बिहार में Mahagathbandhan की राजनीति एक बार फिर चर्चा में है। आगामी चुनावों को लेकर CM Face के सवाल पर सस्पेंस बरकरार है, लेकिन Tejashwi Yadav ने साफ कर दिया है कि उनका फोकस सिर्फ सरकार बनाने पर नहीं, बल्कि बिहार के विकास पर है।
Patna में पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, “किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है। हम सरकार नहीं, बिहार बनाने का काम करेंगे। महागठबंधन मिलकर चुनाव लड़ेगा और समय आने पर हर फैसला ले लिया जाएगा।”
यह बयान तब आया जब Bihar Congress के प्रभारी Krishna Allavaru ने दोहराया कि तेजस्वी यादव महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी को केवल Co-ordination Committee का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
इस पर जब तेजस्वी यादव से सवाल किया गया, तो उन्होंने जवाब देने में कोई हिचकिचाहट नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि चेहरा कौन होगा, इससे ज्यादा जरूरी है कि बिहार की जनता के लिए कौन काम करेगा। “हमारा लक्ष्य एक बेहतर बिहार बनाना है, ना कि सिर्फ कुर्सी पर बैठना,” तेजस्वी ने कहा।
तेजस्वी यादव ने Election Commission की निष्पक्षता पर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 के बाद से देश में सभी Constitutional Institutions को हाईजैक कर लिया गया है। “चुनाव आयोग चुनाव की घोषणा करता है, लेकिन उससे पहले BJP IT Cell को सारी जानकारी मिल जाती है। यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत हैं,” उन्होंने कहा।
तेजस्वी ने 2020 विधानसभा चुनावों का उदाहरण देते हुए कहा कि उनकी सरकार बनने वाली थी, लेकिन गिनती के दौरान संदेहास्पद घटनाएं हुईं। “चुनाव आयोग को पहली बार तीन बार प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ी। हमारे कई उम्मीदवार जीत रहे थे, लेकिन अचानक गिनती रोक दी गई और देर रात नतीजे पलटे गए। किसी को 12, किसी को 100 तो किसी को 500 वोट से हरा दिया गया।”
तेजस्वी यादव ने अपील की कि चुनाव आयोग और अन्य सभी संस्थाएं अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करें, ताकि लोकतंत्र की नींव मजबूत बनी रहे।
बिहार में Mahagathbandhan की रणनीति क्या रंग लाएगी, और तेजस्वी का नेतृत्व किस दिशा में जाएगा, यह आने वाला वक्त ही बताएगा। लेकिन फिलहाल यह स्पष्ट है कि तेजस्वी यादव खुद को केवल एक CM Face के तौर पर नहीं, बल्कि Bihar Development Agenda के चेहरे के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं।