उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश के पहले एडवांस्ड पीडियाट्रिक सेंटर की स्थापना का अहम निर्णय लिया है। यह एडवांस्ड पीडियाट्रिक सेंटर लखनऊ के पीजीआई में स्थापित किया जाएगा। यह उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा सेंटर होगा, जहां बच्चों से जुड़ी सभी बीमारियों का इलाज अलग-अलग पीडियाट्रिक एक्सपर्ट करेंगे। यह सुविधा अभी तक Uttar Pradesh के किसी भी इंस्टीट्यूट और मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध नहीं है। एडवांस्ड पीडियाट्रिक सेंटर के लिए योगी सरकार 199 करोड़ 10 लाख 52 हजार रुपये खर्च करेगी। Uttar Pradesh first advanced pediatric centre at PGI in Lucknow
यूपी के पहले एडवांस्ड पीडियाट्रिक सेंटर में होगा 575 बेड, योगी सरकार का फैसला
(UP News) यूपी में बच्चों के बेहतर इलाज के लिए एक एडवांस्ड पीडियाट्रिक सेंटर की जरूरत महसूस की जा रही थी। इसको देखते हुए योगी सरकार ने अपने कैबिनेट मीटिंग में एडवांस्ड पीडियाट्रिक सेंटर (first advanced pediatric centre) को मंजूरी दी। The CSR Journal एसजीपीजीआई के निदेशक प्रो. डॉ. आरके धीमान से बात की जिसमे उन्होंने बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 40 फीसदी आबादी 0-18 वर्ष की आयु के बच्चों और किशोरों की है। ऐसे में लंबे समय से उनके बेहतर इलाज के लिए एडवांस्ड पीडियाट्रिक सेंटर की स्थापना की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। इस पर योगी सरकार को एक प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे योगी कैबिनेट में मंजूरी दे दी गयी। ऐसे में पीजीआई में 575 बेड का एडवांस्ड पीडियाट्रिक सेंटर की स्थापना की जाएगी, जिसमें 20 से अधिक विभाग और 6 यूनिट काम करेंगी।
सेंटर में बच्चों से जुड़ी सभी बीमारियों का अलग-अलग पीडियाट्रिक एक्सपर्ट करेंगे इलाज
गौरतलब है कि इस एडवांस्ड पीडियाट्रिक सेंटर की स्थापना दो फेज में की जाएगी। पहले फेज में 310 बेड की स्थापना की जाएगी, जिसमें 12 विभाग और 4 यूनिट काम करेंगी। इसमें 163 बेड नॉर्मल, 54 बेड आईसीयू, 28 बेड एचडीयू, 20 बेड आइसोलेशन और 45 बेड प्राइवेट के होंगे। वहीं दूसरे फेज में 265 बेड और बढ़ाए जाएंगे, जिसमें अतिरिक्त 9 विभाग और 2 यूनिट को जोड़ा जाएगा। इसमें 158 नार्मल बेड, 13 आईसीयू बेड, 10 एचडीयू बेड, 21 आइसोलेशन बेड और 63 प्राइवेट बेड होंगे।
मेडिकल के सभी विभाग करेंगे एक सेंटर में बच्चों का इलाज
इस सेंटर में जनरल पीडियाट्रिक, ओंकोलॉजी, इमरजेंसी, क्रिटिकल केयर, सर्जरी, गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी, इंडोक्राइनोलॉजी आदि विभाग शामिल हैं जबकि यूनिट में पल्मोनोलॉजी, कार्डियोलॉजी, डे केयर और पीडियाट्रिक मेडिकल जेनेटिक शामिल हैं। वहीं पहले फेज में सबसे ज्यादा 60 बेड जनरल पीडियाट्रिक के होंगे। इसी तरह दूसरे फेज में अतिरिक्त 9 विभाग और 2 यूनिट काम करेंगी। इनमें पीडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, यूरोलॉजी और ऑर्थोपेडिक एंड फिजिकल मेडिसिन आदि विभाग शामिल हैं जबकि यूनिट में सोशल पीडियाट्रिक्स और डेवलपमेंटल पीडियाट्रिक यूनिट शामिल हैं।