झारखंड (Jharkhand News) के झरिया के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अदाणी फाउंडेशन (Adani Foundation) और एसीसी सिंदरी मिलकर कौशल प्रशिक्षण (Skill Development) की एक मजबूत पहल चला रहे हैं। इसका असर अब जमीनी स्तर पर साफ दिख रहा है। यहां के कई युवा अब खुद का व्यवसाय खड़ा कर रहे हैं। इनमें 21 वर्षीय अविनाश सिंह की कहानी खास है, जिन्होंने असिस्टेंट इलेक्ट्रीशियन का कोर्स पूरा करने के बाद न सिर्फ अपने परिवार को संभाला, बल्कि पूरे इलाके के युवाओं के लिए मिसाल भी बन गए।
पिता के निधन के बाद उठाई जिम्मेदारी
अविनाश के पिता परिवार के इकलौते कमाने वाले थे। उनके असमय निधन के बाद घर की सारी जिम्मेदारी अविनाश पर आ गई। इस कठिन समय में उन्हें सहारा मिला अदाणी स्किल डेवलपमेंट सेंटर (Adani Skill Development Centre) से, जहां उन्होंने असिस्टेंट इलेक्ट्रीशियन का कोर्स किया। इस प्रशिक्षण में उन्हें इलेक्ट्रिकल कामकाज का व्यावहारिक अनुभव मिला और खुद का बिज़नेस शुरू करने का आत्मविश्वास भी।
झरिया बाजार में खुली नई दुकान
कोर्स पूरा करने के बाद अविनाश ने झरिया बाजार में इलेक्ट्रॉनिक और ऑटोमोबाइल मरम्मत की दुकान खोली। अब वे हर महीने लगभग 10,000 रुपये की आमदनी कर रहे हैं। इससे न सिर्फ उनका परिवार सुरक्षित हुआ है, बल्कि इलाके के अन्य युवाओं के लिए भी एक रास्ता खुला है कि सही दिशा और प्रशिक्षण से जिंदगी बदली जा सकती है।
Adani Foundation से युवाओं को मिली एक नई उम्मीद
अदाणी फाउंडेशन और एसीसी (Adani ACC Cement) का मानना है कि छोटे कस्बों और ग्रामीण इलाकों के युवाओं में क्षमता की कोई कमी नहीं है। जरूरत सिर्फ सही मार्गदर्शन और ट्रेनिंग की है। कौशल विकास जैसे कार्यक्रम न सिर्फ रोजगार के अवसर बढ़ाते हैं, बल्कि युवाओं को उद्यमी बनने का भी मौका देते हैं।
कॉर्पोरेट प्रतिबद्धता का असर
अविनाश की सफलता इस बात को साबित करती है कि Adani Foundation Skill Development Programs जैसे प्रयास टिकाऊ आजीविका और सामुदायिक विकास की राह खोल रहे हैं। एक-एक कौशल और एक-एक सफलता की कहानी पूरे इलाके में आत्मनिर्भरता और आर्थिक स्थिरता को मजबूत बना रही है।
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