बिहार के मुंगेर को देश में अवैध हथियारों की सबसे बड़ी मंडी के तौर पर जाना जाता है। जैसे ही चुनाव का माहौल बनता है, यहाँ ‘मेड इन मुंगेर’ हथियारों, खासकर ‘मुंगेरिया पिस्टल’ की माँग अचानक से बढ़ जाती है। इसका कारण यह है कि असामाजिक तत्व चुनाव में अपनी धाक जमाने और शांति भंग करने की कोशिश में लग जाते हैं। इन हथियारों को खरीदने के लिए सिर्फ़ बिहार ही नहीं, बल्कि देश के कई अन्य हिस्सों से भी अपराधी और कुछ सफेदपोश लोगों के गुर्गे मुंगेर पहुँचते हैं।
सात दिनों में सात मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़: मुंगेर पुलिस का ‘ऑपरेशन क्लीन’
विधानसभा चुनाव (जिसमें मुंगेर में 6 नवंबर को मतदान होना है) को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए मुंगेर पुलिस ने अपनी कमर कस ली है। एसपी सैयद इमरान मसूद के निर्देश पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। आचार संहिता लगने के बाद, जहाँ डेढ़ महीने से अवैध फैक्ट्रियों को पकड़े जाने की संख्या कम हो गई थी, वहीं 6 अक्टूबर से 12 अक्टूबर के बीच पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए सात मिनी गन फैक्ट्रियों का पर्दाफाश किया है।


