गुवाहाटी टेस्ट टीम इंडिया के लिए एक ऐसा दिन लेकर आया, जिसकी कल्पना शायद किसी भारतीय क्रिकेट प्रशंसक ने नहीं की होगी। दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 408 रन से हराकर दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ में 2-0 से क्लीन स्वीप कर लिया। यह हार न सिर्फ भारत की टेस्ट इतिहास में रनों के अंतर से सबसे बड़ी हार है, बल्कि घरेलू मैदान पर भी अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन साबित हुई।
भारत की बल्लेबाज़ी हुई ध्वस्त — 549 के लक्ष्य के सामने 140 पर ढेर
मैच के चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका द्वारा रखे गए 549 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम पूरी तरह लड़खड़ा गई। चौथे दिन के अंत तक भारत दो विकेट खो चुका था, और पाँचवें दिन तो पूरी टीम बुरी तरह बिखर गई। साई सुदर्शन (14), कुलदीप यादव (5), ध्रुव जुरेल (2) और कप्तान ऋषभ पंत (13) सस्ते में चलते बने। केवल रविंद्र जडेजा एकमात्र बल्लेबाज़ रहे जिन्होंने संघर्ष दिखाया। उन्होंने 87 गेंदों पर 54 रन बनाए और टेस्ट करियर का 28वां अर्धशतक लगाया। पर उनके आउट होते ही भारतीय पारी की बची हुई कड़ी भी टूट गई।
नीतीश रेड्डी और मोहम्मद सिराज बिना खाता खोले पवेलियन लौटे।
दक्षिण अफ्रीका की ओर से साइमन हार्मर ने गेंदबाजी में कहर बरपाते हुए 6 विकेट चटकाए। केशव महाराज ने 2, जबकि मार्को यानसेन और मुथुसामी ने 1-1 विकेट लिया।
भारत की टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी रन-अंतर वाली हार

