हाल ही में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 (UPSC Civil Services Exam 2022) के नतीजे घोषित हुए है। उत्तर प्रदेश के होनहार छात्रों ने इसमें बाजी मारी। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 में उत्तर प्रदेश से 13 अभ्यर्थी चयनित हुए। योगी सरकार की योजना का लाभ पाकर इतने बड़े पैमानों पर युवाओं की UPSC Civil Services Exam 2022 में सिलेक्शन संभव हो पाया है। उत्तर प्रदेश में आर्थिक रूप से कमजोर छात्र भी अपनी प्रतिभा और प्रदेश सरकार की योजनाओं के दम पर सफलता के शिखर को छू सकते हैं। यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा 2022 के नतीजों में सफल उन 13 अभ्यर्थियों ने भी इसी बात को साबित किया है।
यूपी में मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना से मिल रही निःशुल्क कोचिंग की सुविधा
इन अभ्यर्थियों ने योगी सरकार की मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना (Mukhyamantri Abhyuday Yojana – UP) के माध्यम से इस सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता हासिल की है। इस योजना के माध्यम से महज 3 सालों में लगभग 15 हजार छात्र तमाम प्रतियोगी परीक्षाओं (Competitive Exams in Uttar Pradesh) में चयनित हो चुके हैं। इन विद्यार्थियों की सफलता न सिर्फ आने वाली पीढ़ी का मार्गदर्शन कर रही है, बल्कि सीएम योगी के प्रयासों को भी बल दे रही है जिन्होंने प्रदेश के सभी जिलों में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा समेत सभी तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना संचालित करने का निर्णय लिया था।
आर्थिक दुश्वारियों से जूझते छात्रों को मिला आत्मबल
समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत इस योजना में विद्यार्थियों को सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के साथ ही इंटरव्यू के लिए भी विशेष सत्र आयोजित किए जाते हैं, जहां विषय विशेषज्ञों एवं वरिष्ठ आईएएस व पीसीएस अधिकारियों (IAS IPS Officers) द्वारा अभ्यर्थियों को सिखाया जाता है। जो विद्यार्थी यूपीएससी सिविल सेवा में चयनित हुए हैं, वो ऐसे परिवेश से आते हैं जहां उनके माता-पिता उनके लिए महंगी कोचिंग की व्यवस्था कर पाने में असमर्थ हैं। कोई किसान परिवार से संबंधित है तो कोई श्रमिक परिवार से। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना ऐसे ही कमजोर आर्थिक परिवेश के अभ्यर्थियों की मदद के लिए शुरू की गई है।
नीट, पीसीएस, पुलिस आईआईटी के लिए भी प्रशिक्षण
6 फरवरी 2021 को उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस पर सीएम योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath) ने आईएएस, आईपीएस, पीसीएस, एनडीएस, सीडीएस, नीट (NEET Coaching) और जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए यह योजना शुरू की थी। तब से अब तक लगभग 15 हजार अभ्यर्थी विभिन्न परीक्षाओं में सफल होकर अपने सुनहरे भविष्य की ओर अग्रसर हैं। पीसीएस, पुलिस सेवा और आईआईटी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में यहां से शिक्षा पाए 132 अभ्यर्थियों ने सफलता हासिल की है। अभ्युदय पोर्टल सिविल सेवा व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के इच्छुक लोगों के लिए एक मुफ्त मंच है। मंच में 500 से अधिक IAS अधिकारी, 450 से अधिक IPS अधिकारी, 300 से अधिक IFS अधिकारी और विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ हैं, जो सिविल सेवा व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के इच्छुक उम्मीदवारों को प्रशिक्षण देते हैं।
यूपी में अभ्युदय योजना के माध्यम से अब तक लगभग 15 हजार छात्र हो चुके चयनित
इस योजना के अंतर्गत ऐसे सभी छात्रों को निशुल्क कोचिंग प्रदान की जाती है जो इन परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं लेकिन अपनी आर्थिक स्थिति के कारण नहीं कर पाते हैं। इस योजना के अंतर्गत मंडल स्तर पर छात्रों को सिलेबस एवं क्वेश्चन बैंक भी उपलब्ध करवाया जाता है। योजना का क्रियान्वयन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निगरानी में किया जाता है। खास बात ये है कि इस योजना के अंतर्गत छात्रों को ऑनलाइन स्टडी मटेरियल के साथ ऑफलाइन कक्षाएं भी प्रदान की जाती हैं। इस योजना के माध्यम से प्रदेश के होनहार छात्रों को आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है तो वहीं वह अच्छी से अच्छी कोचिंग प्राप्त करके विभिन्न परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर रहे हैं।