Air India Plane Crash Investigation: अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने वाले एयर इंडिया के विमान AI-171 के हादसे के बाद केंद्र सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक उच्च स्तरीय समिति गठित Air India plane Crash Investigation Committee की है। यह समिति दुर्घटना के कारणों की जांच के साथ-साथ भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए जरूरी उपायों और दिशा-निर्देशों पर काम करेगी। Air India Flight AI-171
Air India Plane Crash Investigation: नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने दी जानकारी
इस संबंध में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि यह समिति विभिन्न तकनीकी और सुरक्षा विशेषज्ञों को साथ लेकर विमानन सुरक्षा मानकों (SOPs) की समीक्षा करेगी और नई सिफारिशें भी देगी, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं को टाला जा सके। High-Level Committee
समिति अन्य जांच एजेंसियों की जांच में हस्तक्षेप नहीं करेगी
मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह समिति अन्य एजेंसियों द्वारा की जा रही औपचारिक जांचों की जगह नहीं लेगी, बल्कि इसका मुख्य उद्देश्य नीतिगत सुधारों और सुरक्षा मानकों की मजबूती पर केंद्रित रहेगा। यह समिति जल्द ही काम शुरू करेगी और समयबद्ध रिपोर्ट सौंपेगी। Ministry of Civil Aviation
क्या हुआ था हादसे के दिन?
12 जून को अहमदाबाद से उड़ान भरते ही एयर इंडिया का यह विमान हादसे का शिकार हो गया था। टेक ऑफ के कुछ सेकंड बाद ही विमान में तकनीकी खराबी आई, जिससे वह क्रैश लैंडिंग में तब्दील हो गया। हादसे में 242 यात्रियों में से 241 की मौत हो गई, जबकि केवल 1 व्यक्ति ही जीवित बच सका।
प्रधानमंत्री ने किया घटनास्थल का दौरा
इस हादसे की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने राहत-बचाव कार्यों की समीक्षा की और घायलों का हालचाल लिया। प्रधानमंत्री ने विमानन सुरक्षा को और सुदृढ़ बनाने की बात कही और समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए।
सरकार के इस कदम से बढ़ेगी विमानन सुरक्षा
उच्च स्तरीय समिति का गठन एक सकारात्मक और आवश्यक पहल मानी जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे भारत की विमानन सुरक्षा नीति को और अधिक मजबूती मिलेगी। खासकर SOPs की समीक्षा और नये सुरक्षा दिशा-निर्देशों से भविष्य में ऐसे हादसों की आशंका को कम किया जा सकेगा।एयर इंडिया की इस दुखद घटना ने एक बार फिर विमानन सुरक्षा की चुनौतियों को उजागर कर दिया है। केंद्र सरकार द्वारा समिति का गठन और तेज कार्रवाई इस बात का संकेत है कि सरकार ऐसे हादसों को बेहद गंभीरता से ले रही है। आने वाले दिनों में इस समिति की रिपोर्ट और सिफारिशें देश की उड़ानों को और अधिक सुरक्षित बनाने में सहायक साबित होंगी।