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April 16, 2025

Ambergris: सोने से भी ज्यादा महंगी है इस जीव की बदबूदार उल्टी

Whale Vomit Ambergris: सोचिए, कोई ऐसी चीज़, जो उल्टी जैसी बदबूदार हो और उसकी कीमत सोने से भी ज्यादा हो! यकीन करना मुश्किल है, लेकिन व्हेल मछली की उल्टी, जिसे एम्बरग्रीस (Ambergris) कहते हैं, असल में इतनी कीमती होती है कि इसकी कीमत करोड़ों में आंकी जाती है। यह खास पदार्थ परफ्यूम और दवाइयों में इस्तेमाल होता है और इसे ‘Floating Gold’ भी कहा जाता है। महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच यूनिट ने हाल ही में, 5.6 किलोग्राम Ambergris ( Whale Vomit) को जब्त किया है। अनुमान के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 6.20 करोड़ रुपये है। अंबरगिस की तस्करी के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। आखिर व्हेल की उल्टी में ऐसा क्या है कि इसे सोने से भी ज्यादा ऊंची कीमत पर खरीदा और बेचा जाता है!

Ambergris की तस्करी

March 2024 में महाराष्ट्र के सांगली जिले में पुलिस ने व्हेल मछली की उल्टी Ambergris के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया। पकड़ी गई एम्बरग्रीस की कीमत 19 करोड़ 17 लाख 20 हजार रुपये है। चेकिंग के दौरान पुलिस को दो गाड़ियों में 19 किलो 172 ग्राम वजन की व्हेल उल्टी के तीन थैलीयां मिलीं। सितंबर 2022 में उत्तर प्रदेश STF और वन विभाग पुलिस ने 10 करोड़ रुपए मूल्य के एम्बरग्रीस के साथ चार लोगों को पकड़ा है। November 2024: गुजरात के भावनगर में महुवा पुलिस ने 12 किलो दुर्लभ Ambergris, जिसे ‘व्हेल की उल्टी’ कहा जाता है, जब्त की है। इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 12-15 करोड़ रुपये है।

क्या होता है Ambergris

Ambergris यानी व्हेल की उल्टी को ‘समुद्र का सोना’ भी कहा जाता है। यह एक मोम जैसा पदार्थ है जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में अत्यंत दुर्लभ और बहुमूल्य माना जाता है। शुक्राणु व्हेल के पाचन तंत्र में कुछ खाने योग्य न होने वाली चीजों के जमा होने से इसका निर्माण होता है औऱ समय के साथ ये पदार्थ व्हेल के शरीर से बाहर निकलकर समुद्र में तैरने लगता है। फ्रांसीसी शब्द Grey Amber या Ambergris को प्रायः Whale Vomit के रूप में जाना जाता है। यह एक ठोस और मोम जैसा पदार्थ है जो Sperm Whale की आंतों में उत्पन्न होता है। स्पर्म व्हेल में से केवल 1 प्रतिशत ही एम्बरग्रीस का उत्पादन करती हैं। रासायनिक रूप से एम्बरग्रीस में  Alkaloid, Acid और Ambaron नामक एक विशिष्ट यौगिक होता है, जो कोलेस्ट्रॉल के समान होता है। यह जल निकाय की सतह के चारों ओर तैरता है और कभी-कभी तट के समीप आकर इकठ्ठा हो जाता है। इसके उच्च मूल्य के कारण इसे Floating Gold कहा जाता है। अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में 1 किलो Ambergris की कीमत 1 करोड़ रुपए है। इसका इस्तेमाल इत्र बाज़ार में खासतौर पर कस्तूरी जैसी सुगंध विकसित करने के लिये किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि दुबई जैसे देशों में जहां इत्र का एक बड़ा बाज़ार है, इसकी अधिक मांग है। प्राचीन मिस्रवासी इसका प्रयोग धूप (Incense) के रूप में करते थे। ऐसा माना जाता है कि इसका उपयोग कुछ पारंपरिक औषधियों और मसालों के रूप में भी किया जाता है। अपने उच्च मूल्य के कारण विशेष रूप से तटीय क्षेत्रों में यह तस्करों के निशाने पर रहा है। ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां इस तरह की तस्करी के लिये गुजरात के तट का इस्तेमाल किया गया है।क्यूंकि Sperm Whale एक संरक्षित प्रजाति है, इसलिये व्हेल के शिकार की अनुमति नहीं है। हालांकि तस्कर, व्हेल के पेट से Ambergris प्राप्त करने के लिये इसका अवैध रूप से शिकार करते हैं।

