app-store-logo
play-store-logo
September 17, 2025

विशाखापटनम में भोपाल जैसा गैस कांड, कई की गयी जान   

The CSR Journal Magazine
कोई खड़े खड़े बेहोश हो गया, तो कोई चलते चलते गिर गया, किसी के मुंह से झाग आने लगा, तो कोई ऐसे थे जो नींद में ही मौत के काल के गाल में समां गए, मंजर बहुत ही भयावह था, सिर्फ इंसान ही नहीं पशु पक्षियों का भी यही हाल रहा, एक बार फिर से भोपाल गैस त्रासदी की याद लोगों को आई जब ये जानकारी मिली कि आंध्र प्रदेश के विशाखापटनम (Vizag) में एक कंपनी से जहरीली गैस का रिसाव हुआ। जहरीली गैस के इस हादसे में 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी, सैकड़ों घायल है और कई की हालात इतनी गंभीर है कि मौतों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है।

कैसे हुआ विशाखापटनम गैस कांड

जब अपने अपने घरों में लोग सोये थे तब पीड़ितों ने ये कभी नहीं सोचा होगा कि उनकी सुबह इस भयावह मंजर के साथ शुरू होगा। आंध्र प्रदेश के विशाखापटनम में एलजी पॉलिमर कंपनी में रासायनिक गैस लीक हो गई। आर आर वेंकटपुरम गांव में गुरुवार की सुबह हुई इस घटना में 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई जबकि 800 से ज्यादा अस्पताल में भर्ती हैं। घटना गुरुवार सुबह करीब 2.30 बजे हुई। आसपास के इलाकों में लोग अपने घरों में सो रहे थे। तभी अचानक उन्हें सांस लेने में तकलीफ, भयानक खुजली और आंखों में जलन महसूस होनी शुरू हुई। दहशत में आकर लोग अपने घरों से बाहर भागे, लेकिन गैस रिसाव के कारण हवा जहरीली हो गई, जिससे वह बेसुध हो गए।
इस दौरान कई मवेशी और पशु भी जहरीली गैस की चपेट में आ गए। गैस लीकेज की जानकारी तुरंत अधिकारियों को दी गयी। जिसके तुरंत बाद जिला प्रशासन कार्रवाई में जुट गया और त्रासदी का प्रभाव कुछ हद तक कम किया जा सका। केमिकल यूनिट के आसपास के 3 किलोमीटर के दायरे में इलाके के लोगों को वहां से हटाया गया है।  7 हजार 500 के करीब जिन लोगों को अपना घर खाली करना पड़ा है, उनके लिए खाने समेत अन्य सभी चीजों की व्यवस्था की गई है।

खतरनाक स्टायरिन गैस का हुआ रिसाव

ये घटना स्टारिन गैस के लीकेज होने की वजह से हुई है। जो प्लाटिक का कच्चा माल है। ये फैक्ट्री लॉकडाउन के बाद खुली थी।स्टायरिन गैस प्लास्टिक, पेंट, टायर जैसी चीजें बनाने में इस्तेमाल होती है। इंसानों के शरीर में जाने से आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ, बेहोशी और उल्टी जैसे परेशानियां होने लगती है। इसका नर्वस सिस्टम पर सीधा असर होता है। स्टायरिन को एथेनिलबेनजीन, विनालेनबेन्जिन और फेनिलिथीन के रूप में भी जाना जाता है। ये एक रंगहीन तरल पदार्थ जैसा होता है।

फिलहाल गैस के रिसाव पर काबू पाया गया है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालात का जायजा लिया और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना पर चिंता व्यक्त की। साथ ही। आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने किंग जॉर्ज अस्पातल में भर्ती पीड़ितों से मुलाकात की। सीएम ने कहा कि हादसे के कारण जान गंवाने वालों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। इसके साथ ही पीड़ितों को 10-10 लाख रुपये और अस्पताल से छुट्टी मिलने वाले मरीजों को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। पांच सदस्यीय कमेटी पूरे मामले की जांच करेगी।

Latest News

Popular Videos