देश में लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2024) की सरगर्मियां तेज हो चुकी है। इस बीच आरोप-प्रत्यारोप का भी दौर शुरू हो गया है। Electoral Bond पर घिरी बीजेपी पर शिवसेना ने इस बार CSR को लेकर निशाना साधा है। उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी को लेकर बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए है। उद्धव ठाकरे की शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में शिवसेना ने बीजेपी पर सीएसआर में धांधली का आरोप लगाते हुए बीजेपी को कहा कि Electoral Bond के साथ-साथ अब BJP ने Corporate Social Responsibility Fund को भी हथिया लिया है।
बीजेपी ने किया 1,14,470 करोड़ के सीएसआर का धांधली – शिवसेना
Samana Editorial में UBT Shivsena ने लिखा है कि भाजपा ने देश में हर स्तर पर आर्थिक धांधली की है। उन धांधली के पैसों पर बीजेपी की राजनीति शुरू है। सीएसआर फंड को लेकर शिवसेना ने लिखा है कि CSR में भी BJP ने हाथ मारा है और यह आंकड़ा 1,14,470 करोड़ का है। यानी की Uddhav Thackeray की Shivsena की माने तो बीजेपी ने 1,14,470 करोड़ के CSR का गबन किया है। शिवसेना ने सामना के संपादकीय में आगे लिखा है कि CSR Funds का इस्तेमाल लोगों की भलाई के लिए होता है लेकिन भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) ने यह पैसा उनकी निजी संस्था, खुद की प्रसिद्धि और दिखावे के लिए उपयोग किया।
सामाजिक जनकल्याण के बजाय BJP ने किया सीएसआर से खुद की भलाई – Shivsena
CSR को लेकर Shivsena ने यहां तक कि BJP को ये भी कहा कि बीजेपी ने ये सीएसआर फंड उनके मनचाहे ट्रस्ट संस्था, एनजीओ के खाते में यह पैसा घुमाकर दूसरे मार्ग से लिया और उन कंपनियों के मालिकों को लाभ पहुंचाया। इसमें से विदेशों में भी पैसा गया। गौरतलब है कि मनमोहन सरकार 2013 में सीएसआर कानून लाई थी जिसके तहत प्रत्येक कंपनी को लाभ का 2 प्रतिशत हिस्सा सीएसआर अर्थात जनकल्याण कार्य के लिए देना होगा।