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November 2, 2025

7वीं में फेल हुए थे अक्षय कुमार, खुद बताई वजह क्यों नहीं लगता था पढ़ाई में मन

The CSR Journal Magazine

जब पढ़ाई छोड़ एक्टिंग को बनाया सपना

बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार ने हाल ही में एक बातचीत में अपने बचपन की एक दिलचस्प कहानी साझा की, जिसे सुनकर उनके चाहने वाले भी हैरान रह गए। एक्टर ने बताया कि वह 7वीं क्लास में फेल हो गए थे और उसी वक्त उन्हें एहसास हुआ कि उनका मन पढ़ाई में नहीं, बल्कि एक्टिंग में लगता है। अक्षय ने कहा कि बचपन से ही उन्हें कैमरे और फिल्मों की दुनिया आकर्षित करती थी। स्कूल के दिनों में उनका ध्यान किताबों में कम और फिल्मों में ज़्यादा रहता था। उन्होंने खुलासा किया कि जब वह 7 वीं में फेल हुए, तो घर पर काफी डांट पड़ी थी।

Akshay Kumar Failure Story: मुझे पढ़ाई में मन नहीं लगता था – अक्षय कुमार

अक्षय कुमार ने बताया कि एक बार पापा ने पूछा कि बड़ा होकर क्या बनना चाहता हूं, तो मैंने साफ कह दिया कि मुझे एक्टर बनना है। उस वक्त मेरे पिता को लगा कि मैं मज़ाक कर रहा हूं, लेकिन मेरे मन में वही बात बैठ गई थी कि मुझे एक्टिंग करनी है। उन्होंने कहा कि बचपन में उन्हें पढ़ाई में कभी दिलचस्पी नहीं रही। स्कूल के समय उनका ध्यान खेलकूद, मार्शल आर्ट्स और स्टेज परफॉर्मेंस की तरफ ज़्यादा रहता था। अक्षय कुमार ने बताया कि जब मैं 7वीं क्लास में फेल हुआ, तो मुझे दो-तीन थप्पड़ भी पड़े। पापा बहुत गुस्से में थे। उन्होंने कहा था कि अगर पढ़ाई नहीं करोगे, तो कुछ नहीं बन पाओगे।

Akshay Kumar Failure Story: एक्टिंग बना दी ज़िंदगी का लक्ष्य

उस घटना के बाद अक्षय कुमार ने ठान लिया कि वह जिंदगी में कुछ बड़ा करेंगे, लेकिन पढ़ाई के जरिए नहीं। उन्होंने कहा कि 7वीं में फेल होना उनके लिए टर्निंग पॉइंट था। उस दिन मैंने तय कर लिया कि मुझे सिर्फ एक्टिंग करनी है। मैंने खुद से वादा किया कि जो भी करूं, दिल से करूं। बाद में अक्षय ने मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग ली और मॉडलिंग से लेकर फिल्मों तक का सफर तय किया। आज वही बच्चा, जिसे कभी कहा गया था कि वह कुछ नहीं कर पाएगा, हिंदी सिनेमा के सबसे सफल अभिनेताओं में से एक है।

बचपन की गलती बनी प्रेरणा

अक्षय कुमार का मानना है कि हर असफलता अपने साथ एक सबक लेकर आती है। उन्होंने कहा कि अगर मैं 7 वीं में पास हो जाता, तो शायद आज मैं कहीं ऑफिस में काम कर रहा होता। उस वक्त जो गुस्सा और निराशा थी, उसी ने मुझे अपने सपने पूरे करने की हिम्मत दी।

फिल्मों से लेकर समाजसेवा तक

आज अक्षय कुमार न सिर्फ एक सफल फिल्म स्टार हैं, बल्कि समाजसेवा और देशभक्ति के लिए भी पहचाने जाते हैं। अपनी मेहनत और अनुशासन के बल पर उन्होंने वह मुकाम हासिल किया है, जिसके सपने लाखों युवा देखते हैं। उन्होंने कहा कि ज़िंदगी में गिरना बुरा नहीं है, बुरा तब है जब आप उठने की कोशिश नहीं करते। 7वीं में फेल होना मेरे लिए गिरना था, लेकिन उसी ने मुझे उठना सिखाया।  यह कहानी इस बात का सबूत है कि कभी-कभी ज़िंदगी में असफलता ही हमें हमारी असली मंज़िल तक पहुंचाने का रास्ता दिखाती है। अक्षय कुमार का बचपन का यह किस्सा उनके फैंस के लिए प्रेरणा बन गया है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो 7वीं में फेल होना भी किसी Blockbuster Life की शुरुआत हो सकती है।
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