PoK में हालात तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं। सोमवार को Awami Action Committee के नेतृत्व में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और “Shutter Down” व “Wheel Jam Strike” का अनिश्चितकालीन ऐलान कर दिया। इस आंदोलन ने पाकिस्तान की सत्ता और सुरक्षा व्यवस्था को हिला दिया है।
Talks Breakdown के बाद जनता का गुस्सा फूटा
AAC और स्थानीय सरकार के बीच हुई बातचीत नाकाम होने के बाद यह विरोध प्रदर्शन तेज हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह आंदोलन PoK में पिछले कई दशकों से जारी fundamental rights की अनदेखी के खिलाफ है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार ने उन्हें हमेशा हाशिए पर रखा है और अब वे अधिकार लिए बिना पीछे नहीं हटेंगे।
Lockdown सिर्फ पहला कदम
AAC ने साफ कर दिया है कि PoK में चल रहा region-wide lockdown सिर्फ Plan A है। संगठन ने चेतावनी दी है कि उनके पास Plan B, Plan C और Plan D भी मौजूद हैं, जिनमें से Plan D सबसे कठोर कदम होगा। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यह आंदोलन सरकार तक “Enough is Enough” का संदेश पहुंचाने के लिए है। या तो उन्हें उनका हक मिले या फिर सरकार को लोगों के गुस्से का सामना करना होगा।
Pakistan में बढ़ी बेचैनी
इस अचानक भड़की हलचल ने पाकिस्तान की सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, Pakistani officials ने बड़े शहरों में सुरक्षा कड़ी कर दी है। 27 सितम्बर को पुलिस और paramilitary forces के बड़े काफिलों ने फ्लैग मार्च किया। शहरों के entry और exit points पर भारी तैनाती की गई और sensitive sites पर surveillance बढ़ा दी गई। हालांकि, अभी तक पाकिस्तान सरकार ने अपने ठोस कदमों की रणनीति सामने नहीं रखी है।
Economic Neglect पर लोगों का गुस्सा
यह पहली बार नहीं है जब PoK में जनता भड़क उठी है। पहले भी कई बार लोग आर्थिक उपेक्षा और नीतियों के खिलाफ सड़कों पर उतर चुके हैं। जून 2025 में गिलगित-बाल्टिस्तान में हजारों लोगों ने Karakoram Highway जाम कर दिया था। यह हाईवे पाकिस्तान के लिए बेहद अहम है क्योंकि यह इस्लामाबाद को बीजिंग से जोड़ता है और China-Pakistan Economic Corridor का मुख्य हिस्सा है।
इसके अलावा, मई 2025 में भी जनता ने एक proposed bill के खिलाफ बड़े स्तर पर आंदोलन किया था। इस बिल के जरिए सरकार जमीन और minerals पर कब्जा आसान बनाना चाहती थी। साथ ही, लगातार बिजली कटौती ने भी लोगों के गुस्से को और भड़का दिया था।
स्थिति गंभीर, पाकिस्तान पर दबाव बढ़ा
PoK में बढ़ते विरोध प्रदर्शनों ने पाकिस्तान सरकार के लिए गहरी चुनौती खड़ी कर दी है। एक ओर जनता fundamental rights और economic justice की मांग कर रही है, तो दूसरी ओर सुरक्षा एजेंसियां हालात संभालने में जुटी हैं। AAC के कई चरणों वाले आंदोलन ने साफ कर दिया है कि यह सिर्फ एक छोटा विरोध नहीं बल्कि लंबी लड़ाई का संकेत है।
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