किसानों की आय दोगुनी और किसानी की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए अदाणी ग्रुप की सीमेंट कंपनी एसीसी आगे आयी है। एसीसी सीमेंट ने अदाणी फाउंडेशन के साथ मिलकर एसीसी चंदा साइट के पास किसानों के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को ऊपर उठाने के लिए जल संरक्षण सिंचाई तकनीक (Water Conserving Irrigation Techniques) में कंपनी मदद कर रही है। सीएसआर के तहत अदाणी ग्रुप की सीमेंट कंपनी एसीसी और अदाणी फाउंडेशन किसानों की हालात को सुधारने में प्रयासरत है। Micro Irrigation Sprinkler Systems की मदद Adani Group महाराष्ट्र के यवतमाल में ये CSR Initiatives कर रही है। इसके परिणामस्वरूप यवतमाल में ना सिर्फ जल संरक्षण हुआ है बल्कि किसानों की एफिशिएंसी भी बढ़ी है।
यवतमाल है सूखाग्रस्त इलाका जहां अदाणी फाउंडेशन कर रही है सीएसआर
महाराष्ट्र का यवतमाल जिला सूखा प्रभावित जिला है जहां गर्मियों में पानी की हर बूंद एक अनमोल हो जाती है। इन इलाकों क्षेत्र में 911.34 मिमी की सामान्य बारिश की कमी और भूजल संसाधनों की कमी के कारण यहां के किसानों के लिए फसल उगाने के लिए पानी की अधिकतम मात्रा का संरक्षण करना महत्वपूर्ण हो गया है। इसी मांग को देखते हुए ACC Cement की सीएसआर टीम ने यहां ना सिर्फ भूजल स्तर को रिचार्ज करने की सोची बल्कि स्प्रिंकलर सिंचाई से किसानों की मदद भी की।
अदाणी फाउंडेशन और एसीसी सीमेंट के सीएसआर से 171 किसानों की बदली जिंदगी
कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी की मदद से ACC Cement and Adani Foundation ने यवतमाल में अब तक कुल 424 एकड़ कृषि भूमि को कवर कर Sprinkler Irrigation से 171 किसान लाभान्वित हुए हैं। The CSR Journal से ख़ास बातचीत करते हुए शिंडोला गांव के संदीप वसंत वासुकर ने बताया कि पारंपरिक खेती में सिंचाई के लिए बहुत पानी की जरुरत होती है, पारंपरिक सिंचाई की वजह से बहुत पानी की बर्बादी होती है ऐसे में स्प्रिंकलर प्रणाली से सिंचाई बहुत कारगर हो रही है। ये सिस्टम लगभग चार घंटे में एक एकड़ भूमि की सिंचाई करने में सक्षम हैं।
अदाणी फाउंडेशन और एसीसी सीमेंट ला रही है यवतमाल के किसानों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव
पानी के उपयोग में 65-70% की प्रभावशाली बचत के साथ, वासुकर अपनी आठ एकड़ खेती में गेहूं, कपास, सरसों, बाजरा और सब्जियों की खेती तेजी से और आसानी से करने में सक्षम हैं। स्प्रिंकलर सिंचाई से न केवल समय और प्रयास में भारी कमी आई है, बल्कि उनके गेहूं के उत्पादन में प्रति एकड़ दो क्विंटल के साथ-साथ समग्र उत्पादकता भी बढ़ी है। एसीसी चंदा साइट के पास के गांवों में अदाणी फाउंडेशन के ये सिंचाई समाधान सामाजिक जिम्मेदारी और सतत विकास, सकारात्मक प्रभाव पैदा करने और यवतमाल जिले में समावेशी विकास को बढ़ावा देने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हैं। जिसकी वजह से किसानों की जिंदगी में पॉजिटिव चेंजेस आ रहे हैं।