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April 15, 2025

हरियाणा के रामपाल कश्यप, जिन्हें PM मोदी ने खुद पहनाए जूते

Chandigarh: PM Modi के यूं तो लाखों-करोड़ों की संख्या में प्रशंसक और समर्थक हैं, लेकिन हरियाणा के दौरे में उनकी मुलाकात कैथल के Rampal Kashyap से हुई। PM Modi के सामने जब रामपाल कश्यप पहुंचे तो पीएम मोदी ने कहा कि, ‘अरे भाई, आपने ऐसा क्यों किया? क्यों अपने आप को कष्ट देते हो?’ दरसअल, कैथल के रामपाल कश्यप ने 14 साल पहले एक व्रत लिया था कि जब तक नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे और मैं उनसे नहीं मिलूंगा, तब तक मैं जूते नहीं पहनूंगा। नरेंद्र मोदी 2014 में PM बन गए, Rampal Kashyap की मुराद पूरी हो गई, लेकिन मिलना बाकी रहा। इसके बाद रामपाल कश्यप अपने संकल्प पर अड़े रहे।
PM Meets Rampal Kashyap: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संविधान निर्माता डॉ. भीम राव आंबेडकर जयंती Ambedkar Jayanti पर हरियाणा के हिसार में राज्य के पहले एयरपोर्ट यानी महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे से अयोध्या के लिए पहली वाणिज्यिक उड़ान को हरी झंडी दिखाई। इसके बाद उन्होंने इसी हवाई अड्डे पर एक नए टर्मिनल भवन की आधारशिला रखी। इस मौके पर पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि आज हरियाणा से अयोध्या धाम के लिए फ्लाइट शुरू हुई है। अब श्रीकृष्ण जी की पावन भूमि हरियाणा, श्रीराम जी की भूमि से सीधे जुड़ गई है। इस जनसभा में उन्होंने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस आंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को नष्ट करने वाली पार्टी बन गई है। उन्होंने कहा कि सत्ता में रहने के दौरान कांग्रेस ने अनुसूचित जातियों (SC), अनुसूचित जनजातियों (ST) और अन्य पिछड़ा वर्गों (OBC) को ‘दूसरे दर्जे का नागरिक’ बना दिया था। इसके बाद प्रधानमंत्री यमुना नगर पहुंचे, जहां उन्होंने रामपाल कश्यप नाम के एक शख्स को जूता पहनाकर सम्मानित किया।

14 साल बाद पूरी हुई मन्नत रामपाल कश्यप की

PM Meets Rampal Kashyap: रामपाल कश्यप हरियाणा के ही कैथल जिले खेड़ी गुलाम अली गांव के निवासी हैं। वे BJP के शक्ति केंद्र प्रमुख हैं और मण्डल अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्होंने 14 साल पहले कसम खाई थी कि जब तक नरेंद्र Modi देश के प्रधानमंत्री नहीं बन जाते, और जब तक कश्यप खुद पीएम मोदी से नहीं मिल लेते, तब तक जूते नहीं पहनेंगे। आज प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे मुलाकात की और उन्हें अपने हाथों से जूते पहनाए। इस प्रतिज्ञा के 14 साल बाद आज वही दिन था जब Rampal Kashyap PM Modi से मिले। जब वह पीएम मोदी से मिलने आए तब भी वे नंगे पांव ही आए। दिलचस्प बात यह है कि ठंड से लेकर गर्मी, यहां तक कि बारिश के मौसम में भी वह नंगे पांव ही चल रहे थे। इसके बाद भी वह अपने संकल्प पर अड़े रहे। आखिरकार 14 साल बाद उनका संकल्प पूरा हुआ। हालांकि, जब रामपाल को पीएम मोदी जूते पहना रहे थे, तब उन्होंने उनसे कहा कि भविष्य में कभी इस तरह का प्रण मत करना।”

PM Meets Rampal Kashyap: प्रधानमंत्री मोदी ने ख़ुद ट्वीट कर इसके बारे में जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, “यमुनानगर में आज की जनसभा में कैथल के श्री रामपाल कश्यप जी से मेरी मुलाकात हुई। उन्होंने 14 साल पहले एक शपथ ली थी कि वे मेरे प्रधानमंत्री बनने और मुझसे मिलने के बाद ही जूते पहनेंगे। मैं रामपाल जी जैसे लोगों के प्रति नतमस्तक हूं और उनके स्नेह को भी स्वीकार करता हूं, लेकिन मैं ऐसे सभी लोगों से अनुरोध करना चाहता हूं, जो ऐसी शपथ लेते हैं – मैं आपके प्यार की कद्र करता हूं। कृपया किसी ऐसे काम पर ध्यान दें जो सामाजिक कार्य और राष्ट्र निर्माण से जुड़ा हो!”

कांग्रेस पर खूब बरसे PM Modi

PM Meets Rampal Kashyap: पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि जब भी कांग्रेस की सरकार को खतरा हुआ, उसने संविधान को ‘कुचल दिया।’ उन्होंने अपने दावे की पुष्टि के लिए 1975-77 के आपातकाल का हवाला दिया। उन्होंने कहा, ‘‘संविधान की भावना समान नागरिक संहिता की है, जिसे मैं धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता कहता हूं। लेकिन कांग्रेस ने इसे कभी लागू नहीं किया।” प्रधानमंत्री Modi ने ये भी कहा कि अगर कांग्रेस को वास्तव में मुसलमानों से हमदर्दी है तो उसे किसी मुसलमान को अपना अध्यक्ष बनाना चाहिए और चुनाव में समुदाय के लोगों को 50 प्रतिशत टिकट देने चाहिए। उन्होंने विपक्षी पार्टी पर तुष्टिकरण की नीति अपनाने का भी आरोप लगाया। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने कहा था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होना चाहिए और संविधान भी इसका निषेध करता है, लेकिन कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य पिछड़ा वर्गों के अधिकारों को छीनकर धर्म के आधार पर निविदाओं में आरक्षण दिया। PM Modi ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने तुष्टिकरण की नीति अपनाई, जिससे मुसलमानों में से केवल कुछ ‘कट्टरपंथी’ ही ‘खुश’ हुए, जबकि बाकी समुदाय उपेक्षित, अशिक्षित और गरीब बना रहा। PM Modi ने कहा कि कांग्रेस की इस नीति का सबसे बड़ा सबूत 2014 के आम चुनावों से ठीक पहले Waqf कानून में किए गए संशोधन हैं। मोदी ने कहा, ‘‘आजादी से लेकर 2013 तक Waqf कानून था। लेकिन चुनाव जीतने और तुष्टिकरण तथा वोट बैंक की राजनीति के लिए कांग्रेस ने 2013 के आखिर में जल्दबाजी में वक्फ कानून में संशोधन कर दिया ताकि उसे (कुछ महीने बाद 2014 में) चुनावों में वोट मिल सके।’’मोदी ने कहा कि कांग्रेस द्वारा किए गए बदलाव ‘बाबासाहेब का सबसे बड़ा अपमान’ है क्योंकि उन्होंने आंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान का उल्लंघन किया।

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