app-store-logo
play-store-logo
December 3, 2025

अनदेखा भारत: महाराष्ट्र का सतारा गांव- स्वच्छता, शाश्वतता और सामुदायिक अनुशासन का सच्चा उदाहरण

The CSR Journal Magazine
महाराष्ट्र के चंद्रपुर ज़िले में ताडोबा-अंधारी व्याघ्र परियोजना के ठीक पास बसा सतारा गांव आज पूरे देश में चर्चा का केंद्र बन गया है। एक ट्रैवल व्लॉगर द्वारा शूट किए गए वीडियो ने गांव की स्वच्छता, शाश्वत विकास और सामुदायिक अनुशासन को उजागर किया, और इसी वीडियो को जाने-माने उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने भी सोशल मीडिया पर साझा करते हुए गांव की सराहना की।

आनंद महिंद्रा को भी चकित कर गया ‘आदर्श गांव’

वीडियो शेयर करते हुए महिंद्रा ने लिखा कि यह क्लिप इतनी वायरल हो रही थी कि उन्होंने खुद इसके तथ्यों की पुष्टि की। उनके शब्दों में,“यह हमारे ही देश की शांत सफलता की कहानी है। सतारा गांव केवल स्वच्छता या सामुदायिक सुविधाओं के कारण आदर्श नहीं है, बल्कि अपनी जीवनशैली की वजह से उदाहरण है। बड़े बजट की या चमकदार इमारतों की जरूरत नहीं, बल्कि नेतृत्व और एकजुटता की और सतारा गांव के लोग हमें यही सिखाते हैं। महिंद्रा ने गांव के परिवर्तन का श्रेय स्थानीय नेता गजानन को दिया, जिनकी कोशिशों ने पांच वर्षों में गांव का पूरा स्वरूप बदल दिया।

गांव की पहचान: स्वच्छता और अनुशासन

व्लॉगर अंकिता कुमार के वीडियो ने यह दिखाया कि सतारा, आम भारतीय गांवों की छवि को पूरी तरह बदल देता है। गांव की व्यवस्था इतनी सटीक है कि पहली नजर में किसी को यकीन ही नहीं होता कि यह किसी पर्यटन योजना या निजी टाउनशिप का हिस्सा नहीं, बल्कि पूरी तरह गांववासियों द्वारा विकसित स्थान है।

कचरा नहीं, सिर्फ सफाई

  • गांव की गलियां बिल्कुल साफ-सुथरी हैं।
  • बच्चे हर शाम कचरा इकट्ठा करने में मदद करते हैं।
  • बड़े लोग बारी-बारी से पूरे गांव की सफाई की जिम्मेदारी निभाते हैं।
  • खुले नाले या कचरे के ढेर कहीं दिखाई नहीं देते।

साझा सोलर वॉटर हीटर

गांव में एक बड़ा सामुदायिक सोलर वॉटर हीटर लगा है, जिससे हर घर को मुफ्त में गर्म पानी मिलता है। इससे लकड़ी की खपत भी कम होती है।

RO वॉटर ATM कार्ड और मीटर वाला पानी

  • हर घर में मीटर से जुड़ा नल है।
  • पीने का पानी गांव का खुद का RO वॉटर ATM सिस्टम देता है।
  • लोग जितना पानी इस्तेमाल करते हैं, केवल उसका ही भुगतान करते हैं।

बुजुर्गों के लिए सामुदायिक स्पॉट,बच्चों के लिए छोटी लाइब्रेरी

गांव में बुजुर्गों के लिए आरामदायक सामुदायिक स्थान बनाया गया है, जहां वे रोज बैठकर टीवी देखते हैं और समय बिताते हैं। बच्चों के लिए एक छोटी लेकिन सुंदर लाइब्रेरी है, जो उनमें पढ़ने का शौक और जिज्ञासा बढ़ाती है। पूरे गांव में ऑटोमैटिक सोलर स्ट्रीट लाइटें लगी हैं, जिससे बिजली बचती है और रात में सुरक्षा बनी रहती है।

वर्षा जल संचयन, कंपोस्टिंग और स्वच्छ पशुशाला

  • गांव में वर्षा जल संचयन और कंपोस्टिंग की बेहतरीन व्यवस्था है।
  • पशुओं के शेड इतने साफ हैं कि किसी तरह की दुर्गंध भी नहीं आती।
  • गांव में एक भी खुला शौचालय नहीं है।

गजानन: गांव को बदलने वाला नेता

वीडियो के अनुसार, सतारा गांव की इस शानदार यात्रा के पीछे गजानन नाम के व्यक्ति का नेतृत्व है। उन्होंने लगातार पाँच वर्षों तक योजना बनाई। गांववालों को समझाया, जोड़ा और हर प्रोजेक्ट में उनका सहयोग जुटायाI गांव की महिलाओं को भी प्रमुख भूमिका मिली और आज ताडोबा के कई महिला सफारी गाइड इसी गांव से आती हैं। गांव के सभी विकास कार्य गांववालों के पैसे, श्रम और समय के योगदान से बने हैं, किसी बड़े सरकारी अनुदान या कंपनी के फंड पर निर्भर हुए बिना।

क्यों है सतारा गांव ‘मस्ट-विज़िट’ स्थान?

भारत में ग्रामीण विकास अक्सर चुनौतियों से जुड़ा माना जाता है, लेकिन सतारा गांव बताता है कि इच्छाशक्ति, अनुशासन और एकता मिलकर क्या नहीं कर सकते। यह गांव केवल सुंदर ही नहीं, बल्कि यह दिखाता है कि सच्ची प्रगति ऊंची इमारतों से नहीं, मजबूत समुदाय से होती है। सतारा गांव आज सिर्फ चंद्रपुर का नहीं, बल्कि पूरे भारत का एक प्रेरणादायी मॉडल बन चुका है, एक ऐसा ब्लूप्रिंट, जिसका अनुसरण हर गांव कर सकता है।
Long or Short, get news the way you like. No ads. No redirections. Download Newspin and Stay Alert, The CSR Journal Mobile app, for fast, crisp, clean upda
App Store – https://apps.apple.com/in/app/newspin/id6746449540
Google Play Store – https://play.google.com/store/apps/details?id=com.inventifweb.newspin&pcampaignid=web_share

Latest News

Popular Videos