राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव का अपने खिलाफ साजिश कर रहे पांच ‘जयचंदों’ के नाम का शुक्रवार को खुलासा करने का ऐलान फुस्स हो गया। परिवार, पार्टी और उनके फैंस का इंतजार दिन से रात में बदल गया, लेकिन न तो उनका कोई ट्वीट आया और न ही कोई बयान। तेज प्रताप के मुंह खोलने और बोलने के इंतजार में तारीख भी बदल गई।
सोशल मीडिया पर मचाई थी खलबली
पार्टी और परिवार से निकाले जा चुके तेज प्रताप यादव ने गुरुवार रात 10 बजकर 33 मिनट पर अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर एक पोस्ट से खलबली मचा दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके राजनीतिक जीवन को पांच ‘जयचंद’ परिवारों ने साजिश रचकर खत्म करने की कोशिश की है। उन्होंने ऐलान किया था कि शुक्रवार को वह इन सभी पांच परिवार के लोगों का चेहरा और चरित्र दोनों जनता के सामने लाएंगे और जयचंदों के षडयंत्र का पर्दाफाश करेंगे।
कहां गायब हो गए तेज प्रताप?
तेज प्रताप के खुलासे के इंतजार में तारीख बदल गई और 24 घंटे से ज्यादा समय बीत गया, लेकिन न तो सोशल मीडिया पर और न ही मीडिया को बुलाकर उन्होंने कोई खुलासा किया। खबर लिखे जाने तक, इस मामले में तेज प्रताप की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। मीडिया में भी उनके खुलासे को लेकर उत्सुकता थी, लेकिन अब लगता है कि इंतजार और लंबा हो गया है।
सियासी दांव और नए गठबंधन
इससे पहले, तेज प्रताप ने अनुष्का यादव के साथ अपनी फोटो और पोस्ट वायरल करने का खुलासा करते हुए आकाश यादव पर ‘जयचंद’ होने का आरोप लगाया था। उन्होंने लिखा था कि यह उनकी राजनीति को खत्म करने की साजिश है, लेकिन वे और मजबूती से आगे बढ़ेंगे। पार्टी और परिवार से दूर चल रहे तेज प्रताप ने ‘टीम तेज प्रताप’ बनाई है और हाल ही में पांच दलों के साथ गठबंधन भी किया है, जिसमें प्रदीप निषाद की विकास वंचित इंसान पार्टी भी शामिल है। वह विधानसभा चुनाव के लिए दो सीटों से प्रत्याशियों का ऐलान कर चुके हैं और खुद वैशाली की महुआ सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। अब असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM से भी गठबंधन की चर्चा है।