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June 11, 2025

दुनिया के सबसे बड़े जहाज MSC IRINA ने विझिंजम इंटरनेशनल सीपोर्ट पर डाला लंगर

 दुनिया के सबसे बड़े कंटेनर जहाज ‘MSC IRINA’ ने सोमवार को अदाणी ग्रुप द्वारा विकसित Vizhinjam International Seaport पर अपना लंगर डाला। यह क्षण बंदरगाह के लिए न केवल एक तकनीकी सफलता है, बल्कि भारत के समुद्री परिदृश्य में एक ऐतिहासिक मोड़ भी है। जहाज मंगलवार तक इसी बंदरगाह पर रहेगा।

MSC IRINA-तकनीक का विशाल संस्करण

भारत ने सोमवार को समुद्री क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की जब दुनिया का सबसे बड़ा कंटेनर जहाज MSC IRINA अदाणी ग्रुप द्वारा विकसित विझिंजम इंटरनेशनल सीपोर्ट पर आकर डॉक हुआ। यह पोर्ट हाल ही में 2 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया गया था और अब महज एक महीने के भीतर इतने विशाल जहाज की मेजबानी करके इसने वैश्विक समुद्री कारोबार में भारत की उपस्थिति को और अधिक मज़बूत कर दिया है।
MSC IRINA तकनीक और क्षमता का अद्भुत संगम है। MSC IRINA सिर्फ आकार में ही नहीं, बल्कि तकनीकी दृष्टि से भी दुनिया के सबसे उन्नत जहाजों में गिना जाता है। इसकी लंबाई 399.9 मीटर और चौड़ाई 61.3 मीटर है, जो एक स्टैंडर्ड फुटबॉल मैदान की तुलना में लगभग चार गुना लंबा है। इसकी माल ढोने की क्षमता 24,346 TEUs (Twenty-foot Equivalent Units) है, जो इसे अब तक का सबसे बड़ा कंटेनर जहाज बनाती है। यह जहाज एक मानक फीफा फुटबॉल मैदान से लगभग चार गुना लंबा है और इसकी क्षमता इसे Global Logistics का एक महत्त्वपूर्ण स्तंभ बनाती है।

OOCL Spain को पीछे छोड़ा MSC IRINA ने

‘MSC IRINA’ ने OOCL स्पेन को पीछे छोड़ते हुए सबसे बड़े कंटेनर जहाज का खिताब हासिल किया है—150 TEU की बढ़त के साथ। यह जहाज मार्च 2023 में लॉन्च हुआ और अप्रैल 2023 से परिचालन में है। यह लाइबेरियन झंडे के तहत संचालित होता है। इस जहाज का आगमन यह दर्शाता है कि विझिंजम बंदरगाह अब अल्ट्रा-लार्ज कंटेनर वेसल्स (ULCV) को संभालने में सक्षम है। यह बंदरगाह एशिया और यूरोप के बीच कंटेनर ट्रैफिक का एक केंद्रीय बिंदु बनने की ओर अग्रसर है। यह जहाज मार्च 2023 में लॉन्च हुआ और अप्रैल 2023 में अपनी पहली समुद्री यात्रा पर निकला। इससे पहले OOCL Spain को सबसे बड़े जहाज का दर्जा प्राप्त था, लेकिन MSC IRINA ने उस रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है।

पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार जहाज

इतना विशाल होने के बावजूद MSC IRINA पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी भी निभाता है। इसमें लगी एडवांस्ड टेक्नोलॉजीज के माध्यम से यह जहाज लगभग 4 प्रतिशत तक कम कार्बन उत्सर्जन करने में सक्षम है। इसके साथ ही यह 26 लेयर तक कंटेनर स्टैक करने की क्षमता रखता है, जो इसे अत्यधिक प्रभावी और कुशल बनाता है। यह न केवल वाणिज्यिक सफलता का संकेत है, बल्कि स्थायी समुद्री व्यापार की दिशा में एक ठोस कदम भी है।

विझिंजम पोर्ट: भारत के लिए ग्लोबल गेमचेंजर

केरल के तिरुवनंतपुरम जिले में स्थित विझिंजम पोर्ट, भारत के महत्वाकांक्षी बंदरगाह विकास कार्यक्रम का हिस्सा है। इसके प्राकृतिक गहराई वाले बंदरगाह और रणनीतिक स्थान के कारण यह भविष्य में एशिया और पश्चिमी दुनिया के बीच कंटेनर ट्रांजिट का प्रमुख केंद्र बनने की क्षमता रखता है। इससे पहले MSC Turkiye और MSC Michel Cappellini जैसे बड़े जहाज यहां आ चुके हैं, लेकिन MSC IRINA का आगमन इस पोर्ट को वैश्विक कंटेनर ट्रांजिट नेटवर्क में और अधिक प्रतिष्ठा दिलाता है।

भारत के लॉजिस्टिक्स सेक्टर को नई उड़ान

MSC IRINA जैसे जहाजों की भारत में दस्तक से देश के समुद्री व्यापार, लॉजिस्टिक्स और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर को व्यापक लाभ मिलेगा। इससे न केवल निर्यात और आयात की गति बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार और निवेश के नए अवसर भी सृजित होंगे। यह ऐतिहासिक कदम प्रधानमंत्री मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘लॉजिस्टिक्स में क्रांति’ जैसी पहल को भी सशक्त करता है। MSC IRINA का आना भारत को वैश्विक समुद्री शक्ति बनने की दिशा में एक बड़ा और निर्णायक कदम माना जा रहा है
विझिंजम पोर्ट को 2 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया गया था। इसके बाद से बंदरगाह ने एमएससी तुर्किये और एमएससी मिशेल कैपेलिनी जैसे अन्य प्रतिष्ठित जहाजों का स्वागत कर अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया है।

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