प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ के 125वें एपिसोड में मुजफ्फरपुर की देवकी देवी की सफलता की कहानी सुनाई, जिन्हें अब ‘सोलर दीदी’ के नाम से जाना जाता है। पीएम ने कहा कि देवकी देवी की कहानी संघर्ष और दृढ़ता की मिसाल है, जिन्होंने सोलर सिंचाई के जरिए अपने जीवन में बड़ा बदलाव लाया।
आर्थिक तंगी और कम ज़मीन, फिर भी देवकी देवी ने लिखी कामयाबी की इबारत
पीएम ने बताया कि देवकी देवी का जीवन आसान नहीं था। आर्थिक तंगी में पली-बढ़ीं, कम उम्र में शादी हुई और पति की स्थिर आय न होने से परिवार पर बोझ था। उनके पास सिर्फ आधा कट्ठा ज़मीन थी, जिससे गुज़ारा करना मुश्किल था। लेकिन, इन चुनौतियों के बावजूद उन्होंने न सिर्फ अपनी तरक्की की, बल्कि पूरे गाँव की तस्वीर बदल दी।
आत्मविश्वास और सेल्फ हेल्प ग्रुप के सहारे मिला सशक्तिकरण
देवकी देवी को जब सोलर सिंचाई योजना के बारे में पता चला तो उनके सामने कई बाधाएं थीं, यहाँ तक कि उनके पति को भी संदेह था। लेकिन, उन्होंने अपने आत्मविश्वास और सेल्फ हेल्प ग्रुप के सहयोग से इस मौके को हाथ से जाने नहीं दिया। आज उनके सोलर पंप से आसपास के करीब 40 एकड़ में सिंचाई होती है। पहले उनकी ज़िंदगी घर की चारदीवारी में सिमटी हुई थी, लेकिन अब उनकी पहचान और किस्मत दोनों बदल गई हैं। लोग उन्हें सम्मान की नज़र से देखते हैं।
सोलर पंप ने बदली 66 किसानों की ज़िंदगी, 1 लाख 40 हज़ार की हुई कमाई
देवकी देवी के प्रयासों से पूरे समुदाय पर गहरा प्रभाव पड़ा। उन्होंने 40 एकड़ कृषि भूमि की सिंचाई और 66 किसानों को सहायता प्रदान करते हुए 1 लाख 40 हज़ार रुपये की आय अर्जित की। पहले किसान सिंचाई के लिए डीज़ल पंप पर निर्भर थे, जिसमें प्रति 1.25 डिसमिल भूमि के लिए 150 रुपये खर्च होते थे, लेकिन अब यह लागत सौर सिंचाई से केवल 30 रुपये रह गई है, जिससे किसानों को बड़ी बचत हुई है। देवकी देवी की इसी सफलता के चलते वे इलाके में ‘सोलर दीदी’ के नाम से मशहूर हो गईं।