देश की सरकारी कंपनियां देश के विकास में ही नहीं बल्कि समाज के विकास में भी अपना सराहनीय योगदान दे रही है। देश की PSU बड़े पैमाने पर सीएसआर (CSR of PSU in India) एक्टिविटीज कर रही है। इंफ्रास्ट्रक्चर हो या फिर हेल्थ, एजुकेशन को या फिर रूरल डेवलपमेंट आरईसी लिमिटेड (REC Limited) अपने सीएसआर पहल (CSR) से समाज और जरूरतमंदों की जिंदगियों में सकारात्मक बदलाव ला रही है। ग्रामीण इलाकों में (Health in Bihar) स्वास्थ्य एक गंभीर मुद्दा है और अगर बात करें बिहार की तो राज्य के हेल्थ सिस्टम का क्या हाल है ये किसी से छुपा नहीं है। ऐसे में बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए REC Limited ने सीएसआर पहल से ‘डॉक्टर आपके द्वार’ मुहिम चला रही है।
REC Limited के CSR से बिहार में 10 हजार लोगों का निःशुल्क इलाज
आरईसी लिमिटेड (REC Limited) अपने सीएसआर पहल (Corporate Social Responsibility) से बिहार के भोजपुर जिले में महादलित टोला के 10 हजार से अधिक लोगों का निःशुल्क इलाज किया। आरईसी लिमिटेड ने दलित समुदाय के लोगों का प्रारंभिक जांच करते हुए लोगों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाया। भोजपुर जिले में कई ऐसे रिमोट इलाके है जहां गरीबी और स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव है लिहाजा स्थानीय लोग छोटी-छोटी बिमारियों के लिए भी सरकारी अस्पतालों के चक्कर काटने पर मजबूर रहते है ऐसे में REC Limited की ये पहल स्थानीय लोगों के लिए बड़ी राहत है।
आरईसी लिमिटेड ने CSR से दिया किसानों को मुफ्त बीज, बनाया बुजुर्गों के लिए आश्रय गृह
इतना ही नहीं आरईसी के सीएसआर सहयोग से महाराष्ट्र के सूखा ग्रसित इलाके औरंगाबाद में किसानों को रबी सीजन में बुवाई के लिए मुफ्त बीज वितरित किए गए। आरईसी ने बीज वितरण के लिए 3.52 करोड़ रूपये का सहयोग दिया। महाराष्ट्र के सूखा ग्रसित इलाका औरंगाबाद में किसानों का हाल बदहाल है। सूखे के कारण किसान का फसल बर्बाद हो जाता है और ख़ुदकुशी करने पर मजबूर हो जाता है। ऐसे में आरईसी की पहल महाराष्ट्र के किसानों को राहत दे रही है। आरईसी की सीएसआर पहल से लद्दाख, जम्मू और कश्मीर में बुजुर्ग लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आश्रय गृह बनाए गए हैं। ये आश्रय गृह 60 सीटर है और स्वास्थ्य सुविधाओं से सुसज्जित हैं।