क्यों इतना ख़ास और क़ीमती है Ambergris

जब शुक्राणु व्हेल समुद्र में रहती हैं तो वे कई तरह के जीवों को निगल जाती हैं, जिनमें से कुछ को वे पचा नहीं पाती हैं। ऐसे में, इन अपच पदार्थों के कारण व्हेल के शरीर में एक मोम जैसा पदार्थ बनना शुरू हो जाता है, फिर धीरे-धीरे यह पदार्थ व्हेल के पाचन तंत्र से बाहर निकलकर समुद्र में तैरने लगता है। दिलचस्प बात है कि समुद्री जल और हवा के संपर्क में आने से यह पदार्थ सख्त हो जाता है और एक सुगंधित पदार्थ में बदल जाता है, जिसे हम Ambergis कहते हैं। इसकी खासियत यह है कि यह किसी भी सुगंध को लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करता है। व्हेल की उल्टी यानी अंबरगिस का रंग सफेद, पीला, भूरा या काला हो सकता है। इसका स्वाद थोड़ा नमकीन और मिट्टी जैसा होता है। इसमें एक बहुत ही स्ट्रांग और शानदार सुगंध होती है। इत्र उद्योग में इसे एक बहुत ही मूल्यवान वस्तु माना जाता है। इसीलिए इसकी मांग बहुत ज्यादा है, लेकिन उपलब्धता कम होने के कारणइसकी तस्करी होती है। व्हेल के शरीर से जब अंबरगिस बाहर निकलता है तो इसकी गंध बेहद बदबूदार होती है, लगभग मल जैसी। लेकिन धीरे-धीरे जब यह समुद्र के पानी और हवा के संपर्क में आता है, तो इसमें एक बड़ा बदलाव देखने को मिलता है। यह सूखने लगता है और इसकी बदबू गायब होकर एक शानदार, मिट्टी जैसी खुशबू में बदल जाती है, जिसे कस्तूरी कहा जाता है।

ऐसे होता है व्हेल की उल्टी का इस्तेमाल

Ambergris की इस खास खुशबू के कारण इसे इत्र उद्योग में बहुत महत्व दिया जाता है। इसकी मदद से एक खास तरह का अल्कोहल निकाला जाता है, जिसे अंबरिन कहते हैं। अंबरिन की खासियत यह है कि यह किसी भी सुगंध को लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करता है। यानी अगर आप अंबरिन मिलाकर कोई इत्र बनाते हैं, तो उसकी खुशबू बहुत लंबे समय तक रहेगी। इसके अलावा, अंबरिन सुगंध को उड़ने से भी रोकता है। यही कारण है कि महंगे इत्रों में अंबरिन का इस्तेमाल किया जाता है।
भारत में, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत एम्बरग्रीस की बिक्री और व्यापार पर सख्त प्रतिबंध है। ऐसा इसलिए है क्योंकि एम्बरग्रीस का स्रोत शुक्राणु व्हेल, एक लुप्तप्राय प्रजाति है जिसे कानून द्वारा संरक्षित किया जाता है। DRI ने इस तरह की तस्करी के प्रयासों से वनस्पतियों और जीवों की रक्षा और सुरक्षा के अपने प्रयास में तटीय क्षेत्रों में अपनी सतर्कता और निगरानी तेज कर दी है। पिछले दो वर्षों में DRI ने लगभग 40.52 किलोग्राम Ambergris जब्त किया है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 54 करोड़ रुपये है।

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