उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में बुधवार की सुबह एक दर्दनाक और रोंगटे खड़े कर देने वाली वारदात सामने आई। दहेज के विवाद में पति ने अपनी ही पत्नी की हथौड़े से पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपी फरार हो गया, जबकि सास और ससुर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। दो छोटे-छोटे बच्चे अब बेसहारा हो गए हैं जिनकी मासूम आंखों के सामने ही उनकी मां की जान ले ली गई।
घटना का पूरा सिलसिला
गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के लालता खेड़ा गांव में बुधवार की सुबह करीब 7 बजे अचानक लोगों ने घर से चीखने-चिल्लाने की आवाजें सुनीं। जब आसपास के लोग वहां पहुंचे, तो नज़ारा देखकर सबके होश उड़ गए।
बरामदे में 28 वर्षीय सीमा का खून से लथपथ शव पड़ा था और बगल में खून से सना हथौड़ा। पति राजेश मौके से गायब था।पुलिस के अनुसार, राजेश ने पत्नी सीमा के सिर पर कई बार हथौड़े से वार किया। हमला इतना भीषण था कि सीमा की मौके पर ही मौत हो गई।
दहेज विवाद बना मौत की वजह
मृतका के पिता रामकुमार ने पुलिस में दी गई तहरीर में बताया कि शादी को छह साल हो चुके थे। लेकिन ससुराल वाले लगातार दहेज में बाइक और नकद रुपए की मांग कर रहे थे।जब सीमा ने विरोध किया, तो सास-ससुर, देवर और पति उस पर मारपीट करने लगे। कई बार समझाने के बावजूद वे नहीं माने।
बुधवार को विवाद इतना बढ़ा कि राजेश ने आपा खो दिया और हथौड़ा उठाकर पत्नी को मार डाला।
पापा ने ही मम्मी को मारा बच्चों का दर्दनाक बयान
सीमा के दो छोटे बेटे ,सार्थक (5 वर्ष) और नमन (4 वर्ष) ,घटना के वक्त घर में ही मौजूद थे। पुलिस पूछताछ में जब बच्चों से सवाल किया गया, तो मासूम सार्थक ने रोते हुए कहा पापा ने ही मम्मी को मारा बहुत मारा मम्मी खून में गिर गईं।इन शब्दों ने मौजूद हर पुलिसकर्मी और पड़ोसी का दिल दहला दिया। अब दोनों बच्चे ननिहाल भेजे गए हैं, जहां परिजन उन्हें संभालने की कोशिश कर रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
गंगाघाट पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए।
मृतका के पिता की तहरीर पर पति राजेश, सास कमलेश, ससुर रामदयाल, ननद उर्मिला और दो देवरों के खिलाफ धारा 302 (हत्या) और दहेज उत्पीड़न की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।सास-ससुर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, जबकि आरोपी पति की तलाश में पुलिस की दो टीमें दबिश दे रही हैं।
CO शुक्लागंज ने बताया यह बेहद निर्मम घटना है। आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
घटना के बाद पूरे लालता खेड़ा गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। जो भी सुन रहा है, बस यही कह रहा है “कैसे कोई इंसान इतना बेरहम हो सकता है?पड़ोसियों ने बताया कि दंपती के बीच झगड़े अक्सर होते थे, लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि मामला हत्या तक पहुंच जाएगा। सीमा को गांव में एक सीधी-सादी और शांत स्वभाव की महिला के रूप में जाना जाता था।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
स्थानीय महिला संगठनों ने घटना की निंदा की है और आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है।यह सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि पूरे समाज के मुंह पर तमाचा है, महिला अधिकार कार्यकर्ता रीता तिवारी ने कहा।उन्होंने सरकार से पीड़िता के बच्चों के लिए मुआवज़ा और सुरक्षा की मांग भी की है।
कानूनी पहलू
भारतमें दहेज हत्या पर सख्त कानून बने हैं —
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दहेज निषेध अधिनियम 1961
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IPC की धारा 304B (दहेज हत्या)
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धारा 498A (पति या ससुराल पक्ष द्वारा क्रूरता)
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लेकिन हर साल हजारों महिलाएं इस कानून के बावजूद मारी जाती हैं, क्योंकि परिवार और समाज “इज्जत” के नाम पर चुप्पी साध लेते हैं।