार में भोजपुर जिले के सभी 14 ब्लॉकों में वंचित आबादी को घर-घर प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल की सेवा सुनिश्चित होगी। मरीजों को मुफ्त जेनरिक दवाएं भी दी जाएंगी। प्रत्येक एमएचसी प्रति माह 20 से अधिक शिविरों का आयोजन करेगा और प्रतिदिन 50-70 मरीजों को देखेगा।