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March 6, 2025

उत्तराखंड के चमोली में फिर हुआ हादसा, हेमकुंड साहिब जाने का मार्ग हुआ बंद

Uttarakhand News: पवित्र तीर्थ हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खुलने वाले हैं। ऐसे में यात्रा की तैयारियां जोरों पर चल रही थीं, लेकिन इस पुल के टूटने से अब यात्रा पर असर पड़ सकता है। उत्तराखंड के गोविंदघाट में मंगलवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। अचानक पहाड़ी का एक हिस्सा टूटकर गिरने से गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब जाने वाला पैदल पुल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। इस हादसे के बाद हेमकुंड साहिब और विश्व धरोहर फूलों की घाटी जाने का मार्ग बाधित हो गया है।

Uttarakhand में सिखों का पवित्र स्थल हेमकुंड साहिब

Uttarakhand के चमोली जिले में स्थित गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब सिखों के सबसे पवित्र प्रार्थना स्थलों में गिना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि सिखों के दसवें और अंतिम गुरु श्री गोविंद सिंहजी ने अपने पिछले जन्म में यहीं ध्यान लगाया था। इस खेतर में हेमकुंड साहिब ट्रस्ट की सेवाएं उल्लेखनीय हैं। ट्रस्ट ने हेमकुंड साहिब जाने के रास्ते में सड़कें और यात्रियों की सुविधा के लिए गुरुद्वारे बनवाए हैं। साल के 4 माह ही यात्री हेमकुंड साहिब के दर्शन पा सकते हैं। हेमकुंड साहिब के कपाट इस वर्ष 25 मई को खुलने वाले हैं। ऐसे में यात्रा की तैयारियां जोरों पर चल रही थीं, लेकिन इस पुल के टूटने से अब यात्रा पर असर पड़ सकता है।

पुल के टूटने से यात्रा हो सकती है प्रभावित

स्थानीय लोगों के अनुसार, यह घटना सुबह करीब 10 बजे हुई, जब पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा टूटकर पुल पर गिर गया. इससे यात्रियों और स्थानीय लोगों की आवाजाही प्रभावित हो गई है। सिखों के पवित्र तीर्थ हेमकुंड साहिब के कपाट इस वर्ष 25 मई को खुलने वाले हैं। यात्रा की तैयारियां जोरों पर चल रही थीं, लेकिन इस पुल के टूटने से अब यात्रा के संभावित समय पर असर पड़ सकता है। गौरतलब है कि 2013 की आपदा में भी इस स्थान पर पहले बना पुल बह गया था, जिसके बाद इस नए पुल का निर्माण किया गया था। यह पुल गाड़ियों के आवागमन के लिए नहीं था, बल्कि तीर्थयात्रियों और स्थानीय ग्रामीणों के लिए बनाया गया था।

अचानक से पुल पर गिर गया पहाड़,

 Uttarakhand की अलकनंदा नदी के ऊपर बने 110 मीटर लंबे इस पुल का निर्माण 2015 में हुआ था। 2025 में इस वैली ब्रीज का निर्माण होना था। लेकिन चट्टान टूटने की वजह से यह पुल टूट गया है। मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने बताया कि सुबह पहाड़ का आधा हिस्सा टूटकर पल के ऊपर आया, जिससे पुल टूट गया। पुल के टूटने से पुलना गांव में 300 से अधिक लोग फंस गए हैं। पुल टूटने के दौरान एक बाइक सवार गुजर रहा था, जो कि अभी भी लापता है। पुलिस एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन बाइक सवार की तलाश कर रही है।

Uttarakhand प्रशासन और संबंधित विभाग मौके पर पहुंचे

हेमकुंड साहिब के कपाट अभी बंद हैं, इसलिए इस मार्ग पर अधिक भीड़ नहीं थी। इस समय केवल पुलना गांव के ग्रामीण ही इस मार्ग पर तीन किलोमीटर तक गाड़ियों से आवाजाही कर रहे थे। घटना के बाद प्रशासन और संबंधित विभाग मौके पर पहुंच गए। जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही पुल की मरम्मत या पुनर्निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा, ताकि हेमकुंड साहिब की यात्रा सुचारु रूप से शुरू हो सके। अब सबसे बड़ी चुनौती इस मार्ग को जल्द से जल्द दुरुस्त करना है, ताकि हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी जाने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को किसी तरह की परेशानी न हो। प्रशासन का कहना है कि जल्द ही वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जाएगी, ताकि यात्रा में बाधा न आए।
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