Thecsrjournal App Store
Thecsrjournal Google Play Store
August 3, 2025

 AI for IVF: AI ने दी 19 साल बाद संतान का सुख, 15 बार IVF फेल होने के बाद बने मां-बाप

The CSR Journal Magazine
19 साल की कोशिशों के बाद एक अमेरिकी दंपति को आखिरकार संतान का सुख मिला है, और इसका श्रेय जाता है एक नई तकनीक को, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर आधारित है। इस दंपति ने अब तक 15 बार IVF कराया लेकिन हर बार नाकामी मिली। सालों की निराशा के बाद डॉक्टरों ने स्पर्म ट्रैक एंड रिकवरी सिस्टम (STAR) नाम की AI तकनीक का इस्तेमाल किया, जिससे चमत्कारी परिणाम सामने आए। Male Infertility Treatment with AI

19 साल की कोशिशें, 15 बार IVF फेल

इस दंपति ने 19 साल पहले बच्चा पाने की कोशिश शुरू की थी। लेकिन हर बार नाकामी हाथ लगी। डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि पुरुष साथी को अजोस्पर्मिया नाम की बीमारी है, जिसमें वीर्य में शुक्राणु नहीं होते। ऐसे मामलों में सामान्य तरीके से शुक्राणु ढूंढना मुश्किल होता है, जैसे भूसे के ढेर में सुई खोजना।

AI तकनीक ने बदल दी जिंदगी

सभी विकल्प खत्म होने के बाद, डॉक्टरों ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी फर्टिलिटी सेंटर में STAR नाम की तकनीक अपनाई। ये तकनीक AI (Artificial Intelligence), हाई-स्पीड इमेजिंग और रोबोटिक्स की मदद से काम करती है। AI की सहायता से डॉक्टरों ने एक नमूने से 44 शुक्राणु सिर्फ एक घंटे में खोज निकाले, जबकि पहले मैन्युअल कोशिशों में दो दिन में भी कुछ नहीं मिला था। AI for IVF

 AI for IVF: कैसे काम करती है STAR तकनीक?

STAR तकनीक में वीर्य के नमूने को एक खास चिप के जरिए AI स्कैन करता है। जैसे ही कोई शुक्राणु दिखाई देता है, उसे पहचान कर अलग ट्यूब में भेज दिया जाता है। बाद में इन्हीं शुक्राणुओं को या तो अंडाणु के निषेचन के लिए उपयोग किया जाता है या फ्रीज करके भविष्य के लिए सुरक्षित रखा जाता है।

IVF में तुरंत मिला रिजल्ट

AI द्वारा खोजे गए शुक्राणुओं से जब महिला के अंडाणुओं को निषेचित किया गया, तो सिर्फ दो घंटे में ही परिणाम मिल गया। कुछ दिनों बाद इन्हें गर्भाशय में ट्रांसफर किया गया और महिला गर्भवती हो गई। अब वह चार महीने की प्रेग्नेंट हैं और दोनों मां और बच्चा स्वस्थ हैं।

पुरुष वंध्यत्व के लिए वरदान साबित हो रही तकनीक

डॉक्टर विलियम्स, जो इस तकनीक के प्रमुख डेवलपर हैं, ने कहा कि STAR प्रणाली उन पुरुषों के लिए एक नई उम्मीद है जिन्हें अजोस्पर्मिया है। यह तकनीक बिना किसी केमिकल या लेज़र के काम करती है और बेहद कम मात्रा में मौजूद शुक्राणु भी खोज लेती है।

पारंपरिक तकनीकों से ज्यादा कारगर है STAR

जहां अन्य AI तकनीकें सीमित परिणाम देती हैं, वहीं STAR प्रणाली उच्च सटीकता और तेजी से शुक्राणु की पहचान करती है। यही वजह है कि इसे भविष्य में IVF और पुरुष बांझपन के इलाज में क्रांति लाने वाली तकनीक माना जा रहा है। यह कहानी सिर्फ एक दंपति की नहीं है, बल्कि उन लाखों कपल्स के लिए आशा की किरण है जो पुरुष वंध्यत्व (Male Infertility) या अजोस्पर्मिया जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। AI आधारित STAR तकनीक यह साबित कर रही है कि अब तकनीक सिर्फ सुविधा नहीं, जीवन का वरदान भी बन सकती है।
Long or Short, get news the way you like. No ads. No redirections. Download Newspin and Stay Alert, The CSR Journal Mobile app, for fast, crisp, clean updates!
App Store – https://apps.apple.com/in/app/newspin/id6746449540
Google Play Store – https://play.google.com/store/apps/details?id=com.inventifweb.newspin&pcampaignid=web_share

Latest News

Popular Videos