किसी भी इलाके के विकास में सड़क एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कहते है कि विकास की राह सड़क से होकर गुजरती है। लेकिन बेल्लारी जिले का येलुबेंची गांव इस विकास से अब तक महरूम था। जिसकी भनक लगते ही अब इस गांव में पक्की सड़क बन गयी है। ये सड़क एसीसी ने अदाणी फाउंडेशन के साथ मिलकर येलुबेंची गांव में बनायीं है। इस पक्की सड़क को बनाने में सीएसआर फंड का इस्तेमाल किया गया है। अडानी ग्रुप की सीमेंट और निर्माण सामग्री कंपनी एसीसी और अडानी फाउंडेशन ने एसीसी कुडिथिनी संयंत्र के पास बेल्लारी जिले के येलुबेंची गांव के निवासियों के लिए कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय सुधार करते हुए 300 मीटर लंबी सीमेंट कंक्रीट (सीसी) सड़क का निर्माण किया है।
पक्की सड़क बनाने में अदाणी फाउंडेशन ने खर्च किया 15 लाख का सीएसआर
स्थानीय बुनियादी ढांचे को उन्नत करने और स्थानीय ग्रामीणों को हर मौसम में सड़क कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए एसीसी और अडानी फाउंडेशन ने 15 लाख रुपये का सीएसआर खर्च किया है। इस सड़क के बनने से येलुबेंची के 4,050 निवासियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है। पहले गांव वालों को स्कूलों और अस्पतालों तक पहुंचने इसके साथ ही किसानों को अपने फसल के ढोने में बहुत तकलीफों का सामना करना पड़ता था, खासकर भारी बारिश के दौरान, जब कीचड़ भरी सड़क व्यावहारिक रूप से अनुपयोगी हो जाती थी।
अदाणी के सीएसआर से सुगम हुआ रास्ता
लेकिन एसीसी और अडानी फाउंडेशन द्वारा बनायीं गयी इस सड़क की वजह से आवाजाही बहुत सुगम हो गयी है। सड़क के सफलतापूर्वक पूरा होने के साथ, स्थानीय निवासी अब बिना किसी व्यवधान के अपनी उपज को बाजारों तक पहुंचाने में सक्षम हैं, बच्चे समय पर स्कूल पहुंचते हैं और महिलाओं और बुजुर्गों सहित सभी निवासियों को मेडिकल सेवाओं तक विश्वसनीय पहुंच हासिल हुई है।
अडानी के सीएसआर से स्कूल और अस्पताल तक पहुंच हुआ आसान
अडानी के इस सीएसआर पहल और इस विकास से लाभान्वित होने वाले कई ग्रामीणों में से पल्लवी ने The CSR Journal से ख़ास बातचीत करते हुए बताया कि मैं एक खेतिहर मजदूर हूं, और अदानी फाउंडेशन द्वारा समर्थित एक स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) का सदस्य हूं। बरसात के दौरान सड़क इतनी कीचड़ भरी और फिसलन भरी हो जाती थी कि काम पर जाना मुश्किल हो जाता था, अब नई सीसी सड़क के साथ मैं बिना किसी बाधा के काम पर पहुंच सकती हूं, जिससे मेरा दैनिक आवागमन आसान हो जाता है।