सोशल मीडिया पर वायरल दावे में कहा गया था कि पाकिस्तान ने अभिनेता सलमान खान को “आज़ाद बलोचिस्तान फैसिलिटेटर” बताते हुए आतंकवाद सूची में शामिल किया है। हालांकि, जांच में यह दावा पूरी तरह झूठा पाया गया। पाकिस्तान के किसी भी सरकारी विभाग जैसे NACTA या गृह मंत्रालय की सूची में सलमान खान का नाम नहीं है। वायरल “नोटिफिकेशन” फर्ज़ी दस्तावेज़ साबित हुआ, जिसमें तारीख़ और विवरण मेल नहीं खाते। भारत और पाकिस्तान, दोनों ओर के मीडिया स्रोतों ने इस खबर को भ्रामक और अपुष्ट बताया है।
सलमान ख़ान को ‘आतंकी’ घोषित करने की वायरल पोस्ट
Salman “Sallu Bhai” Khan is now a Terrorist according to Pakistan after mentioning his love for “people of Balochistan” in a Saudi Arabia event pic.twitter.com/umJnKQsLqC
— Viceroy Muji Pepe, Earl of Lutyens (@mujifren) October 26, 2025
बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान को लेकर सोशल मीडिया पर इन दिनों एक सनसनीखेज दावा वायरल है। कई ऑनलाइन पोस्ट और विदेशी वेबसाइट्स का कहना है कि पाकिस्तान की बलोचिस्तान सरकार ने सलमान खान को “आज़ाद बलोचिस्तान फैसिलिटेटर” बताते हुए उन्हें आतंकवाद निरोधक कानून (Anti-Terrorism Act) की चौथी अनुसूची (Fourth Schedule) में डालने की सिफारिश की है।हालांकि, फैक्ट-चेक और आधिकारिक सूत्रों की जांच में यह दावा अब तक असत्य और अपुष्ट पाया गया है।
वायरल दावा कैसे शुरू हुआ
यह विवाद तब उठा, जब सलमान खान ने हाल ही में रियाद में आयोजित Joy Forum 2025 के दौरान एक कार्यक्रम में बलोचिस्तान का ज़िक्र किया। सलमान खान के एक संबोधन का वीडियो क्लिप वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने मानवीय मुद्दों पर बात करते हुए बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग एक देश के रूप में संदर्भित किया। इस कार्यक्रम के मंच पर सलमान खान के साथ शाहरुख खान और आमिर खान भी मौजूद थे। वे मध्य पूर्व में भारतीय सिनेमा के प्रभाव पर चर्चा कर रहे थे। सलमान खान ने कहा, “अभी अगर आप हिंदी फिल्म बनाकर सऊदी अरब में रिलीज़ करते हैं तो वो सुपरहिट होगी। अगर आप तमिल, तेलुगु या मलयाली फिल्म बनाते हैं तो वो सैकड़ों करोड़ का कारोबार करेगी, क्योंकि यहां कई देशों से लोग आए हैं। यहां बलूचिस्तान के लोग हैं, अफगानिस्तान के लोग हैं, पाकिस्तान के लोग हैं। सभी यहां काम कर रहे हैं।”उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर भारी विरोध देखने को मिला। कई यूज़र्स ने सवाल उठाया कि क्या सलमान का यह बयान जानबूझकर दिया गया था या यह महज़ ज़ुबान फिसलने की गलती थी। सोशल मीडिया पर फैले वीडियो में सलमान के एक कथित बयान को पाकिस्तान के कुछ लोगों ने बलोचिस्तान को स्वतंत्र क्षेत्र बताने के रूप में लिया। इसके बाद पाकिस्तान की कुछ वेबसाइट्स और X अकाउंट्स ने एक कथित सरकारी नोटिफिकेशन जारी किया, जिसमें उन्हें “आज़ाद बलोचिस्तान फैसिलिटेटर” बताते हुए “आतंकवाद सूची” में शामिल करने की सिफारिश की गई थी।
आधिकारिक स्रोत क्या कहते हैं
भारत और पाकिस्तान, दोनों ओर के विश्वसनीय मीडिया संस्थानों ने इस दावे की जांच की, लेकिन अब तक कोई सरकारी पुष्टि या आधिकारिक दस्तावेज़ नहीं मिला है। पाकिस्तान के National Counter Terrorism Authority (NACTA) और गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर भी ऐसा कोई नाम दर्ज नहीं है। रिपोर्ट्स के अनुसार, वायरल “नोटिफिकेशन” में तारीख़ और घटनाओं के क्रम में गड़बड़ी पाई गई। यानी दस्तावेज़ की तिथि उस दिन से पहले की बताई गई जब सलमान का कथित बयान हुआ था। इससे इसके फ़र्ज़ी होने की आशंका और बढ़ गई।
क्यों बढ़ा विवाद
बलोचिस्तान पाकिस्तान का वह क्षेत्र है जहां स्वायत्तता और अलगाववाद की मांग लंबे समय से जारी है। ऐसे में किसी अंतरराष्ट्रीय हस्ती का “बलोचिस्तान” को लेकर बयान देना पाकिस्तान के राजनीतिक वर्ग में संवेदनशील विषय बन जाता है। हालांकि सलमान खान ने इस पर अब तक कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन उनके प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर वायरल रिपोर्टों को “दुष्प्रचार” बताया है।
फैक्ट-चेक मिस्लीडींग निकली वाइरल पोस्ट
जांच के बाद स्पष्ट हुआ है कि पाकिस्तान ने सलमान खान को आधिकारिक तौर पर आतंकवादी घोषित नहीं किया है। इस बात को लेकर वायरल “सरकारी अधिसूचना” की प्रामाणिकता संदिग्ध है और किसी आधिकारिक चैनल पर उपलब्ध नहीं है। मीडिया फैक्ट-चेक संस्थानों ने इस दावे को “Misleading / Unverified” बताया है।
फ़िल्म इंडस्ट्री ने कहा- ‘दुर्भाग्यपूर्ण’
भारतीय फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े सूत्रों ने कहा कि यह खबर “पूरी तरह झूठी और दुर्भावनापूर्ण अफवाह” है, जिसका मकसद सोशल मीडिया पर सनसनी फैलाना है। वहीं, पाकिस्तानी प्रशासन ने भी इस विषय पर कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया है। सलमान खान को लेकर “पाकिस्तान ने आतंकवादी घोषित किया” वाला दावा फिलहाल झूठा और असत्यापित है। यह एक वायरल सोशल मीडिया अफवाह है, जिसे किसी आधिकारिक दस्तावेज़ या सरकारी घोषणा का समर्थन प्राप्त नहीं है।
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