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December 30, 2025

मंदिर, घाट, झरने और राफ्टिंग—जानिए 2 दिन में Rishikesh में आध्यात्म और सुकून का Perfect Trip

The CSR Journal Magazine

उत्तराखंड की आत्मा: क्यों खास है ऋषिकेश?

उत्तराखंड की गोद में बसा ऋषिकेश सिर्फ़ एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि आत्मिक शांति, प्राकृतिक सुंदरता और साहसिक अनुभवों का संगम है। पवित्र गंगा के तट पर स्थित यह शहर विश्वभर में योग की राजधानी के रूप में जाना जाता है। हर साल लाखों श्रद्धालु, योग साधक और पर्यटक यहां आकर स्वयं को फिर से खोजने का प्रयास करते हैं। अगर आप ऋषिकेश की कुछ खास जगहों को देखने से चूक गए, तो आपकी यात्रा अधूरी मानी जा सकती है।

भारत मंदिर: प्राचीन आस्था का प्रतीक

शहर के केंद्र में स्थित भारत मंदिर, भगवान विष्णु को समर्पित एक ऐतिहासिक धरोहर है। इसका उल्लेख महाभारत और पुराणों में भी मिलता है। कहा जाता है कि इसका पुनर्निर्माण आदि शंकराचार्य ने करवाया था। मंदिर की पत्थर की नक्काशी और शांत वातावरण मन को गहरी शांति प्रदान करता है। यहाँ कदम रखते ही एक अलग ही आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव होता है।

त्र्यंबकेश्वर मंदिर: गंगा का विहंगम दृश्य

गंगा तट पर स्थित 13 मंज़िला त्र्यंबकेश्वर मंदिर अपनी भव्यता के लिए प्रसिद्ध है। हर मंज़िल पर अलग-अलग देवी-देवताओं के दर्शन होते हैं। ऊपर से गंगा का दृश्य बेहद मनोहारी लगता है। मंदिर में गूंजती घंटियों की ध्वनि और शांत वातावरण आत्मा को छू जाता है।

पटना वाटरफॉल: प्रकृति और रोमांच का संगम

लक्ष्मण झूला से लगभग 6–7 किलोमीटर दूर स्थित पटना वाटरफॉल प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं। यहां तक पहुँचने के लिए हल्की ट्रेकिंग करनी पड़ती है, जो रोमांच को और बढ़ा देती है। झरने की ठंडी फुहार और हरियाली से घिरा माहौल मानसिक ताज़गी देता है।

त्रिवेणी घाट: आस्था की सजीव तस्वीर

ऋषिकेश का सबसे प्रसिद्ध घाट त्रिवेणी घाट है, जहां हर शाम गंगा आरती होती है। दीयों की रोशनी, मंत्रोच्चार और गंगा में बहते दीप एक अलौकिक दृश्य रचते हैं। मान्यता है कि यहाँ की आरती में शामिल होने से मन को शांति और पापों से मुक्ति मिलती है।

परमार्थ निकेतन: योग और ध्यान का केंद्र

गंगा के किनारे स्थित परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश का प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र है। यहां योग, ध्यान और आत्मचिंतन के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं। शाम की गंगा आरती यहाँ का मुख्य आकर्षण है, जहाँ साधु-संत, पर्यटक और स्थानीय लोग एक साथ आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव करते हैं।

2 दिन का परफेक्ट ऋषिकेश इटिनरेरी

पहला दिन: संस्कृति और आस्था

अपने सफ़र की शुरुआत बीटल्स आश्रम से करें, जहां कभी मशहूर रॉक बैंड बीटल्स ने ध्यान साधना की थी। इसके बाद नीलकंठ महादेव मंदिर के दर्शन करें, जो भगवान शिव से जुड़ी पौराणिक कथा के लिए प्रसिद्ध है। शाम को राम झूला और लक्ष्मण झूला से गंगा का नज़ारा लें और त्रिवेणी घाट की आरती में शामिल हों।

दूसरा दिन: प्रकृति और एडवेंचर

सुबह कुंजापुरी देवी मंदिर जाकर सूर्योदय देखें। फिर नीर गढ़ वाटरफॉल में प्रकृति के बीच समय बिताएँ। रोमांच के शौकीनों के लिए शिवपुरी में रिवर राफ्टिंग एक यादगार अनुभव साबित होती है। दिन का समापन परमार्थ निकेतन में योग और ध्यान के साथ करें।

कहां ठहरें?

अगर आप आराम और लग्ज़री चाहते हैं, तो jüSTa Rasa Retreat & Spa एक बेहतरीन विकल्प है।आधुनिक सुविधाओं, शांत वातावरण और स्पा के साथ यह होटल आपकी यात्रा को और भी खास बना देता है।ऋषिकेश एक ऐसा शहर है जहां आध्यात्म, प्रकृति और रोमांच एक साथ मिलते हैं। सही योजना और इन खास जगहों के साथ आपकी 2 दिन की यात्रा भी जीवनभर की याद बन सकती है।
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